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Adultery माई कजिंस डर्टी वैज़ीना
#11
उसने अपनी चिपचिपी उँगलियाँ निकालीं और उसे अपने चेहरे पर ले आई। उससे बहुत बुरी गंध आ रही थी। एक रात शराब पीने, पेशाब करने, नाचने और पसीना बहाने के बाद उसकी चूत सचमुच ख़राब हो गई थी। गंध ने उसे और अधिक गंदा, कामुक महसूस कराया। उसने अपनी उँगलियाँ चाट कर साफ कीं, अपनी बदबूदार चूत की नमकीन और कड़वी सुगंध का स्वाद चखा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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RE: माई कजिंस डर्टी वैज़ीना - by neerathemall - 09-04-2024, 12:59 AM



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