13-04-2024, 11:28 AM
फिर बेड पर चढ़कर उन्होंने दीदी को बेड पर लेटा दिया और दीदी की गोरी भरी हुई जाँघ पर बैठ गये और वो दोनों ही पूरी तरह से जोश में लग रहे थे.. अब दीदी की बूर को उन्होंने अपने दोनों हाथ से पूरा फैला लिया और उनका दीदी थोड़ा सा विरोध भी कर रही थी, लेकिन उनके विरोध में उनकी हाँ भी मुझे साफ साफ झलक रही थी.. फिर भैया ने अपने लंड पर तेल लगाया और दीदी की बूर पर भी तेल लगाकर मालिश करने लगे.. फिर इसके बाद बड़े भैया ने दीदी की बूर पर अपने लंड को सटाकर हल्का सा अपनी कमर को धक्का लगा दिया जिसकी वजह से दीदी के मुहं से अहह्ह्ह्ह आईईईइ की आवाज़ निकल गई तो में तुरंत समझ गया कि दीदी की बूर में बड़े भैया का लंड चला गया है इसलिए उनको दर्द हो रहा है.. यह आवाज उनके मुहं से ही बाहर आ रही है और फिर बड़े भैया ने अपनी कमर को लगातार झटके देना शुरू कर दिया जिसकी वजह से लंड बूर में अंदर बाहर होने लगा था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.


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