28-02-2024, 06:08 PM
(This post was last modified: 02-03-2024, 10:28 AM by mariesweet21. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अब आगे :
राहुल ने जो भी fantasis मन में सोची , उसको पूरा करके ही मानता
मुझे पहले ही बहुत कुछ समझाता, क्या क्या , कैसे कैसे हो सकता है , मुझे क्या क्या करना है आदि
कुछ अनुभव इतने घटिया किस्म के लोगो के साथ कराए उसने ,
कि
यदि लोग को देखूं , तो काफी घटिया थे
यदि अनुभव के हिसाब से देखूं , तो महसूस हुआ , ऐसा भी होता है
तब लगता है , यदि मैं थोड़ा साथ दूं, तो ऐसे ऐसे अनुभव होंगे , जो सब अलग अलग ढंग के होंगे
लोगों के शौक , लोगों का अंदाज , समाज में होने वाले सभी बातों का अनुभव
आने वाले समय में होना था
राहुल ने जो भी fantasis मन में सोची , उसको पूरा करके ही मानता
मुझे पहले ही बहुत कुछ समझाता, क्या क्या , कैसे कैसे हो सकता है , मुझे क्या क्या करना है आदि
कुछ अनुभव इतने घटिया किस्म के लोगो के साथ कराए उसने ,
कि
यदि लोग को देखूं , तो काफी घटिया थे
यदि अनुभव के हिसाब से देखूं , तो महसूस हुआ , ऐसा भी होता है
तब लगता है , यदि मैं थोड़ा साथ दूं, तो ऐसे ऐसे अनुभव होंगे , जो सब अलग अलग ढंग के होंगे
लोगों के शौक , लोगों का अंदाज , समाज में होने वाले सभी बातों का अनुभव
आने वाले समय में होना था