04-04-2024, 06:38 AM
थैंक्स गॉड, कॉन्स्टेबल उसी की खिड़की की ओर आया। मैंने केवल थोड़ी से ही खिड़की खोली और बिना कुछ कहे अपना लाइसेंस उसको पकड़ा दिया। मैं उसको अंदर देखने या बात करने का मौका नहीं देना चाहता था।
मैं- “क्या हुआ सर? एयरपोर्ट से आ रहा हूँ, दोस्त को छोड़ने गया था”
साला कॉन्स्टेबल बहुत ही खुश्क टाइप का था, बिना कुछ बोले लाइसेंस लेकर अपने साहब के पास चला गया। मेरी ऊपर की सांस ऊपर और नीचे की सांस नीचे ही थी, मैं उनकी गतिविधि देख रहा था। मैंने सोचा अगर यहाँ बैठा रहा तो साला इनमें से कोई आकर सलोनी को देख सकता है, मैं जल्दी से नीचे उतरा और उनके पास पहुँच गया।
उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं पूछा, केवल फ्लाइट के बारे में पूछा जो मुझे पता था, कई बार बाहर जाने के कारण मुझे एयरपोर्ट और फ्लाइट के बारे में पता था। तो उनको कोई शक नहीं हुआ।
मेरे और काम के बारे में जान कर उन्होंने मेरा लाइसेंस मुझे दे दिया, मैंने चैन की सांस ली और अपनी गाड़ी की ओर बढ़ गया। मैं अपनी सीट पर बैठ अभी गाड़ी आगे बढ़ाने वाला ही था कि वो हो गया जो मैं नहीं चाहता था, सलोनी को नींद खुल गई और वो उठकर अपनी सीट पर बैठ गई।
बदकिस्मती से उसकी तरफ वाली खिड़की भी खुली थी और सिक्युरिटी वालों की नजर सीधे उसी पर पड़ी। मैं गाड़ी आगे बढ़ाता, उससे पहले ही कॉन्स्टेबल मेरी गाड़ी के आगे आकर खड़ा हो गया। अब मुझे सब कुछ धुन्धला सा नजर आने लगा। उसको देखकर मेरी गाड़ी खुद बा खुद बंद हो गई।
अबकी बार कॉन्स्टेबल मेरी ओर आया और मेरा दरवाजा खोल कर बोला- “तो झूट बोल रहा था बे, साले मस्ती करता घूम रहा है। खुलेआम…”
मैं- “नहीं सर व्ववओ वववो…”
कॉन्स्टेबल- “कुछ मत बोल साले… चल उतर नीचे…”
और जोर से अपने साब को बोला- “साहब यहाँ तो नंगी छोकरी है… साला गाड़ी में ही काम निबटा रहा था…”
उसकी बात सुनकर मैंने सलोनी की ओर देखा वो आँखे फाड़े केवल उस कॉन्स्टेबल को देख रही थी, उसकी शर्ट पूरी अस्त-व्यस्त थी, चूची भी आधी बाहर थी और टांगें भी ऊपर तक नंगी ही दिख रही थी। अगर कॉन्स्टेबल ने उसको नंगी कहा था तो बिल्कुल गलत नहीं कहा था। सलोनी वहां से पूरी नंगी ही दिख रही थी।
तभी वो इंस्पेक्टर बोला- “धर ले दोनों को”
कॉन्स्टेबल- “जी साब, चल वे उतार इसको भी, कहीं धंधे से ला रहा है या खुद ही बजाने ले जा रहा है?”
मैं अब बिल्कुल सच बोलने वाला था और यह भी जानता था कि यहाँ साला कोई विश्वास नहीं करेगा मगर अब कुछ तो करना ही था।
मैंने किसी तरह खुद को संयत किया- “सर विश्वास करो, यह मेरी बीवी है, हम एक पार्टी में गए थे और वहाँ इसको किसी ने पिला दी”
कॉन्स्टेबल- “और इसकी हालत तो यह बता रही है कि साली खूब चुदवाकर आ रही है”
मुझे उसकी बात पर कुछ गुस्सा आ गया- “तमीज से बात करो, हम पति पत्नी हैं”
मेरी आवाज शायद उस इंस्पेक्टर तक भी पहुँच गई, वो इंस्पेक्टर बोला- “क्या बकवास हो रही है वहाँ? यहाँ लेकर आ दोनों को”
मैं दौड़कर उस इंस्पेक्टर के पास गया- “सर हम दोनों पति पत्नी हैं और एक पार्टी से आ रहे हैं”
और ना जाने मैंने उससे क्या क्या बोल दिया। तभी मुझे सलोनी कि आवाज सुनाई दी, वो कॉन्स्टेबल जबरदस्ती उसको गाड़ी से उतार रहा था।
मैं- “अरे सर उसको रोको, वो मेरी बीवी के साथ बदतमीजी कर रहा है”
इंस्पेक्टर ने जैसे मेरे कोई बात सुनी ही नहीं और अपने कॉन्स्टेबल से ही बोला- “हाँ लेकर आ उसको भी यहाँ, पूछ कहाँ धंधा करती है साली”
मेरी हालत अब पतली होने लगी। जरूर सलोनी के साथ कुछ गलत होने वाला था।
उस कॉन्स्टेबल ने सलोनी को गाड़ी के नीचे उतार लिया। गनीमत यह थी कि सलोनी अब कुछ होश में नजर आ रही थी। वो खुद चल रही थी मगर फिर भी वो कॉन्स्टेबल उसको कोहनी के ऊपर बांह से पकड़े था। उसकी उंगलियाँ जरूर सलोनी की चूची से रगड़ खा रही होंगी। वो जल्दी ही हमारे पास आ गया।
खुली सड़क पर स्ट्रीट लाइट की रोसनी में सलोनी केवल एक शर्ट में एक इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल के सामने खड़ी थी और कॉन्स्टेबल उसका हाथ पकड़े उसके मम्मों का मजा भी ले रहा था।
इंस्पेक्टर- “अबे यह तो कोई नया ही माल लग रहा है। पहले तो नहीं देखा अपने एरिया में इसको?”
कॉन्स्टेबल- “हाँ साब, कोई प्राइवेट धंधे वाली लगती है और देखो साब खुले में करने की शौकीन है। लगता है गाड़ी में ही मरवाती आ रही थी”
और कॉन्स्टेबल ने सलोनी का हाथ छोड़ उसकी शर्ट नीचे से पकड़ ऊपर पेट तक उठा दी।
सत्यानाश!!!!
खुली सड़क पर सलोनी की चूत और चूतड़ दोनों नंगे हो गए। सलोनी कितनी भी ओपन हो पर ऐसा उसने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि दो अजनबी और अपने पति के सामने उसको ऐसा कुछ सामना करना होगा। उसका सारा नशा अब काफ़ूर हो गया था।
वो शर्म के मरे चीख पड़ी- “नहीईइइइइइइ इइइइइइ…”
उसने अपने हाथ अपनी आँखों पर रख लिए थे, मैं भी असहाय सा उसको देख रहा था।
इंस्पेक्टर- “हाँ यार, यह तो मस्त माल है”
और वो अपना हाथ सलोनी की ओर बढ़ाने लगा। मैं कितना भी मस्ती के मूड में था और चाहे बहुत अधिक खुल चुका था। शायद हर तरह की आवारागर्दी करना चाहता था मगर इस समय खुद को ठगा सा महसूस कर रहा था, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि इस परिस्थति से कैसे निकला जाये।
मैं बिल्कुल नहीं चाहता था कि कोई भी इंसान हमारी मजबूरी का फ़ायदा उठाये, अपनी मर्जी से हम कुछ भी करें वो हर हाल में अच्छा लगता है मगर इस तरह डरा धमका कर ऐसे सिक्युरिटी वालों के सामने मैं किसी भी हाल में अपनी बीवी की बेइज्जती नहीं चाहता था।
सलोनी भी पूरी तरह से इन लोगों का विरोध कर रही थी, उसको भी ये सब बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा था कि एक गंदा सा हवलदार उसको छुए और उसके साथ ऐसे बदसुलूकी करे, वो हर तरह से विरोध कर रही थी। इंस्पेक्टर भी साला कमीना टाईप का ही था, तभी वो कुछ नहीं सुन रहा था या हो सकता है कि उसका रात की ड्यूटी में ऐसे ही लोगों का सामना होता हो इसीलिए वो हम पर जरा भी भरोसा नहीं कर रहा था।
सलोनी मचलती हुई और उनकी हरकतों का विरोध करती हुई उनके बीच खड़ी थी, हवलदार उसके पीछे खड़ा हुआ उसको पकड़े था और इंस्पेक्टर उसके सामने खड़ा उसको देख रहा था। मैं एक तरफ साइड में खड़ा ये सब देख रहा था और उनसे बचने की तरकीब सोच रहा था।
हवलदार ने सलोनी की शर्ट उसके पेट तक ऊँची कर पकड़ ली और खी खी कर हंसने लगा।
हवलदार- “यह देखो साब, पूरी नंगी है सुसरी, गाड़ी में ही करा रही थी”
सलोनी ने पूरी ताकत लगा दी हवलदार के हाथ से शर्ट छुड़वाने में।
इंस्पेक्टर- “सीधी खड़ी रह”
और उसने अपना हाथ सलोनी के पेट पर रख सहलाया- “ये बिना कपड़ों के क्या कर रही थी?”
सलोनी की चूत का उभार इतना ज्यादा उभरा हुआ है कि उसके खड़े होने पर भी उसकी चूत के होंठ दिख रहे थे। ऊपर से वो हमेशा उनको चिकना रखती थी इसीलिए वो कुछ ज्यादा ही हर किसी को आकर्षित करते हैं। सच सलोनी किसी सेक्स की मूरत की तरह खड़ी थी। उसकी शर्ट का ऊपर का बटन खुला था और गला भी काफी बड़ा था जिससे उसकी गदराई मुलायम चूची का काफी भाग बाहर झाँक रहा था।
इंस्पेक्टर ने सलोनी के पेट को सहलाते हुए ही अपना हाथ सीधा किया, उसकी उँगलियाँ सलोनी की चूत के ऊपरी हिस्से तक पहुँच गई। सलोनी ने पैरों को झटका जिससे उसका हाथ वहाँ से हटा तो नहीं पर हाँ थोड़ा सा नीचे को और हो गया।
इंस्पेक्टर- “अरे क्यों मचल रही है। अपने इस मुँह से फ़ूट ना, यह अपनी इस चिड़िया को खोलकर कहाँ जा रही थी। लग तो ऐसा ही लग रहा है जैसे खूब खिला पिला रही है इसको?”
सलोनी- “नहीईइइइइइ इइइइइ प्लीज सर मत करिए”
अरे यह क्या…????
इंस्पेक्टर की पूरी हथेली सलोनी की चूत पर थी, उसने सलोनी की चूत को अपनी मुट्ठी में भर लिया।
सलोनी- “अह्ह्हाआआआ मत करो…”
इंस्पेक्टर- “सच वे, बहुत चिकनी है…”
हवलदार- “साब अंदर से भी चेक करो ना, कहीं कुछ छुपा कर तो नहीं ले जा रही”
इंस्पेक्टर- “वो तू अपने डंडे से चेक कर लेना। हा हा हा…”
हवलदार- “हा हा हा साब आप आगे से चेक कर लो। मेरा डंडा तो इसको पीछे से चेक कर रहा है। साली खूब मालदार है”
मैं चौंक गया। इसका तो मैंने ध्यान ही नहीं दिया। हवलदार सलोनी को पकड़ने के बहाने से उसके नंगे चूतड़ों से बुरी तरह चिपका था।
मुझे बहुत तेज गुस्सा आ गया- “यह आप लोग कर क्या रहे हो? आप शायद जानते नहीं हो, मैं इसकी शिकायत ऊपर तक करूँगा”
इंस्पेक्टर- “जा भाग यहाँ से, तू शिकायत कर तब तक हम इसकी शिकायत पर मोहर लगा देते हैं”
ओह! ये तो खुलेआम गुंडागर्दी पर आ गए थे।
मैं- “आप लोग ऐसा नहीं कर सकते। हम पति पत्नी हैं”
इंस्पेक्टर- “तो जा पहले सबूत लेकर आ साले, हमको बेवक़ूफ़ समझता है। पति पत्नी रात को इस समय नंगे घूमते हैं”
और एक झटके में उसने सलोनी की शर्ट के सारे बटन खोल दिए।
TO BE CONTINUED ......
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
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