07-04-2024, 12:24 AM
हेलो दोस्तों में हूं विकाश बांखडे। कहानी उस समय की है जब मेरी शादी को सिर्फ दो ही महीने हुए थे । बीवी के मायके में शादी थी तो हम शादी के तीन दिन पहले ही निकल चुके थे । में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था । ठीक थक कमा लिया करता था । पापा नही जाने वाले थे वो घर को पहरा देने वाले थे और वैसे भी अब वो दूर का सफर नही चल सकता था बढ़ती उम्र का नतीजा था ।
हम बस से जाने वाले थे लेकिन इलेक्शन चल रहा था और कोई प्रोटेस्ट के कारण सभी बसे बंद पड़े हुए थे । हमने ट्रेन से जाने का फैसला किया । तो शाम की 7 बजे ट्रेन थी हमारी और 6 घंटे का सफर था । मेरी मम्मी नीलिमा और मेरी बीवी सपना और में हम तीनो ट्रेन स्टेशन आधा घंटे पहले पोहोछ गए ।
हम बस से जाने वाले थे लेकिन इलेक्शन चल रहा था और कोई प्रोटेस्ट के कारण सभी बसे बंद पड़े हुए थे । हमने ट्रेन से जाने का फैसला किया । तो शाम की 7 बजे ट्रेन थी हमारी और 6 घंटे का सफर था । मेरी मम्मी नीलिमा और मेरी बीवी सपना और में हम तीनो ट्रेन स्टेशन आधा घंटे पहले पोहोछ गए ।