Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest भैया से ट्रेन में चुदाई
#64
भाभी ने हमारे लिए दोपहर का खाना मुझे थमा दिया और हम अपने पशुओं को हांकते हुए खेत की तरफ चल पड़े। रास्ते मे शालू दीदी का भैंसा हमारी भैंस जो अभी तक किसी बच्चे किसी भैसे से क्रास नहीं हुई थी, उसके के पीछे पीछे भागने लगा और वह आगे आगे भागने लगी और बार बार पैशाव करने लगी। यह देख कर दीदी हंसने लगी और जब मैने पूछा तो कहने लगी कि देख तेरी भैंस दर्द से कितनी डर रही है लेकिन मेरा भैंसा आज इसको छोडे़गा नहीं।

तो मैने पूछा तुम्हें कैसे पता? तो दीदी ने कहा देख मेरे भैंसे ने कितना लम्बा बाहर निकाल दिहै रक्खा है, अब यह तेरी भैंस के अंदर जा कर उसकी कैसे सील तोड़ता है। यह सुन कर मुझे बहुत मजा आने लगा। थोड़ी देर बाद हम अपने आम के बगीचे में पहुंच गये और मैने खाने की थैली वहाँ वनी गास की झुग्गी मे टांग दी. जो हमने बारिश से बचने के लिए बनाई थी और उसमें एक खाट और पानी का घडा़ भी रक्खा था।

फिर हम पशुओं को लेकर साथ मे घास वाली पहाड़ी पर चले गये और बडे़ बडे़ पत्थरों पर बैठ गये, क्योंकि बादल छाए हुए थे और ठंडी ठंडी हवा चलने लगी थी। तभी हम ने देखा भैंसा भैंस के पीछे भाग रहा था और भैंस को घास नहीं चरने दे रहा था। आखिर भैंस थककर रुक गयी और पैशाव करने लगी, तभी भैंसे ने भैंस की चूत से पैशाव को चाटा और अपना तना हुआ लंड बाहर निकाल लिया और भैंस के ऊपर चढ़ने लगा.

लेकिन उसका लंड अंदर नहीं जा सका और भैंसा नीचे उतर गया. तो मैने कहा इसका तो अंदर ही नहीं गया. तो दीदी ने कहा यह अंदर चला जाएगा चल कहीं छुपकर देखते हैं यहां मुझे शरम आ रही है. तो हम एक पेडो़ के झुंड के नीचे एक झाड़ में खड़े हो गये दीदी ने अपना दुपट्टा गले में डाल कर पीछे लटका रक्खा था, और उस के बडे़ बडे़ मम्मों के निपल कुर्ते से साफ दिख रहे थे।

इतने भैंसा फिर भैंस के ऊपर चड़ गया और उसका लंड भैंस की चूत में घुस गया. तभी दीदी मुझ से लिपट गयी और मेरा लंड एखदम खड़ा हो गया। दीदी बोली हाय इनको कितना मजा आ रहा होगा। दीदी ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी छाती पर रख दिया और मेरा लंड पकड़ लिया। अब मुझ से रहा नहीं गया मैने दीदी का कुर्ता ऊपर उठाया और उसके मम्मों को नंगा कर के चूसने लगा।

तभी काले बादल गर्जने लगे और जोर की बारिश शुरू हो गई। हम दोनों बहुत गरम हो चुके थे। और मैं बोल पड़ा हाय दीदी तुम्हारे मम्में बहुत बडे बडे़ और गोरे हैं तो दीदी के मुंह से भी निकल गया हाय राजू तुम्हारा लंड भी बहुत लम्बा और मोटा है मैं इसे फुदी में कैसे डालूं यह मेरी फुदी फाड़ देगा। तभी मैने कहा हाय दीदी अपनी सलवार खोल दो और मुझे अपनी फुदी और गांड दिखा दो मैने कभी किसी की इतने पास से देखी है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: भैया से ट्रेन में चुदाई - by neerathemall - 15-03-2024, 03:25 PM



Users browsing this thread: 5 Guest(s)