20-03-2024, 11:08 PM
(This post was last modified: 21-03-2024, 07:21 AM by rajusethzee. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
फिर डॉ माँ को अपने बाँहों में भर के माँ के रसीले होठ को चूसने लगा आआआह्ह्ह्हह्ह माँ को भी हल्का शर्म आरही थी आआह्ह्ह्हह ह्म्मम्म्म्म डॉ माँ के बदन को सहलाते हुए किश किये जा रहा था ह्म्म्मम्म आह्ह्ह्हह्ह फिर डॉ ने माँ से कहा की ...
डॉ- आआअह्ह्ह्हह भाभी जी मुझे आपकी पेटीकोट पेहेनना है और आप मेरी कोट पहनिए मज़ा आएगा ह्म्म्मम्म
माँ- हस्ते हुए .......क्या डॉ साहब आप भी न लगता है मेरी सहेली के साथ ऐसे ही मस्ती करते हो ह्म्म्मम्म
डॉ- आआह्ह्हह्ह्ह्ह भाभी जी मस्ती में ही तो मज़ा है ह्म्मम्म्म्म पहनाइए न अपनी सेक्सी पेटीकोट ह्म्मम्म्म्म
फिर माँ ने डॉ को अपनी पेटीकोट पहनाने लगी और डॉ भी शरमाते हुए पहनने लगा आआह्ह्ह्हह्ह
और माँ डॉ की कोट पहनली आअह्हह्ह्ह्ह और दोनों एक दूसरे के बदन से चिपक के किश करने लगे आअह्हह्ह्ह्ह
डॉ- आआह्ह्हह्ह्ह्ह भाभी जी मेरा लंड कब से बेताब है आपके हाथो में आने के लिए पकड़ लीजिये न हम्म्म्म आआअह्हह्ह्ह्ह
माँ- आआह्ह्ह्हह्ह्ह्ह क्या भाई साहब अब ये सब बाद में कीजियेगा न ह्म्मम्म्म्म आज जल्दी है मुझे ह्म्म्मम्म
डॉ- बस थोड़ी देर और भाभी जी कम से कम मेरे लंड के बारे में सोचिये न .......आआह्ह्ह्हह और आपके चूत में भी जो आग लगी है उसे भी भुझा दू फिर चले जाइये ह्म्म्मम्म्म्म
माँ- आअह्हह्ह्ह्ह अच्छा ठीक है जल्दी से कीजिये ह्म्मम्म्म्म वैसे मेरी बेटी भी डॉ की पढाई कर रही है उसे भी प्रैक्टिस के लिए आपके पास भेज दू ......
डॉ- हां हां बिलकुल भाभी जी कल से भेज दीजिये न .....मेरा बेटा भी पढाई कर रहा है वो भी मेरे पास सिखने आता है दोनों को साथ सीखा दूंगा ह्म्म्मम्म आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह
फिर माँ अंकल पे पेटीकोट में हाथ डाल के उनका लंड पकड़ ली अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह और हिलाने लगी हम्म्म्म आअह्ह्ह्हह
माँ- आआआअह्हह्ह्ह्ह डॉ साहब आपका हथियार तो काफी सख्त हो गया है ह्म्म्मम्म
डॉ- आआह्ह्ह्हह्ह भाभी जी वो तो जब भी आपको देखता हु तो तुरंत सख्त हो जाया है ....और आज तो आपके हांथो में है ह्म्म्मम्म अह्ह्ह्ह
फिर माँ से रहा नहीं गया तो तुरंत माँ ने डॉ का लंड अपने मुँह में ली और चूसने लगी आअह्ह्ह्हह्ह्ह्हह डॉ को इतना मज़ा आने लगा की पूछो मत आआआहहहहह डॉ अपनी आखें बंद करके लंड चुसाई का मज़ा लेने लगा आआअह्हह्ह्ह्ह मममममम आअह्हह्ह्ह्ह
डॉ- आआअह्ह्ह्हह भाभी जी मुझे आपकी पेटीकोट पेहेनना है और आप मेरी कोट पहनिए मज़ा आएगा ह्म्म्मम्म
माँ- हस्ते हुए .......क्या डॉ साहब आप भी न लगता है मेरी सहेली के साथ ऐसे ही मस्ती करते हो ह्म्म्मम्म
डॉ- आआह्ह्हह्ह्ह्ह भाभी जी मस्ती में ही तो मज़ा है ह्म्मम्म्म्म पहनाइए न अपनी सेक्सी पेटीकोट ह्म्मम्म्म्म
फिर माँ ने डॉ को अपनी पेटीकोट पहनाने लगी और डॉ भी शरमाते हुए पहनने लगा आआह्ह्ह्हह्ह
और माँ डॉ की कोट पहनली आअह्हह्ह्ह्ह और दोनों एक दूसरे के बदन से चिपक के किश करने लगे आअह्हह्ह्ह्ह
डॉ- आआह्ह्हह्ह्ह्ह भाभी जी मेरा लंड कब से बेताब है आपके हाथो में आने के लिए पकड़ लीजिये न हम्म्म्म आआअह्हह्ह्ह्ह
माँ- आआह्ह्ह्हह्ह्ह्ह क्या भाई साहब अब ये सब बाद में कीजियेगा न ह्म्मम्म्म्म आज जल्दी है मुझे ह्म्म्मम्म
डॉ- बस थोड़ी देर और भाभी जी कम से कम मेरे लंड के बारे में सोचिये न .......आआह्ह्ह्हह और आपके चूत में भी जो आग लगी है उसे भी भुझा दू फिर चले जाइये ह्म्म्मम्म्म्म
माँ- आअह्हह्ह्ह्ह अच्छा ठीक है जल्दी से कीजिये ह्म्मम्म्म्म वैसे मेरी बेटी भी डॉ की पढाई कर रही है उसे भी प्रैक्टिस के लिए आपके पास भेज दू ......
डॉ- हां हां बिलकुल भाभी जी कल से भेज दीजिये न .....मेरा बेटा भी पढाई कर रहा है वो भी मेरे पास सिखने आता है दोनों को साथ सीखा दूंगा ह्म्म्मम्म आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह
फिर माँ अंकल पे पेटीकोट में हाथ डाल के उनका लंड पकड़ ली अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह और हिलाने लगी हम्म्म्म आअह्ह्ह्हह
माँ- आआआअह्हह्ह्ह्ह डॉ साहब आपका हथियार तो काफी सख्त हो गया है ह्म्म्मम्म
डॉ- आआह्ह्ह्हह्ह भाभी जी वो तो जब भी आपको देखता हु तो तुरंत सख्त हो जाया है ....और आज तो आपके हांथो में है ह्म्म्मम्म अह्ह्ह्ह
फिर माँ से रहा नहीं गया तो तुरंत माँ ने डॉ का लंड अपने मुँह में ली और चूसने लगी आअह्ह्ह्हह्ह्ह्हह डॉ को इतना मज़ा आने लगा की पूछो मत आआआहहहहह डॉ अपनी आखें बंद करके लंड चुसाई का मज़ा लेने लगा आआअह्हह्ह्ह्ह मममममम आअह्हह्ह्ह्ह