24-02-2024, 10:14 AM
बस अगले कुछ मिनट में मैंने उसको सीधा किया और उसकी चूत खोल कर अपना लंड लगा दिया. उसने मेरी तरफ आँख मारी तो मैंने धक्का लगा दिया.
सरिता की चीख निकल गई.. उसने मुझे रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन मेरे ऊपर तो चुदाई का भूत सवार था. कुछ देर बाद सरिता की चुत लंड खाने की अभ्यस्त हो गई और धकापेल शुरू हो गई.
करीब बीस मिनट तक मैंने सरिता की चुत की चुदाई अपने अनुभव के आधार पर रुक रुक कर की और अंत में अपना लंड का रस उसके मम्मों पर निकाल दिया. इसके कुछ देर बाद फिर से दो दो पैग लगाए और फिर से लंड चूत की कुश्ती शुरू हो गई.
सरिता की चीख निकल गई.. उसने मुझे रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन मेरे ऊपर तो चुदाई का भूत सवार था. कुछ देर बाद सरिता की चुत लंड खाने की अभ्यस्त हो गई और धकापेल शुरू हो गई.
करीब बीस मिनट तक मैंने सरिता की चुत की चुदाई अपने अनुभव के आधार पर रुक रुक कर की और अंत में अपना लंड का रस उसके मम्मों पर निकाल दिया. इसके कुछ देर बाद फिर से दो दो पैग लगाए और फिर से लंड चूत की कुश्ती शुरू हो गई.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.