24-02-2024, 10:10 AM
मैं वापस लौट कर उसे अपने साथ फिर से बाइक पर बैठा कर अपने घर की तरफ चल दिया. अबकी बार मैंने बाइक के ब्रेक जानबूझ कर ज्यादा लगाए ताकि मैं उसकी चुचियों को ज्यादा अपनी पीठ पर रगड़वा सकूं.
अपने फ्लैट पर पहुंचने से पहले मैंने रास्ते से कुछ सामान रात को खाने का और अपने लिए एक बोतल व्हिस्की की ले ली, साथ में सरिता के लिए भी वोदका ले ली.
हम मेरे फ्लैट पर पहुंचे तो सरिता ने देखा की फ्लैट पर ताला लगा है, तो उसने पूछा कि भाभी और बच्चे किधर हैं?
तो मैंने बताया कि वो तो अपने नाना नानी के घर गए हैं.
हम फ्लैट में अन्दर गए, तब तक हम दोनों पूरी तरह भीगे हुए थे. मैंने सरिता को एक तौलिया दे दिया और जिस रूम में उसे कपड़े बदलने थे, उसमें मैंने चुपचाप जाकर एक छोटा सा कैमरा फिट कर दिया और सरिता को अपनी बीवी की एक पतली सी ट्रांसपेरेंट नाइटी दे दी.
झीनी सी नाइटी देख कर वो मेरी तरफ देख कर हल्के से मुस्करा उठी और वो उस कमरे को लॉक करके कपड़े चेंज करने लगी. मैं दूसरे कमरे में अपने अन्दर फिट किये कैमरे को लैपटॉप से जोड़ कर सरिता को कपड़े चेंज करते देखने लगा.
अपने फ्लैट पर पहुंचने से पहले मैंने रास्ते से कुछ सामान रात को खाने का और अपने लिए एक बोतल व्हिस्की की ले ली, साथ में सरिता के लिए भी वोदका ले ली.
हम मेरे फ्लैट पर पहुंचे तो सरिता ने देखा की फ्लैट पर ताला लगा है, तो उसने पूछा कि भाभी और बच्चे किधर हैं?
तो मैंने बताया कि वो तो अपने नाना नानी के घर गए हैं.
हम फ्लैट में अन्दर गए, तब तक हम दोनों पूरी तरह भीगे हुए थे. मैंने सरिता को एक तौलिया दे दिया और जिस रूम में उसे कपड़े बदलने थे, उसमें मैंने चुपचाप जाकर एक छोटा सा कैमरा फिट कर दिया और सरिता को अपनी बीवी की एक पतली सी ट्रांसपेरेंट नाइटी दे दी.
झीनी सी नाइटी देख कर वो मेरी तरफ देख कर हल्के से मुस्करा उठी और वो उस कमरे को लॉक करके कपड़े चेंज करने लगी. मैं दूसरे कमरे में अपने अन्दर फिट किये कैमरे को लैपटॉप से जोड़ कर सरिता को कपड़े चेंज करते देखने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.