27-04-2024, 04:55 PM
(27-04-2024, 04:51 PM)neerathemall Wrote:मेरी दीदी, जिसका नाम रिया है, उम्र में मुझसे चार साल बड़ी है। बचपन से उसी ने मेरी देखभाल की है।सेक्स की लत में दीदी ने मेरी मदद की-
!!!
मां के जाने के बाद दीदी ने पढ़ाई छोड़ दी थी।
दीदी मुझसे बहुत प्यार करती हैं। वे मेरा मां की तरह ख्याल रखती हैं।
दीदी दिखने में भी बहुत सुन्दर है, एकदम साउथ की हीरोइन कीर्ति सुरेश की तरह दिखती हैं।
आप इस हीरोइन की फोटो देख कर मेरी दीदी की कल्पना कर सकते हैं।
जब मैंने 12वीं पास कर ली तो अब मुझे कॉलेज में एडमिशन लेना था।
तब मेरी उम्र 19 और दीदी की 23 की हो गई थी।
मैंने सोचा कि दीदी भी मेरे साथ कॉलेज में एडमिशन ले ले।
तो मैंने दीदी से बात की।
लेकिन वे नहीं मानीं तो मैंने पापा को कहा।
पापा ने दीदी को समझाया तो वो मान गई।
मेरा और दीदी का एडमिशन एक ही कॉलेज में हो गया।
अब दीदी मेरे साथ ही कॉलेज जाती थी।
इस कॉलेज में करोड़पति लोगों के बच्चे ज्यादा थे।
कुछ नेता लोगों के थे।
उनका एक ग्रुप था जिसमें ज्यादातर लंडकियां ही थीं, जो बहुत सुन्दर, सेक्सी और एकदम चालू किस्म की थीं।
सारी लड़कियां बड़े घर की होने के कारण कुछ नशे भी करती थीं।
मेरे भी काफी दोस्त बन गए।
मेरे दोस्त उन लड़कियों के ग्रुप के मेंबर थे।
वे अक्सर उन लड़कियों के साथ होटल में जाते और चुदाई करते।
सारी लड़कियां एक नंबर की रंडियां थीं।
उन्होंने मुझे भी ग्रुप में शामिल होने होने को बोला।
मेरा भी मन करता था कि इन सुन्दर-सुन्दर अमीर लड़कियों की चुदाई करूं।
इस लिए मैं उनके ग्रुप में शामिल हो गया।
मैं दीदी से छुपकर उनके साथ घूमता और पार्टी में भी जाता।
इनमें से एक राशिदा नाम की लड़की कॉलेज में सबके सामने मेरे साथ फ्लर्ट करने लगी।
दीदी ने भी ये बात नोटिस की।
तो दीदी ने कई बार मुझे उससे दूर रहने को कहा लेकिन मैं राशिदा की चुदाई करना चाहता था।
एक दिन क्लास रूम में राशिदा मुझे किस कर रही थी कि दीदी ने देख लिया।
दीदी ने मुझे उससे अलग कर एक थप्पड़ मारा और राशिदा को बुरा-भला कहा।
यह बात राशिदा को अच्छी नहीं लगी।
घर आकर दीदी ने मुझे बहुत डांटा और रोने लगी।
मैंने कहा- दीदी, मेरे सारे दोस्त उनके साथ मजा करते हैं, मैं क्यों नहीं कर सकता?
दीदी गुस्से से बोली- उन गंदी और बेशर्म लड़कियों के साथ क्या मजा आता है तुम्हें, अगर आज के बाद तुम उन लड़कियों के साथ दिखे तो मैं तुम्हारी शिकायत पापा से कर दूंगी।
अगले दिन कॉलेज गए तो आज राशिदा और उसकी सहेलियों ने दीदी को परेशान करना शुरू कर दिया।
अब वे जानबूझ कर मेरे ही पास रहती, मेरे साथ फ्लर्ट करती।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.