23-02-2024, 12:02 AM
फिर दीदी ने मुझसे पूछा- तुझे मैं क्यों इतनी अच्छी लगती हूँ?
मैंने कहा- पता नहीं दीदी.. पर आपको नंगी देखने का मन हो रहा है.. और आपको किस करने को मन हो रहा है. बस आपकी बांहों में मैं नंगा सो जाना चाहता हूँ.
दीदी ने बोला- अगर तुझे चुदाई करनी है तो में मेरी एक फ्रेंड से बात करती हूँ, वो तुझसे चुदवा लेगी.
मैंने बोला- दीदी मुझे कोई भी नहीं चाहिए, मुझे सिर्फ़ आपके साथ चुदाई करनी है.
दीदी बोलीं- भैया मेरे साथ तुम चुदाई नहीं कर सकते, लेकिन मैं तुमको अभी 5 मिनट दे रही हूँ.. तुम 5 मिनट में मेरे साथ जो भी करना चाहो, कर सकते हो.. पर चुदाई नहीं सकते, जो भी करना हो ऊपर ऊपर से कर लो.
ये कहते हुए दीदी मेरे बाजू में लेट गईं. मैं तो ख़ुशी के मारे पागल हो गया और मैंने जल्दी से अपनी टी-शर्ट और शॉर्ट निकाल दिया. साथ ही मैंने दीदी की नाइटी निकाल कर उनको सिर्फ़ ब्रा और अंडरवियर में रहने दिया. फिर मैंने दीदी को किस करना स्टार्ट किया. कुछ ही पलों बाद मैंने अब दीदी की ब्रा भी निकाल दी.
दोस्तो क्या बताऊं मेरी दीदी बड़ी ही सेक्सी लग रही थीं. मैंने दीदी के मम्मों को मेरे हाथों में ले लिया. दीदी के मम्मे एकदम टाइट थे. मैंने फिर दीदी के मम्मों को चूसना स्टार्ट किया और निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
दीदी ‘उहह.. अहह.. उफ्फ.. भैया..’ बोल रही थीं
मैंने फिर उनकी चूचियों को छोड़ कर सीधे पेंटी पर आ गया और एक झटके में उनकी पेंटी निकाल दी. उनकी गुलाबी चुत अब मेरी आँखों के सामने थी.
मैंने अपनी जीभ दीदी की चुत पर रख दी और दीदी की चुत चाटने लगा. फिर मैंने चुत को चाटते चाटते अपनी एक उंगली दीदी की चुत में कर दी. दीदी की आँखें बंद थीं और वो बस आनन्द ले रही थीं. मैंने दीदी की चुत में अन्दर तक अपनी जीभ डाल दी.. दीदी कराह उठीं.
फिर अचानक दीदी मानो होश में आ गई और बोलीं- भैया 5 मिनट पूरे हो गए.
वे अपने कपड़े पहनने लगीं, तो मैंने दीदी के हाथ से उनकी ब्रा ले ली और बोला- दीदी, आपका पानी तो निकल गया, पर अपने लंड का मैं क्या करूँ?
तो दीदी ने बोला- भैया, मेरा भी पानी अभी तक नहीं निकला है.
तो मैंने बोला- तो फिर चलो ना दीदी, चुदाई कर ही लेते हैं, अभी इतना कुछ तो हो गया ना.
तो दीदी बोलीं- नहीं भैया चुदाई तो नहीं हो सकती, लेकिन एक काम कर, तू मेरी चुत चूस कर मेरा पानी निकाल दे और मैं तेरा लंड चूस कर तेरा पानी निकाल देती हूँ.
मैंने कहा- पता नहीं दीदी.. पर आपको नंगी देखने का मन हो रहा है.. और आपको किस करने को मन हो रहा है. बस आपकी बांहों में मैं नंगा सो जाना चाहता हूँ.
दीदी ने बोला- अगर तुझे चुदाई करनी है तो में मेरी एक फ्रेंड से बात करती हूँ, वो तुझसे चुदवा लेगी.
मैंने बोला- दीदी मुझे कोई भी नहीं चाहिए, मुझे सिर्फ़ आपके साथ चुदाई करनी है.
दीदी बोलीं- भैया मेरे साथ तुम चुदाई नहीं कर सकते, लेकिन मैं तुमको अभी 5 मिनट दे रही हूँ.. तुम 5 मिनट में मेरे साथ जो भी करना चाहो, कर सकते हो.. पर चुदाई नहीं सकते, जो भी करना हो ऊपर ऊपर से कर लो.
ये कहते हुए दीदी मेरे बाजू में लेट गईं. मैं तो ख़ुशी के मारे पागल हो गया और मैंने जल्दी से अपनी टी-शर्ट और शॉर्ट निकाल दिया. साथ ही मैंने दीदी की नाइटी निकाल कर उनको सिर्फ़ ब्रा और अंडरवियर में रहने दिया. फिर मैंने दीदी को किस करना स्टार्ट किया. कुछ ही पलों बाद मैंने अब दीदी की ब्रा भी निकाल दी.
दोस्तो क्या बताऊं मेरी दीदी बड़ी ही सेक्सी लग रही थीं. मैंने दीदी के मम्मों को मेरे हाथों में ले लिया. दीदी के मम्मे एकदम टाइट थे. मैंने फिर दीदी के मम्मों को चूसना स्टार्ट किया और निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
दीदी ‘उहह.. अहह.. उफ्फ.. भैया..’ बोल रही थीं
मैंने फिर उनकी चूचियों को छोड़ कर सीधे पेंटी पर आ गया और एक झटके में उनकी पेंटी निकाल दी. उनकी गुलाबी चुत अब मेरी आँखों के सामने थी.
मैंने अपनी जीभ दीदी की चुत पर रख दी और दीदी की चुत चाटने लगा. फिर मैंने चुत को चाटते चाटते अपनी एक उंगली दीदी की चुत में कर दी. दीदी की आँखें बंद थीं और वो बस आनन्द ले रही थीं. मैंने दीदी की चुत में अन्दर तक अपनी जीभ डाल दी.. दीदी कराह उठीं.
फिर अचानक दीदी मानो होश में आ गई और बोलीं- भैया 5 मिनट पूरे हो गए.
वे अपने कपड़े पहनने लगीं, तो मैंने दीदी के हाथ से उनकी ब्रा ले ली और बोला- दीदी, आपका पानी तो निकल गया, पर अपने लंड का मैं क्या करूँ?
तो दीदी ने बोला- भैया, मेरा भी पानी अभी तक नहीं निकला है.
तो मैंने बोला- तो फिर चलो ना दीदी, चुदाई कर ही लेते हैं, अभी इतना कुछ तो हो गया ना.
तो दीदी बोलीं- नहीं भैया चुदाई तो नहीं हो सकती, लेकिन एक काम कर, तू मेरी चुत चूस कर मेरा पानी निकाल दे और मैं तेरा लंड चूस कर तेरा पानी निकाल देती हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.