21-03-2024, 04:02 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
चन्द्रकान्ता - देवकीनन्दन खत्री रचित उपन्यास
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