29-03-2024, 12:17 PM
सलोनी बिस्तर पर घुटने पर बैठ चादर हटा देख रही थी, वो अंग्रेजी में बोल रहा था, वो कोई विदेशी ही था, ज्यादा गोरा तो नहीं पर अलग सा लुक था उसका।
आदमी- “अरे मेरी जान क्या ढूंढ रही है?”
और साले ने एक कस कर चपत सलोनी के चूतड़ पर लगा दी। उसके दोनों चूतड़ के हिस्से जोर से हिले और एकदम से लाल हो गए।
सलोनी- “उउउन्न… ओह… दर्द होता है…”
और उसने बड़े ही सेक्सी अंदाज़ में अपनी कमर को हिलाया।
आदमी- “ओह सॉरी…”
और उसने उस हिस्से को सहलाया- “पर क्या खो गया?”
सलोनी- “व्ववओ… मेरी ब्रा नहीं मिल रही, यही तो थी”
आदमी ने उसकी चूची को पकड़ लिया- “अरे मेरी जान! इनको कैद नहीं कर न, कितने सुन्दर हैं तेरे ये फूल, इनको आजाद रहने दे”
और उसने सलोनी को अपने ओर खींच उसकी एक चूची को अपने मुँह में डाल लिया। मैंने देखा कि वो लड़की भी उनकी मस्ती देख मस्त हो रही थी, उसने अपना हाथ सलोनी की पीठ पर रख दिया और सहलाने लगी।
मैंने भी अपनी पैंट को फिर से नीचे कर दिया और उस लड़की के पास पहुँच गया। उसने मुस्कुराते हुए मेरे लण्ड को अपने बाएं हाथ से पकड़ लिया मगर मैं अब कुछ और करने के मूड में नहीं था, मैं कैसे भी अपना पानी चूत में निकालना चाह रहा था।
मैंने उसकी चूत को अपने हाथ से सहलाया और उसको घुमाने के लिए पलटने लगा तो वो एकदम घूमकर घोड़ी बन गई। उसको शायद ऐसे चुदवाना अच्छा लगता होगा।
मैं एक हाथ से उसकी चूत को टटोलते हुए बिस्तर पर चढ़कर उसके पीछे घुटनों पर बैठ गया और अपने लण्ड को सेट करके उसकी चूत में अंदर तक घुसेड़ दिया। अब बिस्तर पर ही बड़ा अच्छा नजारा हो गया था।
एक साइड में वो आदमी बैठा था, सलोनी अपने घुटनों पर खड़े हो अपनी चूची चुसवा रही थी, उसके पीछे वो लड़की घोड़ी बनी थी और उस लड़की का मुँह ठीक सलोनी के चूतड़ों पर था और मैं उस लड़की की चूत में लण्ड डाले उसको चोद रहा था।
तभी उस लड़की ने सलोनी के चतड़ों को अपने दोनों हाथ से पकड़ खोला तो मेरे सामने सलोनी के दोनों छेद चमक उठे। दोनों पूरे लाल हो रहे थे और चूत तो इतनी गीली हो रही थी जैसे लगातार पानी छोड रही हो।
मैंने उस लड़की के कसकर एक धक्का मारा और उसका मुँह सलोनी के चूतड़ों से सट गया। उसने भी पूरा नीचे होकर सलोनी की चूत पर अपनी जीभ लगा दी। सलोनी ने एक बार पीछे घूमकर देखा। उसकी आँखे थोड़ी सी फैली और फिर वो भी मजा लेने लगी। वो लड़की बड़े मजे से सलोनी की चूत चाट रही थी और मैं कस कस कर धक्के मार रहा था।
इस बार कुछ धक्कों में ही मेरे लण्ड ने पिचकारी निकालनी शुरू कर दी, मैंने जल्दी से लण्ड उसकी चूत से बाहर निकाला, और उसकी पीठ पर सारा पानी छोड़ दिया। लड़की तेजी से उठी और मेरे लण्ड को अपने मुँह में ले लिया। वो पूरी प्रोफेशनल थी उसको सब पता था कि मर्द को कैसे अच्छा लगता है।
ओह थैंक्स गॉड! मेरे लण्ड को आखिरकार ठंडक मिल ही गई थी। उस लड़की ने एक एक बूँद चाट चाट कर साफ़ कर दी थी। मेरा लण्ड शीशे की तरह चमक रहा था। लड़की वाकयी बहुत सेक्सी थी। अब मैंने उसको ध्यान से देखा। बड़ी बड़ी आँखें, सांवला रंग और बहुत सेक्सी होंठ, नीचे का होंठ कुछ ज्यादा ही चौड़ा था जो शायद लण्ड चूस चूस कर हुआ होगा। मगर उसकी फिगर बहुत सेक्सी था, मस्त उठी हुई चूचियाँ और उभरे हुए चूतड़। यह पक्का था कि कपड़ों में भी वो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेती होगी। फिलहाल तो पूरी नंगी मेरे लण्ड की सेवा में लगी थी।
मेरा ध्यान अब सलोनी की ओर था और मैं इंतजार में था कि यह भी चुदवा ले।
क्याआआ ये अर…रे…रे…र…
मैंने देखा उस आदमी ने सलोनी को गोद में खींच लिया है। मैंने हल्का सा नीचे झुककर देखा, अरे! इसका लण्ड तो ठीक सलोनी की चूत से चिपका था। एक मजेदार लम्बा और मजबूत लण्ड उसकी चूत से चिपका था। वो आदमी अपने हाथों से निचोड़ निचोड़ कर उसकी चूची चूस रहा था।
सलोनी लगातार अपनी कमर हिला रही थी जिससे उसकी चूत उसके लण्ड का हाल बेहाल किये थी। तभी उसने सलोनी को जरा सा ऊपर को किया या सलोनी खुद हल्का से ऊँची हुई।
अररर रे रे ये क्या??? उसका लण्ड अब पूरा खड़ा था। करीब 8 इंच और बहुत मोटा, लण्ड का अगला भाग लाल भभूका हो रहा था। सलोनी के दोनों पैर काफी खुले थे। वो उसकी गोद में पूरी चिपकी थी। पीछे से ही उसकी मस्त चूत खिली हुई साफ़ दिख रही थी। उसके उचकने से लण्ड का टोपा सलोनी की चूत के मुख पर आ गया था। मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था कि लण्ड के टोपे ने चूत के मुख को खोलना शुरू कर दिया था।
बहुत ही गर्म नजारा था…
मुझे लग रहा था कि किसी भी पल यह भयंकर लण्ड मेरी जान की चूत में प्रवेश करने ही वाला है। शायद सलोनी को भी इसका अहसास होने लगा था। वो जैसे ही थोड़ा सा और ऊपर हुई, मैंने देखा लण्ड अब उसकी चूत से हट गया था। पता नहीं सलोनी क्यों अभी भी लण्ड से दूर हो रही थी। शायद उसको मेरे सामने चूत में गैर लण्ड लेते शर्म आ रही होगी।
फिलहाल तो मेरे दिल को यही लग रहा था…
तभी मैंने देखा उस आदमी ने सलोनी को कसकर बाँहों में जकड़ लिया और उसको फिर से अपनी गोद में बिठाने को नीचे कर रहा है। उसने अपने बाएं हाथ से सलोनी को कस कर चिपका लिया और दायाँ हाथ नीचे ला सलोनी के कसे हुए चूतड़ को दबाते हुए उसको अपने लण्ड पर सेट करने लगा।
मैं साला भी ना जाने क्यों इसका इन्तजार कर रहा था कि ‘कब यह लण्ड सलोनी की चूत को भेदता हुआ अंदर जाता है’
मैं बिना पलक झपकाये उसको देखे जा रहा था और वो लड़की बेचारी मेरे मुरझा चुके लण्ड को अभी भी चूसे जा रही थी शायद उसको फिर से चुदवाना था। मैंने देखा लण्ड कि पोजीशन ठीक सलोनी की चूत के मुँह पर थी और सलोनी पूरा प्रयास ऊपर उठने का कर रही थी। उसको लण्ड अपनी चूत तक नहीं जाने देना था।
और वो आदमी उसको किसी छोटी से गुड़िया की तरह अपनी गोद में चिपकाये बड़े प्यार से ही उसको लण्ड के पास ला रहा था। बहुत ताकतवर था वो आदमी, उसने एक बार फिर सलोनी को नीचे खींचते हुए और अपनी कमर को भी थोड़ा सा ऊपर उठाते हुए एक बार फिर लण्ड को चूत से भिड़ा दिया।
मैंने देखा इस छीना झपटी में एक दो बार लण्ड का अगला हिस्सा जरूर थोड़ा बहुत चूत को भेद चुका था। यह नजारा मेरे इतने पास चल रहा था कि उसका हर प्रयास और हरकत मुझे साफ़ साफ़ दिख रही थी। जैसे ही लण्ड चूत के मुख को छूता था सलोनी अपनी पूरी ताकत लगा फिर ऊपर हो जाती थी।
उन दोनों का यह खेल देख मेरे लण्ड में फिर से जान आने लगी। साथ ही वो सेक्सी लड़की अपनी पूरी कोशिश कर ही रही थी। मेरे लण्ड को बहुत अच्छी तरह से चारों ओर से चूस रही थी। मगर मुझे यकीन था कि इतनी जल्दी लण्ड में ताकत उसके चूसने से नहीं, बल्कि सामने चल रहे नजारे ओर सलोनी की मस्ती देख ही आ रही थी।
मेरे लण्ड को ना जाने क्यों?? ये सब बहुत भा रहा था। अब इन्तजार लण्ड के सम्पूर्ण रूप से सलोनी की चूत में समाने का था।
10-12 बार यही सब चलता रहा, वो सलोनी को नीचे करता और सलोनी ऊपर उठ जाती और एक बार भक्क की आवाज आई… अरे हाँ इस बार टोपा अंदर तक चला गया।
सलोनी- “अह्ह्ह्हाआआआ ऊइइइइइइ…”
सलोनी के मुँह से भी एक चीख और सिसकारी एक साथ निकली…
TO BE CONTINUED .....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
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