27-02-2024, 11:24 AM
(09-03-2022, 04:55 PM)neerathemall Wrote:खुले आँगन में नंगी दीदी का खुला स्नान
ये सभी कार्य उन्होंने आँगन में लगे हैण्ड पम्प से ही किए और फ़िर वहीं पर फिर जब नहाने बैठने लगी तो पहले उन्होंने अपनी कमीज उतारी और दीनी की बड़ी बड़ी चूचियाँ पूरी नंगी मेरे सामने थी। दीदी के बदन पर उस वक्त सिर्फ़ एक कच्छी थी।
तभी दीदी ने कच्छी भी उतार दी और पटरी पर बैठ कर अपनी चूत को देखने लगी।
बालों के जंगल से भरी चूत मेरे आँखों के बिल्कुल सामने ही खुली नंगी दिख रही थी।
मैं न जाने क्यों थर थर काँप रहा था, शायद किसी के आ जाने के डर के कारण या फिर ममता दीदी का चेहरा ऊपर हो और वो मुझे ना देख लें, इस डर से!
जो भी हो मैं डरते डरते अपनी नंगी दीदी को देखता रहा। उनकी उफनती जवानी अपने चरम पर थी, बड़ी बड़ी चूचियाँ फूली हुई चूत…. माँ कसम गजब नजारा था!
नंगी होने के बाद दीदी ने देखा कि पानी की बाल्टी तो खाली थी।
वो खड़ी हुई और हैण्ड पम्प चला कर बाल्टी में पानी भरने लगी।
गजब… दीदी का पूरा बदन हिल रहा था, चूचियाँ ऊपर नीचे झूल रही थी, नंगे चूतड़ भी इधर उधर ऊपर नीचे मटक रहे थे।
जिन लोगों ने हैण्डपम्प से पानी भरा है या भरते देखा है उन्हें पता होगा कि पूरा बदन कैसे हिलता है।
मज़ा आ गया…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.