28-02-2024, 09:20 PM
(This post was last modified: 02-03-2024, 10:31 AM by mariesweet21. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
स्टेज पे नग्न नृत्य ( Naked dance on stage ) :
अब आगे :
सागरिका में मैंने २_३ बार ड्रामा देखा होगा , कैबरे डांस भी उसी में देखा था
फिर २००० में हम बैंगकॉक गए थे ( मेरे अनुभव लिख चूंकि है )
वहां भी हमने बहुत ही उत्तेजक , ओपन डांस देखे थे
पूरा naked dance, Russian लड़कियां कर रही थी
कैबरे जैसा तो था ही नही , स्टार्ट ही Naked se था
कई दूसरे नाम थे डांस के
Poll डांस ( एक पोल यानी लकड़ी के डंडे के सहारे डांस ) ass dance ( ass ko थिरकाना)
Arabic Dance
आदि आदि
सब फुल naked, उत्तेजक डांस थे
और राहुल ने मानो बम छोड़ा: मेरी अब एक नई फैंटेसी तैयार हो गई
मैं : hmmmmm , अब मुझसे ये डांस करने मत कहना प्लीज?
राहुल : तुम बहुत समझदार हो , और ??
मैं : और आगे मत कहना , समझ गई
राहुल : क्या
मैं : और बहुत cooperative भी हो , कहोगे
राहुल हंसने लगा और मेरा हाथ , अपने हाथ में ले kiss करने लगा
और हम इंडिया आ गए थे
अभी २ महीने हुए थे
मैं लगभग सब कुछ भूल चुकी थी
Thursday का दिन था
लगभग ५ बजे राहुल ने कहा : चलो कलकता चलें , थिएटर चलेंगे
मैं : आज तो thursday hai ? Aaj ? Sunday hota hai na
राहुल: आज दूसरे में जायेंगे , musical programme है
हम ५.३० बजे निकले
लगभग ६ बजे थिएटर पहुंचे
मैंने देखा _ थिएटर का नाम था
शिल्पा भवन
अब आगे :
सागरिका में मैंने २_३ बार ड्रामा देखा होगा , कैबरे डांस भी उसी में देखा था
फिर २००० में हम बैंगकॉक गए थे ( मेरे अनुभव लिख चूंकि है )
वहां भी हमने बहुत ही उत्तेजक , ओपन डांस देखे थे
पूरा naked dance, Russian लड़कियां कर रही थी
कैबरे जैसा तो था ही नही , स्टार्ट ही Naked se था
कई दूसरे नाम थे डांस के
Poll डांस ( एक पोल यानी लकड़ी के डंडे के सहारे डांस ) ass dance ( ass ko थिरकाना)
Arabic Dance
आदि आदि
सब फुल naked, उत्तेजक डांस थे
और राहुल ने मानो बम छोड़ा: मेरी अब एक नई फैंटेसी तैयार हो गई
मैं : hmmmmm , अब मुझसे ये डांस करने मत कहना प्लीज?
राहुल : तुम बहुत समझदार हो , और ??
मैं : और आगे मत कहना , समझ गई
राहुल : क्या
मैं : और बहुत cooperative भी हो , कहोगे
राहुल हंसने लगा और मेरा हाथ , अपने हाथ में ले kiss करने लगा
और हम इंडिया आ गए थे
अभी २ महीने हुए थे
मैं लगभग सब कुछ भूल चुकी थी
Thursday का दिन था
लगभग ५ बजे राहुल ने कहा : चलो कलकता चलें , थिएटर चलेंगे
मैं : आज तो thursday hai ? Aaj ? Sunday hota hai na
राहुल: आज दूसरे में जायेंगे , musical programme है
हम ५.३० बजे निकले
लगभग ६ बजे थिएटर पहुंचे
मैंने देखा _ थिएटर का नाम था
शिल्पा भवन