20-03-2024, 04:13 PM
सलोनी- “आप कपड़े यहीं पहनकर जाओगे या कुछ और निकालूँ?”
मैं- “बस बस रहने दो, तुमसे वही पहनकर चलने को कहा था, वो तो सुना नहीं और मेरे साथ चल रही हो एक रोमांटिक डिनर पर। ऐसा करो बुर्का और पहन लो”
सलोनी- “ओह मेरा सोना, मेरा बाबू! कितना नाराज होता है”
सलोनी को शायद कुछ समय पहले हुई हरकत का थोड़ा सा अफ़सोस सा था, वो अपना पहले वाला पूरा प्यार दिखा रही थी। उसने मुझे अपने गले से लगा लिया। मुझे चिपकाकर उसने मेरे चेहरे पर कई चुम्बन ले दिए।
मैं- “बस बस! रहने दो यार, जब हम रोमांटिक होते हैं तो तुम जरुरत से ज्यादा बोर हो जाती हो”
सलोनी- “क्या कहा, मैं और बोर? नहीं मेरे जानू, तुम्हारे लिए तो मेरी जान भी हाजिर है। तुम जैसा चाहो, मैं तो बिल्कुल वैसे ही रहना चाहती हूँ”
मैं- “तो ये सब क्या पहन लिया?? तुम्हारे पास कितने सेक्सी ड्रेसेज़ हैं कुछ बढ़िया सा नहीं पहन सकती थीं?”
सलोनी- “मेरे जानू, तुम बोलो तो फिर से साड़ी पहन लेती हूँ”
मैं- “हा हा… फिर तो कल का लंच ही मिल पायेगा। मुझे पता है तुम कितनी परफेक्ट हो साड़ी पहनने में”
सलोनी- “हाँ यह तो है, अब आप बताओ, जो कहोगे वो ही पहन लूँगी”
बिस्तर पर सलोनी की 2-3 ड्रेसेज़ और भी पड़ी थी। मैंने उसकी एक सफ़ेद मिनी स्कर्ट जिसमे आगे और पीछे बहुत सेक्सी पिक्चर भी थी और एक लाल ट्यूब टॉप लिया जो केवल चूचियों को ही ढकता है।
सलोनी ने मेरे हाथ से दोनों कपड़े झपटने लेने की कोशिश की- “लाओ ना, मैं अभी फटाफट बदल लेती हूँ”
मैं- “अरे छोड़ो यार ये तो अब, मैंने कहा था ना चलो गाड़ी में ही बदल लेना”
सलोनी- “अरे गाड़ी में कैसे? क्या हो गया है आपको जानू?? सब देखेंगे नहीं क्या??”
मैं- “अरे कोई नहीं देखेगा यार, चलती गाड़ी में ही कह रहा हूँ ना कि खुली सड़क पर”
सलोनी- “मग्गरर…”
मैं- “कोई अगर मगर नहीं यार, अगर थोड़ा बहुत कोई देखता भी है तो हमारा क्या जायेगा। उसका ही नुक्सान होगा। हा हा हा हा…”
मैंने आँख मारते हुए उसको छेड़ा। अबकी बार सलोनी ने कुछ नहीं कहा, बल्कि हल्के से मुस्कुरा दी बस। हम दोनों जल्दी से फ्लैट लॉक करके गाड़ी में आकर बैठ गये और थैंक्स गॉड कि कोई रोकने टोकने वाला नहीं मिला।
सलोनी- “तो कहाँ चलना है?”
मैं- “बस देखती रहो…”
मैंने सोच लिया था आज फुल मस्ती करने का, मैं सलोनी को अब अपने से पूरी तरह खोलना चाह रहा था इसलिए मैंने नाइटबार-कम-रेस्टोरैंट में जाने की सोची।
वो शहर के बाहरी छोर पर था और करीब 4 किलोमीटर दूर। वहाँ बार-डांसर भी थीं जो काफी कम कपड़ों में सेक्सी डांस करती हैं। खाना और ड्रिंक सब कुछ मिल जाता है और कपल्स भी आते थे इसलिए कोई डर नहीं है।
मैंने पहले भी सलोनी के साथ कई बार ड्रिंक किया था मुझे पता था वो हल्का ड्रिंक पसंद करती है मगर उसको पीने की ज्यादा आदत नहीं है।
शहर के भीड़ वाले एरिया से बाहर आ मैंने सलोनी को बोला- “जान, अब कपड़े बदल लो”
सलोनी आसपास आती जाती गाड़ियों को देख रही थी।
सलोनी- “ठीक है पर हम जा कहाँ रहे हैं?”
मैं- “अरे यार, देख लेना खुद जब पहुँच जायेंगे”
सलोनी बिना कुछ बोले अपने टॉप के बटन खोलने लगी। मैंने जानबूझकर गाड़ी की स्पीड कुछ कम कर दी जिसका सलोनी को कुछ पता नहीं चला। मैं सलोनी पर हल्की सी नजर मार रहा था पर आस पास के लोगो को ज्यादा देख रहा था कि कौन-कौन मेरी बीवी को देख रहा है। मगर आती जाती गाड़ियों की लाइट से कुछ पता नहीं चल रहा था। हाँ फ़ुटपाथ पर जाते हुए 1-2 लड़कों ने जरूर हल्की सी झलक देखी होगी।
मैंने सलोनी की ओर देखा। उसने टॉप निकाल दिया था, अंदर उसने सेक्सी लेस वाली क्रीम कलर की ब्रा पहनी थी। जो उसके 36 इंच के मम्मों का आधा भाग ही ढक रही थी। केवल ब्रा में सलोनी का ऊपरी शरीर गजब ढा रहा था। सलोनी लाल वाले ट्यूब टॉप को सीधा करके पहनने लगी मगर मैंने उसके हाथ से टॉप ले लिया।
सलोनी- “क्या कर रहे हो? जल्दी दो ना, अब मुझे पहनने तो दो”
मैं- “अरे पहले स्कर्ट पहनो यार, तुम भी ना… तुम भी रूल तोड़ती हो”
असल में हम दोनों ने एक नियम बनाया था। पहनते समय पहले बॉटम, फिर टॉप। उतारते समय पहले टॉप, फिर बॉटम।
सलोनी को हंसी आ गई- “आज तो लगता है आप पहले से ही पीकर आये हैं। बिल्कुल नशे वाली हरकतें कर रहें हैं”
मैं- अरे नहीं जानू! अभी पिएंगे तो बार में जाकर, तुमको तो पता है कि पीते भी हम तुम्हारे साथ ही हैं”
सलोनी- “लगता है आज आप पूरे मूड में हैं”
सलोनी बात करते हुए ही अपनी जीन्स का बटन और चेन खोल जीन को बैठे बैठे ही निकालने की कोशिश की मगर जीन्स बहुत टाइट थी, सलोनी के चूतड़ों से उतरी ही नहीं, उसको सीट के ऊपर होना पड़ा। एक पैर सीट के ऊपर रख जब उसने जीन्स चूतड़ों से उतार दी और उसको पैरों से निकालने लगी, तभी मेरी नजर उसके नंगे साफ़ सफ्फाक चूतड़ों पर पड़ी।
ओह यह क्या…?? उसने अभी भी कच्छी नहीं पहनी थी।
और अचानक मेरा पैर ब्रेक पर दब गया।
एक तेज आवाज के साथ गाड़ी चिन्नंइइइइइइइइ इइइइइइइइइ.....
जरा देर के लिए रुकी और तभी एक बुजुर्ग जोड़ा जो पैदल ही जा रहा था, उनके पास ही गाड़ी रुकी और मुझे बुजुर्ग का चेहरा सलोनी की ओर के शीशे से झांकता दिखा।
निश्चित ही उसने सलोनी का निचला शरीर नंगा देख लिया होगा मगर और क्या देखा, यह तो वही जनाव बता सकते थे।
मैंने तुरंत गाड़ी आगे बढ़ा दी। अब तक सलोनी ने जीन्स पूरी निकाल पीछे सीट पर डाल दी।
सलोनी के पूरे बदन पर अब केवल एक वो क्रीम रंग की छोटी सी ब्रा ही बची थी और पूरा शरीर नंगा किसी अजंता एलोरा की देवी जैसी ही नजर आ रही थी मेरी सलोनी इस समय।
मैं- “क्या जान? कच्छी कहाँ है तुम्हारी?”
सलोनी- “ओह य्य्य्य्ये क्या हुआ? मैंने तो आज पहनी ही नहीं थी। अब क्या करेंगे?”
मैं- “क्या यार तुम भी ना? पर आज तो तुमको वहाँ मैं स्कर्ट में ही लेकर जाऊंगा”
सलोनी सोच विचार में कपड़े पहनना ही भूल गई थी। मैं अभी सोच ही रहा था कि…
ओह रेड लाइट… और मुझे वहाँ रुकना पड़ा…
अब सलोनी को भी अहसास हो गया कि गलती हो गई।
अगर एक भी गाड़ी हमारे आस पास रूकती तो उसको एकदम पता चल जाता कि कोई नंगी लड़की गाड़ी में है। मेरी भी हालत ख़राब थी। मैं अभी सोच ही रहा था कि तभी मेरी विंडो पर एक भिखारी और उसके साथ एक लड़की दोनों आकर खड़े हो गए।
मैं अभी उस भिखारी को देख ही रहा था कि मेरी नजर जैसे ही उसकी नजरों पर पड़ी। मैंने देखा वो सीधा सलोनी की ओर ही देख रहा था।
और सलोनी…..
TO BE CONTINUED ....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
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