02-05-2024, 02:56 PM
मैं- ओह! क्या यार? चलो छोड़ो, कम से कम वो जगह दिखा तो सकती हो ये जनाब तो देखकर ही काम चला लेंगे।
रिया- अरे नहीं बाबा अभी आपने देखा तो था सीधे कब्ज़ा करने ही आ गया था मैं यह रिस्क नहीं ले सकती।
मैंने फिर से अपना वही हथियार अपनाया- ठीक है फिर हम छत पर ही मूत कर आ जाते हैं।
और मैं फिर से बाथरूम की ओर बढ़ा, मेरा आईडिया काम कर गया।
रिया- अरर्रऐ नहींईईईई वहाँ नहीं उफ़्फ़्फ़ आप भी नहीं मानोगे ना चलिए ठीक है पर सिर्फ देखना ओके और इसको दूर ही रखना…
मैंने एक ठंडी सांस ली- हाँ हाँ… अब जल्दी करो
वो लहंगा फिर से ऊपर करने लगी…
मैं- ओह ऐसे नहीं… इसको उतार कर सही से… हमारे साहबजादे को कोई रूकावट पसंद नहीं।
और मैंने खुद ही उसके लहंगे के हुक को निकाल दिया, रिया ने धीरे से अपना लहंगा नीचे को उतार दिया, उसने कोई विरोध नहीं किया, अब रिया केवल एक छोटी सी चोली पहने मेरे सामने खड़ी थी।
मैंने चोली के ऊपर से ही उसने मस्त मम्मो को दबाया, रिया ने तुरंत मेरे हाथ को झटक दिया, वो वहाँ रखी एक आराम कुर्सी पर बैठते हुए बोली- इस सबका समय नहीं है… जल्दी से देखो… मुझे और भी बहुत से काम हैं।
उसकी इस जल्दबाजी पर मुझे मजा आ गया…
रिया ने आराम कुर्सी पर पीछे को लेटते हुए अपने दोनों पैरों को फैलाकर दोनों हथ्थों पर रख लिया।
क्या पोज़ बनाया था उसने… लगता है ये कुर्सी चुदाई के लिए ही बनी है और दोनों बहनें यहीं अपने पिता से चुदवाती होंगी।
मैं रिया के पास गया और अपना मुँह ठीक उसकी चूत पर ले गया। मैं उसके इतना पास था कि मेरी साँसें रिया की चूत के ऊपर जा रही थी।
मैंने फिर से उसके चूत के बाहर निकले हुए होंठों को कांपते हुए महसूस किया।
रिया- बस देख ली ना? जल्दी करो, घर में बहुत मेहमान हैं, कोई भी इधर आ सकता है।
मुझे भी इसी बात का अंदेशा था पर मैं अब उसको छोड़ना नहीं चाहता था, मेरा लण्ड तो पहले से ही तैयार था, सलोनी की चुदाई देखने के बाद तो वो बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था।
मैंने रिया के दोनों पैरों को वहीं हथ्थे पर ही अपने दोनों हाथों से जाम कर दिया, अपनी कमर को हल्का सा नीचे किया और मेरा लण्ड अपने निशाने पर पहुँच गया।
रिया की चूत अभी बिल्कुल सूखी थी, पर फिर भी मुझे पता था कि वो आसानी से मेरे लण्ड को ले लेगी, आखिर वो लंदन से आई थी और मेहता अंकल जैसे बड़े लण्ड लेने की आदी थी।
मैंने लण्ड को रिया की चूत के मुख पर रखा और मेरा सोचना सही साबित हुआ जब एक ही धक्के में मेरा लण्ड रिया की चूत में समा गया।
मेरा लण्ड पूरा का पूरा रिया की चूत के अंदर था, रिया का मुँह खुला का खुला रह गया- अह्ह्हाआआआ ये क्या कर रहे हो भैया?
वो जोर लगाकर निकलने ही वाली थी कि मैंने वहाँ एक और धमाका कर दिया- वही जो वहाँ तेरा बाप मेरी सलोनी के साथ कर रहा है… बदला… !!!
रिया- ओह अह्ह्हाआआ अह्हा इसका मतलब अपने देख लिया था… अह्हा अह्हा अह्हा अह्हा अर्रे रुको तो… आप कर लेना… पर पहले कंडोम तो लगा लो…
मेरी बात सुनते ही वो शांत हो गई।
मैं- अब इस समय कंडोम कहाँ से लाऊँ?
रिया- अरे यहीं रखा है… वो उस ड्राअर में…
मुझे उसकी बार पर विश्वास करना पड़ा और मेरे लिए भी सही था, आखिर वो विदेश में भी चुदवाती होगी।
मैंने वहाँ से कंडोम निकाला, रिया ने एक और अच्छा काम किया, उसने खुद मेरे हाथ से पैकेट लिया और खोलकर बड़े ही प्यार से मेरे लण्ड पर चढ़ा दिया।
मैंने इस बार और भी अच्छे ढंग से खड़े होकर लण्ड को फिर से उसकी चूत में सरका दिया और अपना काम शुरू कर दिया।
मैं लगातार धक्के पर धक्के लगा रहा था और अब वो आराम से चुदवाने लगी।
अह्ह्ह आह्ह… और मेरी मेहनत सफल हुई, अचानक धक्कों से फच फच की आवाजें आने लगी, रिया की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था।
मुझे जोश आ गया और मैं अब और भी तेजी से धक्के लगाने लगा। पाँच मिनट तक वहाँ बहुत अच्छा समां बंध गया था, मुझे चोदने में बहुत मजा आ रहा था।
मैं लगातार धक्के पर धक्के लगा रहा था और अब वो आराम से चुदवाने लगी थी।
नई बात यह थी कि वो मेरे द्वारा ब्लू फिल्मों में देखी गई विदेशी लड़कियों की तरह ही मस्ता रही थी और बिल्कुल ऐसा व्यवहार कर रही थी जैसे पहली बार चुदवा रही हो जबकि उसकी चूत में मेरा लण्ड बहुत ही आराम से आ-जा रहा था।
उसकी सिसकारियों में दर्द के साथ साथ चुदवाने की तीव्र इच्छा भी थी।
रिया- आह्ह अह्हा अहा अह्ह्ह फ़क मी हार्ड… (तेजी से चोदो मुझे)… अह्ह्ह नहीईईईई ईई ओह अह्हा अह्हा फ़क मी हार्ड… ओह्ह अह्हा आह्ह और कस के… अह्हा अह्हा अह्हा अह्हाआआआ अह्हा अह्ह्ह… उफ्फ्फ आह्ह…
इस तरह उसको चोदने में बहुत ही मजा आ रहा था…
अह्ह्ह आह्ह और मेरी मेहनत सफल हुई, अचानक धक्कों से फच-फच की आवाजें आने लगी, रिया की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था।
मुझे जोश आ गया और मैं अब और भी तेजी से धक्के लगाने लगा, 5 मिनट में वहाँ बहुत अच्छा समां बन्ध गया था, मुझे चोदने में बहुत मजा आ रहा था।
और फिर मेरे लण्ड ने पानी छोड़ दिया, आखिर बहुत समय से बेचारा रोके पड़ा था।
contd....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
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