23-03-2024, 03:26 PM
अब मैंने सलोनी की ओर ध्यान दिया, मैंने जाकर उसको देखा तो उसकी दोनों चूची पूरी लाल हो रही थी और निप्पल बिल्कुल खड़े थे। मैंने जैसे ही हाथ लगाया तो सलोनी के दोनों निप्पल थूक से लसलसे से दिखे, मैंने तुरंत सलोनी की चूत को हाथ लगाया तो ओह???
वोडका के 4 पेग लगाने के बाद मुझे अच्छा खासा नशा हो गया था अभी कुछ देर पहले तक मैं बहुत मस्ती में था क्योंकि काफी दिनों के बाद मैंने इतने पेग एक साथ लिए थे।
मगर अभी कुछ देर की घटनाओ ने मेरे सारे नशे की ऐसी-तैसी कर दी थी। मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि जो मस्ती मैं करने आया था, वो ऐसी तो नहीं थी कि एक वेटर मेरी जान को ऐसे छोड़कर चला गया था।
सलोनी अभी भी बिस्तर पर लेटी थी, उसकी नंगी चूचियाँ अपने साथ हुए हर जुल्म की दास्ताँ सुना रही थी। उसकी चूत पूरी तरह से खुली पड़ी थी। उसकी स्कर्ट जो वैसे ही बहुत छोटी थी और इस समय उसकी कमर के नीचे दबी थी। मेरा हाथ उसकी नंगी चूत पर चला गया। जैसे ही मैंने उसकी चूत को छुआ, वो बहुत गीली थी, चूत के आस पास के क्षेत्र से साफ़ पता चल रहा था कि उसके साथ छेड़छाड़ की गई है और चाटा भी गया है।
मगर मैंने जब अपनी गीली उँगलियों को सूँघा तो वो तो मेरी जान के चूत का ही पानी था। मैं इस सुगन्ध को कैसे भूल सकता हूँ। जब भी सलोनी बहुत ज्यादा गर्म हो जाती थी तो उसकी चूत का पानी खुद व खुद निकलने लगता है जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैल जाती है।
इसका मतलब सलोनी पूरी तरह गर्म हो गई थी, वो पूरा बेहोश नहीं थी, वो भी यहाँ जो भी हुआ था, उसका पूरा मजा ले रही थी। मैंने एक बार फिर सलोनी की चूत पर उँगलियाँ घुमाई।
सलोनी- “अह्ह्हाआआआ ओह!”
उसने एक जोर से सिसकारी भरी, इसका मतलब यह मजे ले रही है। हाँ, इसकी आँखें पूरी तरह बंद हैं उसको नहीं पता कि उसके साथ कौन है। मैंने उसको करीब 5 मिनट तक खूब गर्म कर दिया। मेरा लण्ड भी पूरा तनतना रहा था मगर मैं अभी से सलोनी को चोद कर पूरा रात का मजा ख़राब नहीं करना चाहता था। तभी वो वेटर फिर से कमरे में आ गया, उसके हाथ में एक गिलास भी था।
वेटर श्याम- “क्या साहब। चोद दिया क्या?? ऐसे कैसे मजा आया होगा आपको? लो, मैं यह नीम्बू पानी लाया हूँ। पहले इसको पिलाकर होश में लाओ, फिर आराम से इसकी चूत और गाण्ड दोनों मारना”
मैंने बिना कुछ बोले उससे गिलास ले लिया। सलोनी को उठाकर अपने कंधे पर अधलेटा किया और उसको वो नीम्बू पानी पिलाने की कोशिश करने लगा।
तभी वो वेटर साला मेरे सामने ही बैठ सलोनी की जांघें सहलाता हुआ बोला- “साहब कुछ भी कहो, पर माल बहुत मस्त है। लगता है अभी नई ही धंधे में आई है। मैंने भी आज तक नहीं देखा”
मैं बेबस सा उसको देख रहा था, अब कुछ कह भी नहीं सकता था, अगर जरा भी उसको बोलता कि मेरी बीवी है तो साला सभी को बोल देता और सभी मेरी बहुत मजाक उड़ाते।
उसकी हिम्मत बढ़ती जा रही थी, उसने मेरे सामने ही सलोनी की चूत को अपने दोनों अंगूठों से खोलते हुए कहा- “देखा साहब कितनी टाइट और पूरी लाल चूत है और खुशबू भी ऐसी जैसी कुंवारी लड़की की चूत से आती है। सच साहब बहुत जानदार चूत है। मैं तो यहाँ रोज कई देखता हूँ पर ऐसी नहीं देखी”
लग रहा था कि इस साले ने कसम खाई है वरना इसकी तो मार ही लेता। बोलते बोलते कमीने ने अपना मुँह सलोनी की चूत पर लगा दिया। मैं सलोनी के ऊपर वाले मुँह को किसी तरह खोलकर उसको नीम्बू पानी पिलाने में ही व्यस्त था और वो कमीना मेरी सलोनी के नीचे वाले होंठ पूरी तरह खोलकर मेरे ही सामने चूसने लगा।
सलोनी को भी अब हल्का हल्का होश आने लगा था। मुझे डर सा लगने लगा कि यह सब देखकर ना जाने वो क्या सोचने लगे कि क्या ये सब मैं ही करा रहा हूँ?
मैंने कसकर एक लात उस वेटर को मारी। वो दूर हट गया।
मैं- “तू अपने कमीनेपन से बाज नहीं आएगा साले”
श्याम बड़े गंदे ढंग से अपने होंटों को चाटने लगा और बोला- “क्या साहब? कितना मजा आ रहा था, सच बहुत मजेदार है तिकोनी इसकी। पहले भी आपने नहीं चूसने दी। जैसे ही चूसने लगा तभी आ धमके और अब भी नहीं”
मैं- “साले ये कोई धंधे वाली नहीं है। घरेलू है, मेरे साथ केवल घूमने आई है”
श्याम- “ओह तो यह बात है। किसी और की घरवाली के साथ मजे, कोई बात नहीं साहब, करो मजे”
सलोनी अब हल्के हल्के कुनमुनाने लगी तो मैंने उसको जाने का इशारा किया और वो शराफत से चला भी गया।
सलोनी- “ओह क्या हुआ? मेरा सर, ओह यह सब?”
मैं- “कुछ नहीं जान, तुमको जरा ज्यादा हो गई थी, चलो बाहर चलकर बैठते हैं”
सलोनी ने खुद को व्यवस्थित किया, उसने मुझसे कोई बात नहीं की।
मैं- “जान कैसा लग रहा है? अब सब सही है ना?”
सलोनी- “सॉरी जानू, पता नहीं मुझे क्या हो गया था? वो मैं टॉयलेट गई थी फिर पता नहीं क्या हुआ एकदम से”
मैं- “कुछ नहीं जान, चलो बाहर चलकर बैठते हैं”
और हम रेस्टोरेंट में आकर बैठ गए वहाँ दो बार गर्ल काफी छोटे कपड़ों में डांस कर रही थीं।
सलोनी- “क्या खाना यहीं खायेंगे?”
मैं- “हाँ जान, क्यों क्या हुआ?”
सलोनी- “नहीं कुछ नहीं, वो सब हमको ही देख रहे हैं”
मैं- “हाँ जान लगता है तुम भूल गई हो कि तुमने स्कर्ट के नीचे कच्छी नहीं पहनी है और तुम्हारे लेटने से स्कर्ट भी सिकुड़ गई है”
सलोनी को जैसे सब कुछ याद आया। मैंने भी जानबूझकर ही उसको याद दिलाया कि कहीं बेख्याली में वो कुछ ज्यादा ना कर दे।
सलोनी- “ओह मैं तो बिल्कुल भूल ही गई थी। सुनो, घर चलो ना, सब मुझे ही कैसी भूखी नजरों से देख रहे हैं”
मैं- “अरे, तो क्या हुआ जान? मज़े लो ना, डरती क्यों हो, कोई कुछ करेगा थोड़े ना। मैं हूँ ना”
सलोनी ने कोई जवाब नहीं दिया। हम सेंटर में एक मेज पर जाकर बैठ गए, मैंने कुछ स्नैक्स और सूप आर्डर किया। अब डांस काफी सेक्सी हो गया था और लड़की भी बदल गई थी।
लड़कियाँ केवल ब्रा और छोटी सी कच्छी में बड़े ही उत्तेजक ढंग से डांस कर रही थीं। उनकी चूचियों का काफी हिस्सा उनके हिलने से बाहर निकले जा रहा था और दोनों चूचियाँ बहुत तेजी से हिल रही थी या ऐसे कहो कि वो हिला रही थीं। उनके चूतड़ तो लगभग उनकी कच्छी से बाहर ही थे, बहुत पतली पट्टी ही उनके पीछे चूतड़ों को ढके थी।
तभी एक लड़की नाचते नाचते हमारे मेज के पास आई, उसने जैसे ही मुझे आँख मारी। मुझे याद आया- ‘ओह यह तो वही लड़की है जो अभी कुछ देर पहले उस कमरे में एक मोटे से चुद रही थी। अरे इसी की तो वो मोटा आदमी गांड मार रहा था और अब यह वही गांड नचा नचा कर सबको दिखा रही है’
तभी वो मेरी गोद में आकर बैठ गई। उसने अपने चूतड़ बड़े सेक्सी अंदाज़ में मेरे आधे खड़े लण्ड पर रगड़े और मेरे गालों को चूम लिया। मेर हाथ भी उसकी चूचियों तक पहुँच गए थे पर 20 सेकंड में ही वो उठकर फिर स्टेज पर चली गई।
सलोनी- “क्या बात जानू, लगता है यहाँ बहुत आते हो?”
वो लगातार मुस्कुरा रही थी।
मैं- “अरे नहीं, वो तो मैंने अभी इसको अंदर देखा था”
ओह! मेरे मुँह से निकल गया।
सलोनी- “कहाँ अंदर? बताओ ना”
TO BE CONTINUED .....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
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