04-05-2024, 10:19 AM
अब मम्मी के चेहरे पर शांति थी और वो बिलकुल चुपचाप खडी / अभी मुश्किल से १-२ मिनट ही बीते होंगे की मम्मी की चूत में फिरसे खुजली होने लगी और मम्मी मेरे लौड़े के ऊपर फिर से अपने भरे हुए चूतड रगड़ने लगी / मम्मी से चूत की खुजली बर्दाश्त नहीं हो रही थी वो जानती थी की उसके पीछे उसका ही बेटा खड़ा है फिर भी खुजली से मजबूर थी की अपनी भरी गांड को अपने ही बेटे के टाइट लौड़े पर रगड़ रही थी / मेरा लौड़ा भी अपनी औकात पर आ चूका था वो नहीं जनता था कि उसके आगे कौन है ? बस एक मस्त मोटी और भरी भरी गांड उसके आगे थी / मेरा लौड़ा पेंट के अंदर और भी टाइट हो चूका था और मेरे लौड़े का सुपाड़ा अपने आप टाइट होने की वजह से खुल चूका था और पत्थर की तरह से टाइट हो चूका था /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!