13-04-2024, 11:29 AM
और बड़े भैया जब जब ज़ोर से झटका लगाते थे तो मेरी दीदीा के मुहं से आआहह्ह्ह्हह ऊउईईईइ माँ मर गई प्लीज थोड़ा सा धीरे धक्के लगाओ की आवाज़ सुनाई पड़ती थी.. फिर कुछ देर के बाद जब बड़े भैया ने धक्के देने के साथ साथ दीदी के चुचियों को मसलना भी शुरू किया तो उनका जोश अब पहले से और भी ज्यादा बढ़ गया और अब एक तरफ बड़े भैया बूर में अपने लंड को ज़ोर से झटके लगाने लगे तो दूसरी तरफ वो दीदी के चुचियों को मसलने लगे और निप्पल को पकड़कर खींचने लगे थे.. तब तक दीदी की बूर में लंड जब आधे से ज़्यादा चला गया तो दीदी के मुहं से अब आह्ह्ह् उफ्फ्फ् नहीं स्सससिईई ऊईईईईइ की आवाज़ बाहर आने लगी थी और अब बड़े भैया ने दीदी के होंठो को चूसना शुरू कर दिया था.. फिर करीब आधे घंटे तक लगातार जोरदार धक्के देकर चुदाई करने के बाद बड़े भैया का वीर्य दीदी की बूर में चला गया और इस दमदार चुदाई की वजह से दीदी बहुत ही खुश थी और कुछ देर के बाद बड़े भैया ने अपना लंड उनकी बूर से बाहर निकाल लिया, लेकिन तब भी दीदी करीब पांच मिनट तक ऐसे ही लेटी रही..
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
