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Adultery जिस्म की भूख
Heart 
मेरी इस बात को सुन कर आपी चुप हो गईं और थोड़ी देर बाद बोलीं- “उसे शामिल तो मैं कर लूँ पर तुमको ये एक बात छोड़नी पड़ेगी कि मुझे भी नई चूत मिल जाएगी क्योंकि इस लण्ड पर सिर्फ मेरा हक है तो किसी और का क्यों हिस्सा बनने दूँ? परंतु मैं यह भी जानती हूँ कि किसी और लड़की की चूत मारने से मैं तुम्हें नहीं रोक सकती, इंसान कितने दिन तक सिर्फ़ रस मलाई खा सकता है, एक न एक दिन उसका कुछ और भी खाने का मन करेगा”

तो मैंने कहा- “अच्छा मेरी जान, ये जिद खत्म कर दी। अब तो मान जाओ ना”

आपी ने कहा- “ठीक है, कर लेंगे उसको भी शामिल और तुम्हारा जब भी मान करे हनी को चोद लिया करना परंतु इसका मतलब यह नहीं कि मैं अपनी चूत की आग खीरा बैंगन से शांत करूँ और तुम मज़े से चुदाई करते फ़िरो। ये लंड मेरा था, मेरा है और मेरा ही रहेगा”

अब आपी ने अपने एक हाथ से मेरी बेल्ट खोल कर पैन्ट नीचे उतार दी और अपनी टाँगें ढीली करके कहा- “मेरा पजामा नीचे करो”

मैंने आपी का पजामा नीचे कर दिया और आपी ने फिर टाँगें ऊपर की। अब उन्होंने मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी चूत के सुराख पर रखा और लण्ड के ऊपर बैठने लगीं।

मेरा लण्ड आपी की चूत में जाने लगा तो आपी के मुँह से आवाज निकली- “आअहह... आहह... ऊऊओह... सगीर... ये गीला नहीं है… रगड़ कर अन्दर जा रहा है… एयेए … मैं मर गई … आह धीरे धीरे डालो … आआह … आहिस्ता आहिस्ता …”

फिर कुछ देर बाद वह भी अपनी गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी। उसकी चूत में मेरा लंड अन्दर बाहर हो रहा था।

वह मस्ती में कह रही थी- “आह … उह … आह मजा आ रहा है”

यह कह कर आपी ने ऊपर नीचे होना शुरू कर दिया। मैंने आपी को गाण्ड से पकड़ा और आपी को ऊपर-नीचे करने लगा। आपी सिसकारियाँ भरने लगीं- “आहह... आअहह सगीर... तेज़-तेज़ ऊपर-नीचे करो उफफ्फ़… आहह...”

इसी बीच आपी ने एक बार अपनी चूत का पानी छोड़ा लेकिन मेरा लंड पूरे जोर से अन्दर बाहर हो रहा था। अब तक आपी दो बार अपना पानी छोड़ चुकी थी।

आपी कहने लगी- “और कितनी देर तक चोदोगे मेरे राजा… मैं मर जाऊंगी, तुमने तो मुझे थका ही दिया”

अब आपी ढीली पड़ने लगी थी लेकिन मैंने अपना काम चालू रखा और धक्के देते गया।

मैंने अपनी पूरी ताक़त से आपी को स्ट्रोक लगाने शुरु कर दिए और कोई 5 मिनट बाद ही आपी ने चीख मारी- “आअहह आआहह... सगीर मैं गई...”

आपी की चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरा लण्ड भी आपी की चूत में पानी छोड़ने लगा।

आपी ने कहा- “सगीर क्या मस्त लण्ड है तुम्हारा… इसको और बड़ा करो तो मज़ा आ जाएगा, इसको मेरी चूत का पानी सुबह दोपहर शाम तीनों वक़्त पिलाया करो, सारे प्रोटीन और विटमिन्स उसमें होते हैं”

मैंने आपी से कहा- “आपी इसका भी कुछ करते हैं। अभी आप मेरी पॉकेट से अपने लिए खर्चा लो”

आपी ने मेरी पॉकेट में हाथ डाला और उसमें से 200 निकाल लिए और मुझे कहा- “इतने बहुत हैं, थैंक्स सगीर”

यह कहते ही आपी ने पीछे हो कर लण्ड को चूत से निकाला तो आपी की चूत से हम दोनों की चुदाई का पानी नीचे फर्श पर गिरने लगा।

मैंने आपी से कहा- “यह तो काम खराब हो गया है”

आपी ने कहा- “तुम मुझे नीचे उतारो और जाओ ऊपर, अपना जिस्म साफ करो। इसको मैं देखती हूँ”

मैंने आपी को नीचे उतारा और ऊपर जा कर वॉशरूम में घुस गया। नहा-धो कर बाहर आया तो फरहान उठ गया हुआ था। वो मुझसे पूछने लगा- “खैरियत तो है? आज इस टाइम नहा रहे हो?”

तो मैंने कहा- “हाँ यार, थक गया था इसलिए नहाया हूँ”

उसने कहा- “रात का क्या प्रोग्राम है?”

मैंने कहा- “रात को तैयार रहना, आज आपी आएंगी”

उसने कहा- “ठीक है”

वो खुश होता हुआ वॉशरूम में चला गया। मैं बिस्तर पर लेटा और सो गया।

रात को 9 बजे आँख खुली तो आपी उठा रही थीं कि खाना खा लो, मैं ऊपर ही ले आई हूँ और ये दूध भी पी लेना। आपी ग्लास में दूध भी मेरे पास रख गईं और मुझसे कह गईं कि मैं रात को लेट आऊँगी ताकि अम्मी को शक ना हो और हनी भी सो जाए।

तो मैंने कहा- “आपी हनी का भी कुछ करो न!”

आपी ने कहा- “हो जाएगा, क्यों? जल्दी पड़ी है क्या? मेरी चूत में अब मज़ा नहीं आ रहा जो हनी की चूत के लिए मरे जा रहे हो?”

गुस्से से लाल पीली होती आपी नीचे चली गईं।

मैंने खाना खाया और फरहान से कहा- “यार कोई गर्म मूवी तो लगा”

उसने एक ट्रिपल एक्स मूवी लगा दी जो मैंने नहीं देखी थी। उसमें एक आदमी हॉस्पिटल में नर्स को चोद रहा था।

मैंने कहा- “ये मूवी कहाँ से आई है?”

उसने कहा- “मैं बाज़ार से लाया हूँ”

मैं मूवी देखने लगा। कुछ देर दोनों ने मूवी देखी तो टाइम करीब साढ़े दस हो गया हुआ था। मैं उठा और टाइमिंग वाली टेबलेट निकाली और एक मैंने खुद खाई और एक फरहान को खिला दी। मैंने उससे कहा- “आज आपी को जम कर चोदना है”

तो उसने कहा- “ठीक है भाई”

अभी हम ये बातें कर ही रहे थे कि दरवाज़ा खुला और आपी अन्दर आ गईं। रूम लॉक किया और आते ही मेरे साथ चूमा चाटी करनी शुरू कर दी। मैंने आपी को रोका नहीं क्योंकि आपी ने फिर रोना शुरू कर देना था इसलिए मैंने आपी को किस करते हुए ही अपनी बांहों में भरा और उठा कर बिस्तर पर ले गया।

बिस्तर पर बैठा कर मैंने आपी के कपड़े उतारे और अपने कपड़े उतार के फरहान को इशारा किया कि कपड़े उतार के आ जाओ। मैंने आपी को लेटा दिया और खुद आपी के ऊपर लेट गया।

अब मैं आपी को किस करने लगा। किस करते-करते मैं आपी के मम्मों पर आ गया और आपी के मम्मों को चूसने लगा, उनके निप्पलों पर दांतों से काटने लगा।
तो आपी ने मेरी कमर में नाख़ून मारे और कहा- “दर्द देते हो मुझे? ये लो…”

उन्होंने मेरी कमर में नाख़ून मार दिए। तो मैंने अपने मुँह उठा कर आपी को देखा और नीचे को होता हुआ आपी की चूत पर आ गया। फरहान खड़े हुए लण्ड को हाथ में लिए ये सब देख रहा था। तभी आपी ने उसे इशारा किया कि फरहान आओ। वो आ कर आपी के मुँह पर बैठ गया तो आपी उसका लण्ड मुँह में लेकर चूसने लगीं।

फरहान ने एक दफ़ा बड़े मज़े से ‘आहहह… आअहह…’ किया और आँखें बंद करके आपी के लण्ड चूसने का मज़ा लेने लगा। मैंने नीचे पहुँच कर आपी की चूत पर मुँह रखा और ज़ुबान अन्दर डाल दी।

तभी आपी ने आह भरी ‘आआहहह... सगीर और अन्दर करो... आआहह...’

अब आपी अपनी चूत को चुसवाते हुए फरहान के लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगीं, साथ-साथ उनके मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं जो मुँह में लण्ड होने के कारण दब जाती थीं। मैंने कुछ मिनट आपी की चूत को चूसा और फरहान को कहा- “ओए! अब उस चीज़ का मज़ा लो जो सबसे ज्यादा हसीन है। अपनी इस बहन की चूत”

फरहान समझ गया और उठ कर आपी की टांगों के दरमियान आया और अपना लण्ड हाथ में पकड़ लिया। उसने मेरी तरफ देखा।

मैंने उससे कहा- “डालो”

तो उसने आपी के ऊपर झुक कर लण्ड को एक हाथ से आपी की चूत में पुश किया तो लण्ड की टोपी आपी की चूत में चली गई। तभी आपी की मादक सिसकारी निकली ‘आहाहह..’ और आपी ने मुझे अपने ऊपर आने को कहा।

उन्होंने किसिंग स्टार्ट कर दी तो मैं भी आपी को किस करने लगा।

तभी फरहान ने ज़ोर का धक्का मारा तो आपी की चीख निकल गई।

“आआअहह… कमीने इंसान... धीरे कर...” -वो मुझसे कहने लगीं- “मैं इसी लिए इसके करीब नहीं आती हूँ। ये बस मज़ा लेता है देता नहीं है। इसको ज़रा भी नहीं लगता कि मेरी बहन को दर्द होगा। बस जोर लगाने में लगा हुआ है”

मैंने आपी से कहा- “चलो कोई बात नहीं, अब वो आराम से करेगा”

मैंने उससे कहा- “अब धीरे से अन्दर-बाहर करो”

उसने कमर को हिला-हिला कर लण्ड को आगे-पीछे करना स्टार्ट कर दिया तो आपी ने मादक सिसकारियाँ लेना चालू कर दीं। कोई 5 मिनट के धक्कों के बाद ही फरहान आपी की चूत में झड़ गया तो आपी ने उससे कहा- “निकालना मत, मैं झड़ने वाली हूँ”

पर फरहान पानी छोड़ चुका था। उसने आपी की चूत से लण्ड निकाल लिया और साइड में लेट गया।

तो आपी ने कहा- “सगीर कुछ करो, मेरी आग इस वक्त जोबन पर है”

मैंने उठ कर आपी की चूत में लण्ड डाला और कमर को आगे-पीछे करके चोदने लगा।

मैंने आपी से कहा- “आपी कितनी स्पीड से चोदूँ?”

तो आपी ने कहा- “सगीर थोड़ा सा तेज़ करो, मैं बस झड़ने वाली हूँ”

मैंने कमर की स्पीड तेज़ की और मेरे 5 या 6 धक्कों के बाद ही आपी ने मुझे धक्का दे कर रोका और तेज़ी से कहा- “आआहह… सगीर मैं गई…”

आपी की चूत से एक धार की तरह पानी निकला और बेड पर गिरने लगा। मैंने देखा तो उठ कर आपी की चूत के सामने आ गया और अपना मुँह खोल लिया। तभी आपी ने एक और धार छोड़ी जो सीधे मेरे मुँह में गई और मैं आपी के नमकीन पानी को पीता चला गया।

TO BE CONTINUED .....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!

Love You All  Heart Heart
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जिस्म की भूख - by KHANSAGEER - 05-02-2024, 06:40 PM
RE: जिस्म की भूख - by sri7869 - 11-02-2024, 08:26 PM
RE: जिस्म की भूख - by Aftab94 - 16-02-2024, 03:03 PM
RE: जिस्म की भूख - by Aftab94 - 16-02-2024, 10:06 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 17-02-2024, 07:45 PM
RE: जिस्म की भूख - by sananda - 17-02-2024, 09:34 PM
RE: जिस्म की भूख - by Aftab94 - 18-02-2024, 09:16 AM
RE: जिस्म की भूख - by Aftab94 - 18-02-2024, 04:29 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 25-02-2024, 05:28 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 27-02-2024, 10:09 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 02-03-2024, 11:06 PM
RE: जिस्म की भूख - by sri7869 - 05-03-2024, 12:36 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 10-03-2024, 02:26 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 12-03-2024, 07:43 AM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 12-03-2024, 05:30 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 14-03-2024, 02:36 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 18-03-2024, 09:07 AM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 19-03-2024, 06:24 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 28-03-2024, 02:09 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 28-03-2024, 10:16 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 30-03-2024, 02:28 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 02-04-2024, 10:36 PM
RE: जिस्म की भूख - by saya - 10-04-2024, 05:17 PM
RE: जिस्म की भूख - by Chandan - 11-04-2024, 09:41 AM
RE: जिस्म की भूख - by KHANSAGEER - 13-04-2024, 04:03 PM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 17-04-2024, 11:34 AM
RE: जिस्म की भूख - by Vnice - 17-04-2024, 02:06 PM



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