03-03-2024, 08:03 AM
Part 2
मै मुंबई मे अपने सौाहर के साथ हि एक साल तक हुयी क्यूंकि मुंबई मे हि मेरी अम्मी और अब्बू रहते यही मेरी एक छोटी बहन अफिया भी रहती थी वो. पढ़ाई करती है BBA कर रही है
मै नौकरो से प्रेग्नेंट हो गयी थी उसके नव महीने बाद मैने झुड़वा बच्चे को जन्म दी एक लड़का एक लड़की
जब भी मै अपनी बच्चों को देखती बस मुझजो वाही चुदाई याद आती उन सब मजदूरों ने कैसे कैसे चोदा था कुतिया बनकर
फिर बच्चे होने के दो महीने बाद मै अपने सौाहर के अम्मी और पापा के घर आयी जहा मेरी चुदाई हुयी थी मेरी सास बहुत खुश भी थी पर दोनो बच्चों मुझपे नही उन मजदूरों पर. गये थे
मै घर मे जाकर उस रून मे गयी जहा मुझको पटक पटक कर वो पचो चोदे थे मै उस रूम मे जाकर ऐसा महसूस हो रहा था जैसे की मै अभी अभी चुद रही हु उछल उचल कर
तभी सौाहर आकर बोले क्या याद कर रही हो बेगम यहा से क्या यादे जुडी है
अब मै कैसे बताऊ की यहा काम करने वाले मजदूरों ने मुझको खूब पटक पटक कर मेरी चूत मारी थी जिसके बाद मै पेट से हुयी थी
मै कुछ बगी कितन अच्छा रूम हो गया है
फिर रात को बस वाही सोच रही थी कश वो लोग फिर से एक बार पटक पटक कर चोद दे और मुझको खूब जलील भी चाहे तो कर ले
ऐसे सोचते सोचते सो गयी
सुबह हुयी मै देखी एक नाइकरानी आयी थी
अम्मी जी..हा बेटा यही रखी है ये घर का काम करेगी क्यों तुझे आरम करना है
नौएकरानी...के पास गयी थी पानी लेने
मै..क्या से हो आप
नौकरानी..मालकिन मै सामने वाली गाव से हि हु
मै...अच्छा आपके सौाहर क्या करते है
नौकरानी...मैडम वो मजदूर है मालकिन
मै...क्या नाम है उनका
नौकरानी..मैडम अभिषेक
मै अभिषेक सुनाकर मेरी चूत गीली हो गयी एकदम करेंट सा फैल गया शरीर मे
मै..अच्छा कितने बच्चे है आपके
नौकरानी..मैडम जी आठ बच्चे है पांच लड़के टीन लड़किया लड़किया का शादी हो गया है अगले महीने बड़ा लड़के का शादी है
मै...अच्छा इतने बच्चे क्यों करी एक दो अच्छे होते है
नौकरानी...हा मालकिन पर हम दोनो खेल अधिया पर लेते है तो जायदा बच्चे होने से आसानी होती है
मै...अच्छा
नौकरानी..वैसे मालकिन आपकि दोनो बच्चे सवाले है जबकी आप और साहेब दोनो बहुत की गोरे है फिर ये कैसा हो सकता है
मै...अरे अल्लाह जिसको जैसा रंग दे दे
नौकरानी...जी मालकिन
मै..वैसे तुम्हरे बड़ा लड़का क्या करता है
नौकरानी..मैडम वो ना अंसारी मालकिन का कार चलता था और
मै..और क्या
नौकरानी...और उनकी बेटी आलिया से पायर कर बैठे
मै..क्या उसी आलिया से शादी हो रही है
नौकरानी...हा मालकिन
मै..अरे पर उन अंसारी साहेब की बस एक हि बेटी हि है बस
नौकरानी...हा मालकिन तभी तो हमे पसंद नही था ये रिस्ता
मै..अरे वो कैसे मान गये तुम कैसे गरीब लोगो से शादी करने के लिए
नौकरानी..शर्मा कर बोली मालकिन वो उनकी बेटी आलिया को पेट से कर दोया है मेरा बेटा
मै...मतलब आलिया पेट से है
नौकरानी...हा मालकिन उसके बाद अंसारी साहेब खूब मेरे फैमिली को धमाकते थे पर उसके बाद साहेब जाकर समझाये की जो हो गया सो हो गया बदनामी मत करवाओ दोनो का शादी करवा दो
मै...मन मे सोची छी छी शादी तब तो आंटी आप अब अमीर हो जाओगी
नौकरानी...माफ़ करना मैडम हमारे लिए तो हमारे बच्चे हि सब कुछ है हम अपने बच्चे के साथ खुशी खुशी जी लेते है हमे अमीर बनने का कोई शौख नाही है आंटी
तभी अम्मी जान आ गयी बहु खड़े खड़े बात मत किया करो बैठ कर किया करो
फिर मै निचे आयी और सौाहर जी से पूछने लगी तभी मै देखी अंकल अभिषेक आ गये निचे मै उनको देखकर मेरी चूत काप गयी दिल धड़कने लगा
अंकल...भी मुझको देखकर सौाहर से बोले आ गये बेटे तो आप भी मेरे बेटे के शादी मे आना बहु रानी को लेकर
अम्मी जान...क्यों नही आएंगे अभिषेक जी आप भी हमारे घर के फैमली जैसे हो
खाना बनाकर निचे आंटी आयी और अभिषेक अंकल के साथ चली गयी
ोाोाोाोाोाोाोाोधा
मै मुंबई मे अपने सौाहर के साथ हि एक साल तक हुयी क्यूंकि मुंबई मे हि मेरी अम्मी और अब्बू रहते यही मेरी एक छोटी बहन अफिया भी रहती थी वो. पढ़ाई करती है BBA कर रही है
मै नौकरो से प्रेग्नेंट हो गयी थी उसके नव महीने बाद मैने झुड़वा बच्चे को जन्म दी एक लड़का एक लड़की
जब भी मै अपनी बच्चों को देखती बस मुझजो वाही चुदाई याद आती उन सब मजदूरों ने कैसे कैसे चोदा था कुतिया बनकर
फिर बच्चे होने के दो महीने बाद मै अपने सौाहर के अम्मी और पापा के घर आयी जहा मेरी चुदाई हुयी थी मेरी सास बहुत खुश भी थी पर दोनो बच्चों मुझपे नही उन मजदूरों पर. गये थे
मै घर मे जाकर उस रून मे गयी जहा मुझको पटक पटक कर वो पचो चोदे थे मै उस रूम मे जाकर ऐसा महसूस हो रहा था जैसे की मै अभी अभी चुद रही हु उछल उचल कर
तभी सौाहर आकर बोले क्या याद कर रही हो बेगम यहा से क्या यादे जुडी है
अब मै कैसे बताऊ की यहा काम करने वाले मजदूरों ने मुझको खूब पटक पटक कर मेरी चूत मारी थी जिसके बाद मै पेट से हुयी थी
मै कुछ बगी कितन अच्छा रूम हो गया है
फिर रात को बस वाही सोच रही थी कश वो लोग फिर से एक बार पटक पटक कर चोद दे और मुझको खूब जलील भी चाहे तो कर ले
ऐसे सोचते सोचते सो गयी
सुबह हुयी मै देखी एक नाइकरानी आयी थी
अम्मी जी..हा बेटा यही रखी है ये घर का काम करेगी क्यों तुझे आरम करना है
नौएकरानी...के पास गयी थी पानी लेने
मै..क्या से हो आप
नौकरानी..मालकिन मै सामने वाली गाव से हि हु
मै...अच्छा आपके सौाहर क्या करते है
नौकरानी...मैडम वो मजदूर है मालकिन
मै...क्या नाम है उनका
नौकरानी..मैडम अभिषेक
मै अभिषेक सुनाकर मेरी चूत गीली हो गयी एकदम करेंट सा फैल गया शरीर मे
मै..अच्छा कितने बच्चे है आपके
नौकरानी..मैडम जी आठ बच्चे है पांच लड़के टीन लड़किया लड़किया का शादी हो गया है अगले महीने बड़ा लड़के का शादी है
मै...अच्छा इतने बच्चे क्यों करी एक दो अच्छे होते है
नौकरानी...हा मालकिन पर हम दोनो खेल अधिया पर लेते है तो जायदा बच्चे होने से आसानी होती है
मै...अच्छा
नौकरानी..वैसे मालकिन आपकि दोनो बच्चे सवाले है जबकी आप और साहेब दोनो बहुत की गोरे है फिर ये कैसा हो सकता है
मै...अरे अल्लाह जिसको जैसा रंग दे दे
नौकरानी...जी मालकिन
मै..वैसे तुम्हरे बड़ा लड़का क्या करता है
नौकरानी..मैडम वो ना अंसारी मालकिन का कार चलता था और
मै..और क्या
नौकरानी...और उनकी बेटी आलिया से पायर कर बैठे
मै..क्या उसी आलिया से शादी हो रही है
नौकरानी...हा मालकिन
मै..अरे पर उन अंसारी साहेब की बस एक हि बेटी हि है बस
नौकरानी...हा मालकिन तभी तो हमे पसंद नही था ये रिस्ता
मै..अरे वो कैसे मान गये तुम कैसे गरीब लोगो से शादी करने के लिए
नौकरानी..शर्मा कर बोली मालकिन वो उनकी बेटी आलिया को पेट से कर दोया है मेरा बेटा
मै...मतलब आलिया पेट से है
नौकरानी...हा मालकिन उसके बाद अंसारी साहेब खूब मेरे फैमिली को धमाकते थे पर उसके बाद साहेब जाकर समझाये की जो हो गया सो हो गया बदनामी मत करवाओ दोनो का शादी करवा दो
मै...मन मे सोची छी छी शादी तब तो आंटी आप अब अमीर हो जाओगी
नौकरानी...माफ़ करना मैडम हमारे लिए तो हमारे बच्चे हि सब कुछ है हम अपने बच्चे के साथ खुशी खुशी जी लेते है हमे अमीर बनने का कोई शौख नाही है आंटी
तभी अम्मी जान आ गयी बहु खड़े खड़े बात मत किया करो बैठ कर किया करो
फिर मै निचे आयी और सौाहर जी से पूछने लगी तभी मै देखी अंकल अभिषेक आ गये निचे मै उनको देखकर मेरी चूत काप गयी दिल धड़कने लगा
अंकल...भी मुझको देखकर सौाहर से बोले आ गये बेटे तो आप भी मेरे बेटे के शादी मे आना बहु रानी को लेकर
अम्मी जान...क्यों नही आएंगे अभिषेक जी आप भी हमारे घर के फैमली जैसे हो
खाना बनाकर निचे आंटी आयी और अभिषेक अंकल के साथ चली गयी
ोाोाोाोाोाोाोाोधा
कायर पति