23-02-2024, 11:13 PM
मैं उसके पीठ सहलाने लगा ) क्यों डार्लिंग, तुम तो शादी के बाद कितनी निखर गई हो और तुम्हारा बूब्स भी बड़ा हो गया है ” तो वो शरमा के अपना चेहरा मेरे छाती पर रख दी और मैं उसके ब्लाउज को बाहों से निकाल दिया फिर उसको अपने बदन के पास बिठाया और उसके साड़ी को कमर तक किए उसको भी खोलने लगा तो रिमझिम मेरे छाती पर हाथ फेरने लगी और फिर मैं उसकी साड़ी को कमर से खोल पेटीकोट के नाड़ा पर हाथ लगाया तो रिमझिम मेरे चेहरे के ऊपर बूब्स किए बोली ” पहले इसे तो चूसिए जनाब फिर देखिएगा खूबसूरत शबाब
( मैं उसके पीठ सहलाते हुए मुंह खोला तो रिमझिम खुद ही मेरे मुंह में चूची घुसाने लगी ) ले चूस बेटा तेरी मां हूं मैं दूध पिलाकर पहले तुझे तंदरुस्त करूंगी फिर जन्नत की सैर कराऊंगी ” तो मैं रिमझिम की चूची चूसता हुआ उसके चूतड को सहलाने लगा और फिर दूसरे हाथ से उसकी चूची दबाते हुए मस्त था तो रिमझिम का गोरा चेहरा सेब की तरह लाल हो चुका था और वो तेजी से सांसें ले रही थी ” आह उह ओह रोहित इतनी जल्दी खुजली होने लगी तुम तो काम क्रिया में माहिर हो ” मैं रिमझिम की चूची मुंह से निकाल दिया फिर उसके चूतड पर हाथ फेरने लगा, बोला ” पेटीकोट भी उतार दो बेबी
( रिमझिम सीधी हुई फिर अपना पेटीकोट का नाड़ा खोल पेटीकोट को निकाल दी तो मुझे उसकी चूत की एक झलक मिली और वो मेरे शॉर्ट्स को उतार लन्ड पकड़ सहलाने लगी ) अब ठीक है मेरे भैया या कहूं सैंया ” मैं चुप रहा फिर उठकर रिमझिम को बेड पर लिटाया और उसके चेहरे पर चेहरा किए चूमने लगा, मेरा एक हाथ उसकी चूची को पकड़ दबाने लगी तो मैं उसके ओंठ चूमते हुए पूछा ” कोई प्रोटेक्शन यूज करती हो या फिर
( रिमझिम चेहरा फेर बोली ) वो कंडोम लगाकर करते हैं ” मैं उसके चूची को दबाते हुए बाईं चूची को मुंह में भर चूसने लगा तो रिमझिम मेरे लन्ड को पकड़ हिलाने लगी साथ ही आहें निकाल रही थी ” आह उह उई आआआह्हह कितनी खुजली हो रही है ” मैं चूची मुंह से निकाल उसके सपाट पेट को चूमने लगा साथ ही उसकी चूची के निप्पल को चुटकी में लेकर मिंजने लगा तो रिमझिम की जांघें फैलने लगी और मैं अब कमर चूमते हुए उसके मोटे चिकने जांघो को सहलाने लगा तो वो बोली ” रोहित तुम पहले से ही सोचकर आए थे क्या की रिमझिम के साथ क्या करना है
( मैं उसकी जांघो को फैलाया फिर चूत को देखने लगा ) मुझे क्या पता की तुम यहीं हो वाह चूत को हेयर रिमूवर से साफ रखती हो ” फिर मैं तो उसके जांघो को चूमने लगा और हाथ उसकी चूत पर था जिसकी मोटी मोटी फांकें साथ ही लालिमा लिए छेद मेरे मन में आग लगा चुकी थी, मैं जांघो को चूम रहा था तो वो सिसक रही थी ” आहा उह उई आह ओह अब देर किस बात की रोहित अंदर डाल दो ” और मैं उसकी जांघो को पूरी तरह से फैलाया फिर चूत पर नाक लगाए सूंघने लगा तो उससे गंदी बदबू आ रही थी ” उठ जाकर इसे साफ कर आ क्या समझी ” और फिर रिमझिम पेटीकोट को छाती के ऊपर से पहन रूम से निकली।
( मैं उसके पीठ सहलाते हुए मुंह खोला तो रिमझिम खुद ही मेरे मुंह में चूची घुसाने लगी ) ले चूस बेटा तेरी मां हूं मैं दूध पिलाकर पहले तुझे तंदरुस्त करूंगी फिर जन्नत की सैर कराऊंगी ” तो मैं रिमझिम की चूची चूसता हुआ उसके चूतड को सहलाने लगा और फिर दूसरे हाथ से उसकी चूची दबाते हुए मस्त था तो रिमझिम का गोरा चेहरा सेब की तरह लाल हो चुका था और वो तेजी से सांसें ले रही थी ” आह उह ओह रोहित इतनी जल्दी खुजली होने लगी तुम तो काम क्रिया में माहिर हो ” मैं रिमझिम की चूची मुंह से निकाल दिया फिर उसके चूतड पर हाथ फेरने लगा, बोला ” पेटीकोट भी उतार दो बेबी
( रिमझिम सीधी हुई फिर अपना पेटीकोट का नाड़ा खोल पेटीकोट को निकाल दी तो मुझे उसकी चूत की एक झलक मिली और वो मेरे शॉर्ट्स को उतार लन्ड पकड़ सहलाने लगी ) अब ठीक है मेरे भैया या कहूं सैंया ” मैं चुप रहा फिर उठकर रिमझिम को बेड पर लिटाया और उसके चेहरे पर चेहरा किए चूमने लगा, मेरा एक हाथ उसकी चूची को पकड़ दबाने लगी तो मैं उसके ओंठ चूमते हुए पूछा ” कोई प्रोटेक्शन यूज करती हो या फिर
( रिमझिम चेहरा फेर बोली ) वो कंडोम लगाकर करते हैं ” मैं उसके चूची को दबाते हुए बाईं चूची को मुंह में भर चूसने लगा तो रिमझिम मेरे लन्ड को पकड़ हिलाने लगी साथ ही आहें निकाल रही थी ” आह उह उई आआआह्हह कितनी खुजली हो रही है ” मैं चूची मुंह से निकाल उसके सपाट पेट को चूमने लगा साथ ही उसकी चूची के निप्पल को चुटकी में लेकर मिंजने लगा तो रिमझिम की जांघें फैलने लगी और मैं अब कमर चूमते हुए उसके मोटे चिकने जांघो को सहलाने लगा तो वो बोली ” रोहित तुम पहले से ही सोचकर आए थे क्या की रिमझिम के साथ क्या करना है
( मैं उसकी जांघो को फैलाया फिर चूत को देखने लगा ) मुझे क्या पता की तुम यहीं हो वाह चूत को हेयर रिमूवर से साफ रखती हो ” फिर मैं तो उसके जांघो को चूमने लगा और हाथ उसकी चूत पर था जिसकी मोटी मोटी फांकें साथ ही लालिमा लिए छेद मेरे मन में आग लगा चुकी थी, मैं जांघो को चूम रहा था तो वो सिसक रही थी ” आहा उह उई आह ओह अब देर किस बात की रोहित अंदर डाल दो ” और मैं उसकी जांघो को पूरी तरह से फैलाया फिर चूत पर नाक लगाए सूंघने लगा तो उससे गंदी बदबू आ रही थी ” उठ जाकर इसे साफ कर आ क्या समझी ” और फिर रिमझिम पेटीकोट को छाती के ऊपर से पहन रूम से निकली।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.