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Adultery रंगीली बीबी
#99
Heart 
दोनों एक स्वर में- “सर जी हमको माफ़ कर दो। ववव वो… अब नहीं होगा…”

कमाल है, मैंने पहले बार पुलिस वालों को ऐसे रिरियाते देखा था। कमाल कर दिया था अमित ने…

अमित- “नहीं कमीनो, तुमने मेरी भाभी के साथ यह नीच कर्म किया है, तुमको तो सजा मिलेगी ही मिलेगी”

फिर मेरे से कहा- “सुन, तू इनके ही पुलिस स्टेशन में जा और इनके खिलाफ रिपोर्ट दाखिल करके आ”

मैं- “पर इस समय? और सलोनी?”

अमित- “अरे तू भाभी की चिंता ना कर, मैं इनको घर छोड़ता हूँ फिर वहीं तेरे पास आ जाऊँगा पर इन सालों को मत छोड़ना”

मुझे भी बहुत गुस्सा तो आ रहा था पर सलोनी को इस समय ऐसी हालत में नहीं छोड़ना चाह रहा था, पर जब अमित ने बोल दिया तो फिर मुझे कोई डर नहीं था।

अमित- “सारे केस लगाना इन सालों पर, जोर जबरदस्ती, छेड़खानी, बिना वजह परेशान करना, मारपीट और…”

इंस्पेक्टर- “नहीं सर ऐसा कुछ नहीं किया हमने। वो सब गलतफहमी हो गई थी। हमको नहीं पता था कि ये वाकई इनकी पत्नी हैं। तो…”

अमित- “तो साले देह शोषण कर देगा? पत्नी नहीं है तो तेरी जागीर हो गई?”

अमित बहुत गुस्से में था, वो तो इंस्पेक्टर पर हाथ भी उठा देता मगर सलोनी ने पकड़ लिया।

सलोनी- “अब छोड़ो न अमित, मुझे बहुत डर लग रहा है। अब चलो यहाँ से और हाँ तुम भी घर ही चलो, मुझे नहीं करना कोई केस”

पर अब मैं कैसे छोड़ सकता था, मैंने भी कमर कस ली।

मैं- “नहीं जान, इसने तुम्हारे साथ गलत हरकत की है, मैं अब इसको नहीं छोड़ूंगा”

अमित सलोनी को पकड़ अपनी गाड़ी की ओर ले गया। मैंने भी उसको ठीक से पकड़ गाड़ी में बैठा दिया।

अमित- “देख, तू वहाँ पहुँच, मैं भाभी को घर छोड़ फिर वहीं आता हूँ। छोड़ूंगा नहीं इनको”

फिर उसने सलोनी से पूछा- “भाभी इसने क्या क्या किया?”

सलोनी ने अपना सर झुका लिया। उसकी आँखों में फिर से आँसू आ गए थे।

अमित- “चलो रहने दो भाभी, मैं समझ गया, मैं इनको बिल्कुल नहीं छोड़ने वाला। चल तू पहुँच, मैं आता हूँ”

और उसने अपनी गाड़ी आगे बढ़ा दी। अब इंस्पेक्टर और हवलदार वहीं मेरे से माफ़ी मांगने लगे पर मैं कैसे उनकी बात मानता। काफी देर बाद हम उनके पुलिस स्टेशन पहुँचे। वहाँ भी वो दोनों मेरी खातिरदारी और माफ़ी में ही लगे रहे। जब वो लिखने को राजी ही नहीं हो रहे थे, तब मैंने अमित को फ़ोन किया।

अमित- “हाँ बोल?”

मैंने ध्यान दिया वहाँ से खिलखिलाने की आवाजें आ रही हैं।

मैं- “यार ये तो लिख ही नहीं रहे, तू क्यों नहीं आ रहा??”

अमित- “अरे यार छोड़ उनको, ये सलोनी भाभी मुझे आने ही नहीं दे रही, मना कर रही हैं और सुन वो इंस्पेक्टर कुछ नहीं कर पाया था। सलोनी भाभी ने मुझे सब कुछ बता दिया है। मुझे लगता है उसकी भी ज्यादा गलती नहीं है। ऐसा कर तू आ जा यहाँ छोड़ उन्हें”

मैंने घड़ी देखी सुबह के 4 बजने वाले थे। हुआ कुछ नहीं और मैं डेढ़ घंटे से परेशान हो रहा था। मैंने उन दोनों को वहीं छोड़ा और थके कदमों से अपनी गाड़ी की ओर बढ़ा। मैंने सोचा सलोनी पहले भी वो सब बता सकती थी, फ़ालतू में मेरे दो घण्टे खराब हो गए।

अब गाड़ी चलाते हुए फिर से मेरा दिमाग घूमने लगा- ‘अबे साले पिछले दो घंटे से अमित तो सलोनी के साथ ही है और आज तो उसने उसको पूरी नंगी भी देख लिया है। ना जाने वो क्या कर रहे होंगे? और अमित कह भी रहा था कि वो उसकी सेवा कर रही है’

मेरा पैर एक्सीलेटर पर अपने आप दब गया, घर जाने की जल्दी जो थी। देखूँ तो सलोनी कैसी सेवा कर रही है उसकी? सुबह की हल्की रोशनी चारों और फैलनी शुरू हो गई थी, मुझे काफ़ी थकान महसूस होने लगी थी। सब कुछ बहुत अच्छा हुआ था मगर बस मुझे यह पुलिस वाला मामला बिल्कुल पसंद नहीं आया था।

गाड़ी चलाते हुए मैं किसी तरह अपने कॉलोनी तक पहुंचा। थैंक गॉड, अब कुछ नया नहीं हुआ था, वहाँ भी कोई नहीं था।

बाहर की ओर अमित की गाड़ी भी खड़ी थी, इसका मतलब अभी तक जनाब मेरे फ्लैट में ही थे। ना जाने क्यों मेरे होंठों पर एक मुस्कराहट सी आ गई। मैंने पार्किंग में गाड़ी खड़ी की।

मैने घड़ी देखी 4:35 हो चुके थे। पूरी रात खूब धमाचौकड़ी मचाई थी हमने, अब तो फ्लैट में जाने की जल्दी थी। मुझे इस बात की चिंता नहीं थी, बिल्कुल नहीं थी कि सलोनी अमित के साथ अकेली है या वो वहाँ कुछ हरमन झोली कर रही होगी।

मैं तो चाह रहा था कि वो चाहे किसी से भी चुदाई करे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला था, मैं उसकी हर मस्ती में साथ था पर मेरी इच्छा उसको चुदाई करवाते देखने की थी और इतना सब होने के बाद भी मुझे दुःख इसी बात का था कि सलोनी ने मेरे साथ ऐसा क्यों किया।

मैं तो उसके हर बात में साथ हूँ फिर उसने मुझे पुलिस वालों के साथ क्यों जाने दिया जब उसने कुछ करना ही नहीं था। अगर उसको अमित के साथ ही कुछ करना था तो मैं कौन सा उसको रोक रहा था और मेरा इतना समय भी ख़राब हुआ, साथ ही कितनी थकान भी हो गई।

पूरे कम्पार्टमेंट में कोई नहीं था, मैं आसानी से अपने फ्लैट तक पहुँच गया। मैंने घण्टी नहीं बजाई, यह मैंने पहले ही सोच लिया था कि आज सलोनी को बिना बताये ही फ्लैट में प्रवेश करूँगा। अगर उसने पूछा तो मेरे पास बहाना भी था कि तुमको डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था इसीलिए खुद अंदर आ गया।

मैंने अपने पर्स से चाबी निकाल बहुत चुपके से फ्लैट का दरवाजा खोला और बहुत शांति से ही अंदर प्रवेश कर गया। पहली नजर में मुझे वहाँ कोई नजर नहीं आया, मैंने चुपके से दरवाजा बंद किया पर जैसे ही घूमा।

अरे बाप रे…

मेरे सभी विचारों को लकवा मार गया। अमित सोफे पर बैठा ड्रिंक कर रहा था। उसने मुझे देख लिया था।

अमित बहुत धीमी आवाज में ही बोला- “चल अच्छा हुआ, तू आ गया। मैं तेरा ही इन्तजार कर रहा था, बहुत मुश्किल से भाभी को सुलाया है। लगता है बहुत ज्यादा ही डर गई हैं बेचारी”

मैं- “अरे तो तू यहाँ अकेला ही बैठा है, तेरे को ऐसे छोड़ कैसे सो गई यार?”

अमित- “अरे तू फ़ोर्मल्टी मत कर, वो बहुत ज्यादा थकी और परेशान थीं इसीलिए मैंने उनको सुला दिया था फिर सोचा कि तू आ जाये तभी निकलूँगा। चल अब मैं भी चलता हूँ, तू भी आराम कर ले”

मैं- “तू पागल हो गया है क्या? अब इस समय कहाँ जायेगा। 3-4 घंटे यहीं आराम कर ले, सुबह चले जाना”

मैंने अब देखा अमित ने कपड़े पहले ही बदल लिए हैं, मतलब उसका भी दिल अभी जाने का नहीं है। उसने मेरा ही एक लोअर पहना हुआ था और ऊपर उसका अपना सेंडो बनियान मगर मुझे उसके कपड़े वहाँ कहीं नजर नहीं आये, मतलब उसने मेरे बैडरूम में ही कपड़े बदले होंगे। पता नहीं क्या क्या हुआ होगा???

अमित- “पर यार तुम लोग डिस्टर्ब होंगे, मुझे जाने दे”

मैं- “तूने रुचिका को तो बोल दिया होगा ना?”

अमित- “वो उसकी तो कोई फ़िक्र नहीं, उसको तो रात ही फोन कर दिया था”

मैं- “तो तू अब कुछ मत सोच, चल अंदर तू आराम कर, मैं भी फ्रेश होकर आता हूँ”

अमित ने एक दो बार और थोड़ा सा ही विरोध किया फिर वो रुकने को राजी हो गया, मैं उसको अंदर ले गया। बिस्तर पर एक ओर चादर ओढ़े सलोनी सो रही थी। मुझे नहीं पता उसके बदन पर क्या था? या उसने कुछ पहना भी था या नहीं?
मुझे उसका चेहरा तक नहीं दिख रहा था वो अपनी तरफ मुँह किये सो रही थी, बहुत थक गई थी बेचारी। अमित ने मेरी ओर देखा, मैंने उसको बिस्तर की ओर इशारा किया। उसकी आँखें जरा सी सिकुड़ी।

मैं फुसफुसाते हुए ही- “तू इधर को सो जा, मैं बीच में लेट जाऊँगा”

वो बिना कुछ कहे दूसरे कोने में सिकुड़ कर लेट गया।

ना जाने क्यों? मुझे उस पर कुछ ज्यादा ही शक हुआ कि यह जो सब जगह कितना मजाकिया है, हर समय महिलाओं में घुसा रहता है। हर समय बस फ़्लर्ट ही करता रहता है, आज इतना सीधा क्यों है? क्यों इतना ज्यादा शरीफ बन रहा है? और सलोनी भी चाहे कितना भी थकी हो, वो अमित को अकेला छोड़ कैसे सो गई?

सब कुछ अजीब सा लग रहा था मगर वो सब मैं केवल अनुमान ही लगा सकता था। फिलहाल दोनों को छोड़ मैं बाथरूम में चला गया, जल्दी से फ्रेश हो कपड़े बदल कर मैं भी कमरे में आ गया।

यह क्या? सलोनी ने करवट बदल ली थी, उसका मुँह अब अमित की ओर था और सबसे बड़ी बात, वो बिस्तर के बीच आ गई थी। मैं चाहता तो उसको एक ओर कर बीच में लेट सकता था मगर अभी भी मेरे दिल में शरारत ही थी, सलोनी को बीच में लिटाने में भी मुझको कोई ऐतराज नहीं था।

मैंने अमित को देखा, वो दूसरी ओर करवट लिए सो रहा था या सोने की एक्टिंग कर रहा था।

मैं चुपचाप दूसरी ओर लेट गया, मुझे बहुत तेज नींद आ रही थी मगर दिल में एक उत्सुकता थी जो मुझे सोने नहीं दे रही थी कि सलोनी ना जाने कैसे कपड़ों में या हो सकता है नंगी ही हम दोनों के बीच लेटी है?

अमित इतना सीधा तो नहीं है कि एक नंगी खूबसूरत नारी को अपनी गाड़ी में लेकर आया जो हल्के नशे में भी थी, उसको बिना चोदे छोड़ा हो। और अब दोनों मेरे सामने ऐसे एक्टिंग कर रहे हैं अगर कुछ हुआ होगा तो जरूर कुछ न कुछ तो बात करेंगे ही।

जहाँ इतना अपनी नींद की कुर्बानी दी है, वहाँ कुछ और भी कर सकता हूँ। हालाँकि नींद मेरे ऊपर हावी होती जा रही थी।

पता नहीं क्या हुआ? और होगा????

TO BE CONTINUED .....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!

Love You All  Heart Heart
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रंगीली बीबी - by KHANSAGEER - 18-02-2024, 02:17 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 19-02-2024, 10:11 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 20-02-2024, 12:42 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 20-02-2024, 06:09 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 22-02-2024, 08:58 PM
RE: रंगीली बीबी - by sri7869 - 23-02-2024, 12:54 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 25-02-2024, 05:12 PM
RE: रंगीली बीबी - by Vamp - 26-02-2024, 04:53 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 01-03-2024, 04:19 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 02-03-2024, 11:12 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 06-03-2024, 06:58 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 06-03-2024, 08:05 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 10-03-2024, 02:08 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 11-03-2024, 10:33 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 12-03-2024, 02:53 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 12-03-2024, 05:54 PM
RE: रंगीली बीबी - by Vnice - 18-03-2024, 09:06 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 18-03-2024, 09:29 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 19-03-2024, 07:07 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 26-03-2024, 09:25 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 28-03-2024, 07:28 AM
RE: रंगीली बीबी - by Vnice - 28-03-2024, 08:26 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 31-03-2024, 10:13 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 01-04-2024, 04:26 PM
RE: रंगीली बीबी - by KHANSAGEER - 08-04-2024, 09:42 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 24-04-2024, 02:04 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 24-04-2024, 10:52 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 28-04-2024, 10:14 PM
RE: रंगीली बीबी - by Samar78 - 29-04-2024, 04:18 PM
RE: रंगीली बीबी - by Apkeliya - 20-05-2024, 10:08 AM
RE: रंगीली बीबी - by urb0nd - 23-05-2024, 02:00 PM



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