15-03-2024, 06:06 PM
उसकी गरम चूत को दोनों हाथ से खोल कर मैंने अपनी जीभ अन्दर डाल दी। उसकी चूत पहले से ही पानी छोड़ रही थी।
जैसे ही मैंने अन्दर जीभ डाली.. दीदी ने मेरे सर को अपनी चूत पर ज़ोर से दबा दिया।
बोली- चूसो भैया.. चूसो.. मेरा पानी निकाल दो भैया.. प्लीज़..
मैं और उत्तेजित हो गया और ज़ोर से दीदी की चूत चाटने लगा। कुछ ही मिनट में दीदी अकड़ने लगी और उसने अपना पूरा पानी मेरे मुँह पर छोड़ दिया, मैंने सारा पानी पी लिया, मेरा पूरा मुँह दीदी के पानी से भरा हुआ था।
दीदी ने मेरे मुँह को चाट-चाट कर साफ कर दिया।
जैसे ही मैंने अन्दर जीभ डाली.. दीदी ने मेरे सर को अपनी चूत पर ज़ोर से दबा दिया।
बोली- चूसो भैया.. चूसो.. मेरा पानी निकाल दो भैया.. प्लीज़..
मैं और उत्तेजित हो गया और ज़ोर से दीदी की चूत चाटने लगा। कुछ ही मिनट में दीदी अकड़ने लगी और उसने अपना पूरा पानी मेरे मुँह पर छोड़ दिया, मैंने सारा पानी पी लिया, मेरा पूरा मुँह दीदी के पानी से भरा हुआ था।
दीदी ने मेरे मुँह को चाट-चाट कर साफ कर दिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
