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Incest दीदी ने अपनी शादी से पहले चूत चुदवाई
हम दोनों फिर निकल पड़े लेकिन इस बार दीदी लेडीज कम्पार्टमेंट में चढ़ गई थी। मुझे लगा शायद उसे पता चल गया है और मेरी सारी बाजी उल्टी पड़ गई। इस बार ट्रेन से उतर कर जब हम शॉपिंग करने लगे.. तभी अचानक दीदी को किसी का धक्का लगा और वो गिर गई.. जिसके कारण उसके पैर में चोट आ गई। मैं दीदी को तुरंत टैक्सी में ले कर घर वापस आ गया। जब लौटा तो देखा माँ घर पर नहीं थीं।

मैंने फ़ोन करके पूछा.. तो पता चला कि हमारे रिलेटिव में किसी की डेथ हो गई है.. तो वो वहाँ गई हैं। उस वक्त दादी भी नहीं थीं.. तो उनको रात वहीं रुकना पड़ेगा।

मैंने दीदी को बोला- माँ तो कल आएंगी.. तुम अन्दर कमरे में चलो.. मैं डॉक्टर को बुलाता हूँ।
तो उसने कहा- नहीं सिर्फ़ दर्द की गोली ला दो.. सब ठीक हो जाएगा। थोड़ी देर में दीदी सो गई.. लेकिन उसे ठीक से नींद नहीं आ रही थी।
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वो बोली- दर्द काफ़ी हो रहा है।
मैंने पूछा- मैं पैर दबा दूँ।

तो उसने ‘हाँ’ कर दी। मैं दीदी के पैर दबाता रहा.. क्या मुलायम पैर थे यार.. मज़ा आ गया।
मैं अब भी डर रहा था।

फिर मैं धीरे-धीरे उसकी जांघ तक दबाने लगा और दबाते-दबाते मैंने उसकी नाइटी ऊपर सरका दी। अब उसकी गोरी-गोरी जांघें दिखाई दे रही थीं।

मैं उसे काफ़ी देर तक दबाता रहा उस दौरान मैं उसकी नाइटी में अन्दर तक हाथ डाल कर उसके पैर दबाने लगा। ऐसा करते हुए कभी-कभी मैं उसकी पैन्टी तक हाथ डाल देता.. लेकिन दीदी का कोई विरोध नहीं आ रहा था.. जिससे मेरा उत्साह और बढ़ गया।

मैंने दीदी से पूछा- अब कुछ राहत मिली?
दीदी बोली- हाँ.. पैर में तो मिली.. लेकिन कमर और पीठ में अभी भी दर्द है।
मैंने पूछा- मैं उधर भी दबा दूँ?
वो बोली- ठीक है..

अब मैं नाइटी के ऊपर से ही उसकी कमर दबाने लगा और पीठ पर मालिश करने लगा।

ऐसा करने में मुझे मज़ा नहीं आ रहा था.. तो मैंने पूछा- बाम लगा दूँ.. कुछ अच्छा लगेगा।
वो थोड़ा सोचने लगी.. फिर बोली- ठीक है.. एक काम करो.. नाइटी के अन्दर से ही हाथ डाल कर बाम लगा दो।

मैं तुरंत बाम ले कर आ गया और दीदी को पेट के बल होने को कहा। मैं दीदी के ऊपर आ गया ताकि आसानी से मालिश कर सकूँ। मैंने थोड़ी सी बाम हाथ में ली और दीदी की नाइटी में हाथ डाल कर उसकी नाज़ुक कमर को सहलाने लगा।

दीदी को मज़ा आ रहा था.. मैं मालिश करने के बहाने काफ़ी देर उसकी कमर को सहलाता रहा। मैं उसकी पैन्टी को महसूस कर रहा था.. बीच-बीच में मैं उसकी गाण्ड तक दबा देता था.. जिसके कारण मेरा लंड टाइट हो गया था।

मैं दीदी के ऊपर बैठा हुआ था.. सो थोड़ा ऊपर को हो गया और अपने लंड को उसकी गाण्ड के छेद पर टच करने लगा। साथ ही मैं ऐसे बर्ताव करने लगा कि मुझे कुछ पता ही नहीं हो।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

मैं धीरे-धीरे अब उसकी पीठ पर मालिश करने लगा और मैं दीदी की नंगी पीठ पर सहलाने का ‘घर्षण-सुख’ का पूरा मज़ा उठा रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: दीदी ने अपनी शादी से पहले चूत चुदवाई - by neerathemall - 15-03-2024, 06:04 PM



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