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Incest मेरी बड़ी बहन की कातिल जवानी
#78
मैंने अपने दोनों हाथों से दीदी की मोटी गांड दबाना शुरू कर दिया.
दीदी चुदने के लिए इतनी उतावली हो रही थी कि उसने अगले ही पल मेरी टी-शर्ट उतार दी और मुझे पलंग पर गिरा कर मेरे ऊपर चढ़ गयी.

दीदी बोली- साले बहनचोद मुझे तेरे लंड को चूसना है. जल्दी से तू अपने लंड को अपनी इस रंडी बहन के मुँह में घुसा दे.

मैंने अपना लंड दीदी के मुँह के सामने खोल दिया.
दीदी ने पूरा लौड़ा मुँह में ले लिया और मस्ती से लंड चूसने लगी.

सच में पोर्न देखकर मेरी दीदी बड़ी वाली रांड बन चुकी थी. मेरे लंड को बड़ी मस्ती से चूसने लगी थी.

दस मिनट तक मेरे लंड को चूसने के बाद दीदी बोली- आज तो तू पूरा बहनचोद बन जा, आज तुझे अपनी बहन को तुझे जितना चोदना है, चोद ले. आज रात मेरे पूरे जिस्म को निचोड़ दे मेरे भाई. तू मुझे जल्दी से अपनी रंडी बना कर चोद दे. आज अपनी बहन की चुत का भोसड़ा बना दे. आज हम दोनों पूरी रात चुदाई करेंगे.

उसकी बातें बता रही थीं कि मेरी बहन अब पूरी तरह गर्म हो चुकी है.

उसने 69 में आकर झटके से मेरा लौड़ा पकड़ लिया और उसे फिर से चाटने लगी.
वो एक अनुभवी चुदक्कड़ की तरह ये सब कर रही थी.

मैं भी अपनी बहन की चूत चाट रहा था.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन बनाए हुए मजा ले रहे थे और एक दूसरे को चाट चूस रहे थे.

करीब दस मिनट एक दूसरे को चाटने के बाद मेरी बहन मेरा लौड़ा चूत में लेने को तैयार थी.

मैंने दीदी को लिटाया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया.


दीदी की चूत के छेद पर मैंने अपना लंड लगाया और एक हल्का झटका दे दिया.
उसके मुँह से एक हल्की सी आवाज निकली.

इससे मुझे लगा कि दीदी मेरा लंड सहन कर लेगी इसलिए मैंने एक तेज झटका मारा और अपना आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में घुसा दिया.

दीदी के मुँह से कामुक सिसकारियां निकलने लगीं.

वो बोली- आंह बहनचोद, अपनी बहन पर रहम कर मां के लौड़े … उम्म्ह … अहह … हय … याह … इतना मोटा लौड़ा मेरी चूत में घुसा दिया. साले पहले दिन तो रहम करता, अब तो अगले कई साल तक मैं तेरी रंडी हूँ, जब मन करे तब चोद दियो.

मैंने अपने झटके चालू रखे और करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों झड़ कर अलग हो गए.

थोड़ी देर आराम से लेटने के बाद मैंने दीदी के मम्मे फिर से चूसना शुरू कर दिए.
दीदी फिर से गर्म होने लगी थी, उससे रहा नहीं जा रहा था.
वो जल्दी से जल्दी चुत में लंड घुसवाना चाह रही थी.

मैंने दीदी की कोमल गुलाबी चुत को चाटना शुरू कर दिया.
दीदी वासना से भरी हुई सिसकारियां लेने लगी.

दीदी- आह … भाई ओह्ह … जल्दी चाट ले भाई … और जल्दी से लंड इसमें घुसा दे … अब रहा नहीं जाता.

मैंने दीदी को घोड़ी बना दिया और उसकी मोटी गांड को अपने हाथों में ले लिया; अपना लंड धीरे धीरे करके दीदी की चुत में घुसा दिया.

पहले मैंने धीरे धीरे झटके दिए तो दीदी बोली- साले क्या हुआ तेरे लौड़े में दम नहीं बचा क्या … आह ज़ोर ज़ोर से चोद ना अपनी बहन को … तेरी बहन कमज़ोर नहीं है … चोद सेल तेज तेज चोद.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: मेरी बड़ी बहन की कातिल जवानी - by neerathemall - 08-03-2024, 03:14 PM



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