25-02-2024, 09:08 AM
और14 साल की उम्र से मैं अपनी गंगा चाची के प्रति यौन रूप से आकर्षित था... तभी से मैंने देखा कि वह सुंदर, सेक्सी थीं... उनका शरीर आनुपातिक था... उनमें एक खास स्त्री गंध थी... उनके स्तन ठोस थे . उसके कूल्हे गोल-मटोल और भरे हुए थे और मैं उन्हें इतना पसंद करता था कि मैं उन्हें घंटों तक देखता रहता था... वह हमेशा खुश और प्रसन्न रहती है...
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.