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जवान मौसी की चूत
#24
पहले जब मैं गंगा  मौसीके मुँह में वीर्य छोड़ देता था तो बाद में वो बाथरूम में जाकर थूक देती थीं और मेरे वीर्य को मुँह में लेकर चबा लेती थीं। लेकिन धीरे-धीरे उसने मेरा वीर्य निगलना सीख लिया। पहले तो वह थोड़ी मात्रा में वीर्य निगलती थी जो लंड उसके गले में जाने के बाद बाहर आता था लेकिन बाद में उसने धीरे-धीरे अधिक वीर्य पीना सीख लिया। फिर एक-दो महीने के बाद उसे मेरा सारा वीर्य निगलने की आदत हो गई.. जब मैंने उससे इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि पहले तो उसे मेरा वीर्य निगलने का मन हुआ लेकिन फिर धीरे-धीरे उसे अच्छा लगने लगा। और फिर बाद में वीर्य निगलते समय वह बहुत उत्तेजित हो जाती थी।

यह सुनकर मुझे अच्छा लगा। मैं सोचता था 'चलो! मेरा वीर्य मौसी की चूत में तो नहीं लेकिन उनके पेट में तो जा ही रहा था.' बाद में मैंने देखा कि मेरे लंड से छनने लगा था कि वो मेरे लंड को अपने गले के अंदर तक ले लेती थी ताकि मेरे वीर्य की पिचकारी सीधे उसके गले में चली जाये. मैंने भी मौसीके सिर को कस कर पकड़ने और लंड को उनके गले की गहराई तक धकेलने का अभ्यास करना शुरू कर दिया और उनके गले में जोर-जोर से वीर्य गिराना शुरू कर दिया। मवाशी अब लंड को मुँह में गहराई तक लेने में माहिर हो गई थी. जब उसने ऐसा किया तो मुझे अच्छा लगा और उसे भी यह बहुत पसंद आया।

उस समय हम जिस तरह और तरीके से अपनी कामेच्छा पूरी कर रहे थे उससे मैं संतुष्ट था लेकिन मन के किसी कोने में मैं चाहता था कि मैं अपना लंड गंगा  मौसी की चूत में डाल कर उन्हें  चोद दूं। मैंने उससे इस बारे में कई बार बात की और उन्होंने  भी इस बात पर सहमति जताई कि वह भी मुझसे  चुदवाना  चाहती थी 


लेकिन उसे चिंता थी कि अगर देखभाल करने में उससे कुछ गलती हो गई तो वह गर्भवती हो सकती है। उसने गर्भनिरोधक गोलियाँ भी लेना शुरू कर दिया था लेकिन अगले कुछ हफ्तों तक हमें ज्यादा  एकांत नहीं मिल  पाया। मैं मौसी की चूत में अपना लंड डाल कर उनको चोदने के लिए बहुत उत्सुक और तैयार था और मौसी भी उतनी ही उत्सुक थी चुदवाने के लिए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: जवान मौसी की चूत - by neerathemall - 18-03-2024, 05:47 PM



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