23-02-2024, 10:47 PM
आहा ओह उई बुर में गुदगुदी हो रही है अब दुबारा रस निकलेगा
( वो चूची मुंह से निकाल दिया फिर दूसरे चूची पर मुंह लगाया ) आज तीन चार बार तेरी चूदाई करूंगा तभी मेरी काम वासना पूरी होगी ” मैं चुप रही और वो फिर से चूची चूसने लगा तो उसका मुसल लन्ड मेरे हाथ में था जिसे मैं सहला रही थी फिर वो मेरी चूची छोड़ा और दोनों बेड पर चले गए, मैं बेड पर नंगे ही लेटी तो नितिन डाइनिंग हॉल की ओर गया फिर वापस आकर मेरी चूत को उंगली से फैलाया और उसमें दवाई उंगली की मदद से घुसाने लगा, अब वो मेरे चेहरे के ऊपर चेहरा किए मेरे ओंठ चूमने लगा तो मैं मुंह खोले जीभ निकाल उसके मुंह में घुसाई जिसे वो चूसने लगा और मैं उसके पीठ पर नाखून गड़ाने लगी, अब तो मैं कामुकता के गिरफ्त में थी और नितिन मेरे जीभ को चूसता रहा, इतने में मेरी चूत से रस निकलने लगा और मैं सुस्त पड़ उसके चेहरे को पीछे कर जीभ मुंह से निकाल दी, एक तो बुर रसीला साथ ही दवाई की वजह से चिपचिपा हो गया और नितिन घुटनों के बल होकर मेरे चूत के फांकों के बीच सुपाड़ा को रगड़ने लगा फिर चूत में सुपाड़ा घुसाया और थोड़ा लन्ड अंदर पेला, अब मेरे कमर को पकड़े जोर से धक्का दे दिया और मैं चिल्ला उठी ” आह आउच फट गई
( इतने में वो फिर से धक्का दिया ) तेरी तो पहले से फटी है….. आह ओह आराम से चोद ना मेरी चूत ” और नितिन मेरे ऊपर लेट कर धक्का देने लगा तो मैं उसके गाल चूम रही थी और वो बोला ” चूतड तो उछाल साली
( मैं हंस दी ) रात को तेरा जीजा दो बार चोदा तो थकान महसूस कर रही थी फिर तुम चोदने आ गए ” फिर भी मैं चूतड उछालना शुरू की और वो चोदता हुआ मस्त था, शादी के बाद पहली बार भाई से चूदाई का आनंद ले रही थी और गैरों के संग हमबिस्तर होने की आदत जाएगी की नहीं ये नहीं मालूम और अब मैं चूतड स्थिर किए चुदाने लगी, चूत तो आग की भट्टी बन चुकी थी और दोनों इस मौसम में भी पसीना पसीना हो चुके थे तभी मैं उसके गाल चूम ली ” अभी थोड़ा ब्रेक दो
( वो लन्ड निकाल फ्रेश होने जाने लगा ) ठीक है बेबी अभी आया ” और फिर मेरी चूत का तो हाल खराब था फिर भी भैया को कैसे मना करती इसलिए उसे चोदने का मौका दे दी, फ्रेश होकर आया फिर मुझे इशारे से ही डॉगी स्टाइल में होने को बोला तो मैं बेड के किनारे पर घुटनों को किए कोहनी के बल हुई फिर पीछे मुड़कर देखी तो नितिन मेरे जांघों को फेलाने लगे और फिर उसका लन्ड मेरी चूत में घुसने लगा तो मैं खुद चूतड को पीछे धकेलने लगी और नितिन मेरे कमर को पकड़ जोर से धक्का दे मारा तो मैं ” £आह उई मां मर गई धीरे चोद साले
( उसका लन्ड गपागप अंदर बाहर होने लगा ) आराम से चूदाई का मजा ले फिर रात को पति से चुदाना ” मैं चुप रही फिर चूतड को हिलाते हुए चूदाई का आनंद लेने लगी तो नितिन चोदते हुए हांफ रहा था और मैं चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदाने में मस्त थी तो नितिन अब चूदाई के आखिरी पड़ाव पर ही था तो मेरी चूत भी गर्म हो चुकी थी और वो बोला ” आह उह ओह बेबी ये ले मेरा निकल गया ” फिर वो ८-१० धक्का मारा तो उसका लन्ड चूत में वीर्यपात करा सुस्त हो गया, कुछ पल बाद दोनों अलग हुए तो मैं वाशरूम जाकर फ्रेश हुई फिर बेड पर नंगे ही लेट गई।
( वो चूची मुंह से निकाल दिया फिर दूसरे चूची पर मुंह लगाया ) आज तीन चार बार तेरी चूदाई करूंगा तभी मेरी काम वासना पूरी होगी ” मैं चुप रही और वो फिर से चूची चूसने लगा तो उसका मुसल लन्ड मेरे हाथ में था जिसे मैं सहला रही थी फिर वो मेरी चूची छोड़ा और दोनों बेड पर चले गए, मैं बेड पर नंगे ही लेटी तो नितिन डाइनिंग हॉल की ओर गया फिर वापस आकर मेरी चूत को उंगली से फैलाया और उसमें दवाई उंगली की मदद से घुसाने लगा, अब वो मेरे चेहरे के ऊपर चेहरा किए मेरे ओंठ चूमने लगा तो मैं मुंह खोले जीभ निकाल उसके मुंह में घुसाई जिसे वो चूसने लगा और मैं उसके पीठ पर नाखून गड़ाने लगी, अब तो मैं कामुकता के गिरफ्त में थी और नितिन मेरे जीभ को चूसता रहा, इतने में मेरी चूत से रस निकलने लगा और मैं सुस्त पड़ उसके चेहरे को पीछे कर जीभ मुंह से निकाल दी, एक तो बुर रसीला साथ ही दवाई की वजह से चिपचिपा हो गया और नितिन घुटनों के बल होकर मेरे चूत के फांकों के बीच सुपाड़ा को रगड़ने लगा फिर चूत में सुपाड़ा घुसाया और थोड़ा लन्ड अंदर पेला, अब मेरे कमर को पकड़े जोर से धक्का दे दिया और मैं चिल्ला उठी ” आह आउच फट गई
( इतने में वो फिर से धक्का दिया ) तेरी तो पहले से फटी है….. आह ओह आराम से चोद ना मेरी चूत ” और नितिन मेरे ऊपर लेट कर धक्का देने लगा तो मैं उसके गाल चूम रही थी और वो बोला ” चूतड तो उछाल साली
( मैं हंस दी ) रात को तेरा जीजा दो बार चोदा तो थकान महसूस कर रही थी फिर तुम चोदने आ गए ” फिर भी मैं चूतड उछालना शुरू की और वो चोदता हुआ मस्त था, शादी के बाद पहली बार भाई से चूदाई का आनंद ले रही थी और गैरों के संग हमबिस्तर होने की आदत जाएगी की नहीं ये नहीं मालूम और अब मैं चूतड स्थिर किए चुदाने लगी, चूत तो आग की भट्टी बन चुकी थी और दोनों इस मौसम में भी पसीना पसीना हो चुके थे तभी मैं उसके गाल चूम ली ” अभी थोड़ा ब्रेक दो
( वो लन्ड निकाल फ्रेश होने जाने लगा ) ठीक है बेबी अभी आया ” और फिर मेरी चूत का तो हाल खराब था फिर भी भैया को कैसे मना करती इसलिए उसे चोदने का मौका दे दी, फ्रेश होकर आया फिर मुझे इशारे से ही डॉगी स्टाइल में होने को बोला तो मैं बेड के किनारे पर घुटनों को किए कोहनी के बल हुई फिर पीछे मुड़कर देखी तो नितिन मेरे जांघों को फेलाने लगे और फिर उसका लन्ड मेरी चूत में घुसने लगा तो मैं खुद चूतड को पीछे धकेलने लगी और नितिन मेरे कमर को पकड़ जोर से धक्का दे मारा तो मैं ” £आह उई मां मर गई धीरे चोद साले
( उसका लन्ड गपागप अंदर बाहर होने लगा ) आराम से चूदाई का मजा ले फिर रात को पति से चुदाना ” मैं चुप रही फिर चूतड को हिलाते हुए चूदाई का आनंद लेने लगी तो नितिन चोदते हुए हांफ रहा था और मैं चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदाने में मस्त थी तो नितिन अब चूदाई के आखिरी पड़ाव पर ही था तो मेरी चूत भी गर्म हो चुकी थी और वो बोला ” आह उह ओह बेबी ये ले मेरा निकल गया ” फिर वो ८-१० धक्का मारा तो उसका लन्ड चूत में वीर्यपात करा सुस्त हो गया, कुछ पल बाद दोनों अलग हुए तो मैं वाशरूम जाकर फ्रेश हुई फिर बेड पर नंगे ही लेट गई।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.