18-03-2024, 01:06 PM
[img]उस दिन, कमरे में से गुलाब की खुसबू आ रही थी, दीदी का होठ भी किसी गुलाब की पंखुड़ी से काम नहीं था मैंने चूसना शुरू किया ऐसा लग रहा था जैसा की मधु को चूस रहा था, उनकी गोल गोल चूचियाँ और उनपर छोटा छोटा निप्पल गजब ढा रही थी, मैंने उनके बाल खोल दिए उनका बाल कमर तक लता हुआ था, गोरा बदन एक दम संगमरमर की तरह, मैंने ऊपर से निचे तक चाटने लगा, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. फिर मैंने दोनों टांगो को फैलाकर उनके चूत की बीच में आ गया, चूत एकदम शेवड था मैंने पूछा दीदी इतना साफ़ है क्या बाल नहीं है तुम्हारे चूत पे, तो बोली नहीं नहीं तुम्हारे जीजा जी ने ही कहा की बाल मुझे अच्छा नहीं लगा, वो मेरे चूत को चाटते है, उनका लैंड टेढ़ा है, मैंने पूछा क्या वजह है जी आपका लंड इतना छोटा पतला और टेढ़ा है तो बोले, मैंने ज़िंदगी में काफी चुदाई की, हमारे घर में पांच नौकरानी है, दो बीवी मैंने सब को चोदता हु, इस वजह से छोटा हो गया मैंने डॉक्टर दिखाया तो बोला की ज्यादा सेक्स करने की वजह से ऐसा हुआ है. आज तू मुझे चोद दे इतना चोद की मैं तृप्त हो जाऊं, मैंने कहा हां दीदी मेरा लंड भी काफी दिनों से प्यास है आज मेरे लंड को भी अपनी प्यास बुझाने दो, उसके बाद मैंने अपने लंड को दीदी के चूत के ऊपर रखा और जोर से धक्का मार पूरा का पूरा लंड उनके चूत में समा गया, फिर क्या था मैंने दीदी को चूच के निप्पल को दांत से दबा दबा के चोदे जा रहा था वो भी मुझे अपनी बाहों में भरकर गांड उठा उठा के चुदवा रही थी, इस तरह रात भर दीदी मेरे से चुदी | गरमा गर्म सेक्स कहानी ससुर ने मनाई मेरे साथ सेक्सी सुहागरात उसके बाद दूसरे दिन दीदी को लेके अपने घर वापस आ गया, माँ और पापा मन्नत मांगे थे की अगर मेरी बेटी की शादी अच्छे तरह से हो जायेगा तो हरिद्वार जायेंगे, उसी दिन दोनों हरिद्वार के लिए रवाना हो गए, घर में मैं और दीदी दोनों दिन रात चुदाई ही चुदाई, आज तीन महीने हो गए है, मैं बाप बनने बाला हु मेरी दीदी प्रेग्नेंट है[/img]
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.