09-04-2024, 02:43 PM
मेरा ध्यान फिर से अंकल की तरफ गया तो मैं sure हो गया की मेरे दिल में जो आ रहा था वो सच था / अंकल की सफ़ेद धोती उनके लौड़े की तरफ से काफी सारी उठी हुई थी / मुझे एहसास हो रहा था की उनका लौड़ा धोती के अंदर पूरा उठा हुआ था / अंकल धीरे धीरे से मम्मी के चूतडों के बीच में अपने लौड़े को धकेलने की कोशिश कर रहे थे और जैसे बस उपर नीचे होती वो भी बस के साथ ऊपर नीचे हो रहे थे जैसे किसी को कोई शक न हो की अंकल मम्मी की मस्त गांड में धक्के मार रहे थे /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!