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Adultery रंगीली बीबी
#17
सलोनी- “ओह! तो यह बात है, लगता है उसने मेरे बुद्धू राजा को रोमांटिक भी बना दिया है”, उसने आँखे घूमाते हुए बोला- “केवल ऑफिस का काम ही ना”, फिर लण्ड को पकड़ते हुए, “कुछ और तो नहीं ना??”
अचानक मेरे दिमाग में विचार आया और बोला- “क्या यार सलोनी, तुम भी ना, अब जब हर समय साथ है तो सभी काम ही करेगी ना और वो तो मेरी पर्सनल सेक्ट्रेरी है (उसकी चूत को मसलते हुए) तो पर्सनल काम भी हाहाहा”
सलोनी ने मुझे धक्का देते हुए- “अच्छा जी खबरदार,  जो मेरा हक़ किसी को दिया तो, वैसे भी वो छम्मक-छल्लो कितना चमक धमक कर आती है”
मैं- क्या यार तुम भी ना, कहाँ हक़-वक और पुरानी फैशन की बात करती हो, अरे जान जरा बहुत मजा लेने में क्या जाता है. कौन सा मेरा लण्ड घिस जायेगा या उसकी चूत ही पुरानी हो जाएगी”
सलोनी- “अब तो आप पागल हो गए हो, लगता है आप पर भी नजर रखनी होगी,  कहीं बाहर कुछ गड़बड़ तो नहीं कर रहे”
मैं उसके उखड़े मूड को देखते हुए, मामले को थोड़ा रोकते हुए- “अरे नहीं मेरी जान,  बस थोड़ा बहुत मजाक बाकी क्या तुमको लगता है कि मैं कुछ करूँगा.”
सलोनी मेरे होंठों पर जोरदार चुम्बन लेते हुए- “हाँ मेरे राजा! मुझे पता है, मेरा राजा और उसका यह पप्पू केवल मेरा है मगर उस कमीनी पर तो मुझे कोई भरोसा नहीं”
मैं- “अरे नहीं जानू! क्यों उस बेचारी को गली दे रही हो, कितना ख्याल रखती है वो मेरा”
सलोनी- “अरे, तो मैं ख्याल रखने को कब मना कर रही हूँ लेकिन मेरा हक़ नहीं”
मैंने सलोनी को कसकर अपनी बाँहों में ले लिया- “अरे मेरी जान मैं और मेरा लण्ड हमेशा तुम्हारे हैं, किसी चूत में वो दम नहीं कि इसे तुमसे छीन सके”
सलोनी भी मुझसे चिपक गई- “हाँ जानू! मुझे पता है, थोड़ा बहुत तो सही है मगर (मेरे लण्ड को मुट्ठी में पकड़) यह मैं किसी के साथ नहीं बाँट सकती”
सलोनी- अच्छा चलो, अब जल्दी से तैयार तो हो जाओ, यह क्या ऐसे नंगु पंगु यहाँ खड़े हो, अच्छा मैं यह खिड़की बंद कर देती हूँ वरना सब हमारी रासलीला देख देखकर मजा लेते रहेंगे”
मैंने उसके कन्धों से अपनी लुंगी उठा बांधते हुए- “क्या जान तुम भी फिर से, अरे कोई देखता है तो इसमें हमारा क्या नुक्सान है, देखने दो साले को”
सलोनी- “ओह क्या करते हो, मैंने अभी पूरे कपड़े नहीं पहने”
मैं- “अरे तो क्या हुआ जान, हम अपने घर पर ही तो हैं, कौन सा कोई बाजार में नंगे घूम रहे हैं, अब इन छोटी छोटी बातों को ना सोचकर केवल मजे लिया करो”
सलोनी- अच्छा तो क्या अब खिड़की खुला छोड़कर नंगी घूमूँ? एक तो पता नहीं कल अरविन्द अंकल ने ना जाने क्या क्या देखा होगा, मैं तो सोचकर ही शर्म से मरी जा रही हूँ”
मैं- “क्या अदा है मेरी जान की, अरे कुछ नहीं होता मेरी जान तुम तो सामान्य व्यव्हार करना, देखना वो ही झेंपेंगे हाहाहा और तुम इतनी खूबसूरत हो मेरी जान, तुमको पता है खूबसूरत चीजें दिखाई जाती हैं ना कि परदे में रखी जाती हैं”
सलोनी- “हाँ हाँ, मुझे पता है, ये सब नीलू को देखकर ही बोल रहे हो, कितने छोटे कपड़े पहनकर आती है वो”
मैं- “अरे यार, फिर उसके पीछे, कपड़े पहनने वाला नहीं बल्कि उसको गन्दी नजर से देखने वाला गन्दा होता है, यह तो तुम खुद कहती हो ना और मैंने कभी तुमको मना किया कुछ भी या किसी भी तरह पहनने को, यह हमारा जीवन है, चाहे जो खाएँ या पहनें हमको दूसरे से क्या मतलब तुमको जो अच्छा लगे करो ना”
सलोनी- “आप दुनिया के सबसे प्यारे हस्बैंड हो पुछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह… मुँआँहुह… आआआआ” उसने एक लम्बा चुम्मा लिया
मैं- “वो तो मैं हूँ, मगर मेरी रानी भी कम नहीं है”, मैंने भी उसको अपने से चिपका लिया, “तो जान, अब इन खिड़की या दरवाजे से मत डरना, हमको किसी से मतलब नहीं, हम अपनी लाइफ मजे करेंगे और हाँ जो कुछ भी होगा वो एक दूसरे को भी बताएँगे चाहे जो हो”
सलोनी- “अरे, तो मैं कहाँ कुछ छुपाती हूँ, सब कुछ तो, फिर भी, हाँ ऐसा वैसा कुछ मत करना नहीं तो, तुमको पता ही है”
मैं- “अच्छा धमकी! अरे भाई मैं जब तुमको आजादी दे रहा हूँ तो मुझे भी तो कुछ आजादी मिलनी चाहिए न?”
सलोनी- “ह्म्म्म चलो थोड़ा बहुत करने की आजादी है मगर अपने पप्पू को संभाल कर रखना वरना इतने जोर से काटूंगी कि कभी मुँह नहीं उठाएगा.. हे हे हे”
मैं- “अच्छा जी, चलो काट लेना फिर मुँह में तो लेना ही होगा हाहाहा”
सलोनी- “मारूँगी अब हाँ, अच्छा चलो अब जल्दी से तैयार हो जाओ”
मैं- “ठीक है जान, अरे हाँ याद आया, कल शायद अमित आएगा डिनर पर, बता देना अगर कुछ मंगाना हो बाजार से, प्रणव मेरा पुराना दोस्त है वो डॉक्टर है, उसकी कुछ समय पहले ही शादी हुई है रुचिका से, वो ऑस्ट्रेलिया में ही ज्यादा रही है इसलिए बहुत मॉडर्न है”
सलोनी- “अच्छा, तो अब तो रुचिका के साथ ही आएंगे”
मैं- “हाँ यार बहुत दिन से उसको बुला रहा था तो कल ही उसका फ़ोन आया आने के लिए”
सलोनी- “ठीक है जानू, मैं सब तैयारी कर लूँगी”
मैं- “और हाँ जरा मॉडर्न कपड़े ही पहनना, मैं नहीं चाहता कि अमित के सामने मेरी बीवी जो रुचिका कई गुना खूबसूरत है जरा भी फीकी लगे”
सलोनी- “मगर वो तो कितने छोटे कपड़े पहनती है, याद है शादी के चार दिन बाद ही उसने अपनी उस पार्टी में कितनी छोटी मिडी पहनी थी और सबको अपनी वो चमकीली पैंटी दिखाती घूम रही थी”
मैं- “क्या यार, मगर मेरी जान उससे कहीं ज्यादा बोल्ड और खूबसूरत है दरअसल मैं उस साले को दिखाना चाहता हूँ कि हमारे भारत की लड़कियाँ उन जैसी गैर मुल्क में पली भरी से कहीं अधिक खूबसूरत होती हैं बस”
सलोनी- “ओह ठीक है, अब आप तैयार तो हो जाओ ना” उसने मुझे बाथरूम की ओर धकेल दिया…
मैं नहाकर बाहर आया सलोनी बेड पर झुकी हुई मेरे कपड़े सही कर रही थी, उसका गाउन चूतड़ से आधा खिसक गया था जो उसके गोल और मादक चूतड़ों की झलक दिखा रहा था…
मैंने उसके चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए ही कहा- “जान आज या कल जब भी अमित आये तो उसको अपने इन जालिम चूतड़ों के दर्शन करा देना, देखना पगला जायेगा साला”
सलोनी- मुझे तो लगता है कि अभी तो आप ही पगला गए हैं, कैसी बातें कर रहे हैं? क्या उन लोगों के सामने बिना कच्छी के जाऊँगी? वैसे आप चिंता न करें, मैंने कल कुछ अच्छे सेट का आर्डर दिया है, आज कोशिश करुँगी, शायद मिल जाएँ”
मैं- “अच्छा तो क्या ब्रा, चड्डी भी आर्डर पर तैयार होने लगे?”
सलोनी- “जी हाँ जानू, अब तो हर चीज फैशन पर आ गई है मगर कुछ रुपए दे जाना”
मैं- “ठीक है मेरी जान”
मैं तैयार होते हुए सोचने लगा कि आज शायद सलोनी फिर उसी दुकान पर जाएगी मैं क्या करूँ? कैसे करूँ?
सलोनी- “और हाँ, आप यह मत समझो कि आपके दोस्त सीधे हैं, वो तो आपके सामने सीधा होने का ढोंग करते हैं वरना हम लोगों को मर्दों की सब आदतों के बारे में पता होता है”
मैं- “अच्छा तो कौन साला तुमको छेड़ता है, अभी बताओ, कमीने को ठीक करता हूँ”
सलोनी- “बस तुम्हारी इसी आदत के कारण वो तुमसे डरते हैं वरना”
मैं- “अरे नहीं जान, क्या मैं तुमको ऐसा लगता हूँ?  वो तो थोड़ा काम में बिजी हो गया था बस”
सलोनी- “हाँ हाँ, मैं सब समझ सकती हूँ जब आप उनसे जरा प्यार से बोलेंगे तो आप उन सबकी नजर को खुद समझ जाएंगे”
मैं- “अच्छा अमित भी ऐसा ही है क्या? यार, वो तो बहुत सीधा लगता है”
सलोनी- “हाँ मुझे पता है वो कितना सीधा है… हे…हे”
मैं- “क्या यार पहेलियाँ क्यों बुझा रही हो, सच बताओ ना हमने कल निर्णय लिया था ना कि हम सब कुछ एक दूसरे को बताएँगे, इससे हमारे रिश्ता और भी मजबूत होगा और अब से हम खुद खुले विचारों के साथ जिएंगे, एक दूसरे को रोक टोक नहीं करेंगे”
सलोनी मुझे चूमते हुए- “अरे जानू, आपको क्या लगता है कि क्या मैं आपसे कुछ छुपाती हूँ”
मैं- “तो बताओ न अमित ने कुछ किया क्या”
सलोनी- “अरे नहीं ऐसा कुछ नहीं मगर उसकी आदतें भी बाकी सभी मर्दों की तरह ही हैं,  वैसे भी मेरी मुलकात तो बस दो तीन बार ही तो हुई होगी, आपको याद है उसकी शादी के बाद पार्टी में, उसने कितनी पी ली थी बस जब वो मेरे साथ डांस कर रहा था, तब उसका व्यव्हार उतना सभ्य नहीं था”
मैं- “क्या यार, कितने भारी शब्दों का प्रयोग कर रही हो, खुली भाषा में बताओ न, उसने तुमको क्या किया?”
सलोनी- “ओह तुम भी न, अरे ऐसा भी क्या, बस जब वो मेरे साथ नाच रहा था तब ही उसने कुछ शरारत की थीं”
मैं- “अरे नहीं यार, वो उस बेचारे ने बहुत पी ली थी इसीलिए थोड़ा बहुत हाथ लग गया होगा”
सलोनी- “अच्छा आपको तो बहुत पता है ना, क्या आपको याद है उस दिन मैंने अपनी वो पतली वाली लाल जींस और सफ़ेद शार्ट टॉप पहना था जो कमर तक ही आता है”
मैं- “अरे हाँ जान, मैं कैसे भूल सकता हूँ”
सलोनी- “बस वो नाचते-नाचते बार-बार मेरे कमर पर हाथ रख रहा था मैं हटाती तो फिर से टॉप के अंदर कर मेरी नंगी कमर को सहला देता, कई बार उसने अपने गाल मेरे गालों से चिपकाये और नाचते हुए चूम भी लेता था”
मैं- “अरे यार, ये सब तो नार्मल है ना”
सलोनी- “अच्छा और उसके हाथों का कई बार सरककर मेरे चूतड़ों तक पहुँच जाना और ना केवल सहलाना बल्कि दबा भी देना”
मैं- “हम्म्म… तब तो हो सकता है मगर यह भी तो हो सकता है कि वाकयी गलती से ही हुआ हो”
सलोनी- “हाँ गलती से, अगर गलती से हुआ होता तो आदमी का यह खड़ा नहीं होता” उसने मेरे लण्ड को छूते हुए कहा।
मैं- “क्या कहती हो यार, क्या उसका लण्ड भी खड़ा हो गया था? क्या तुमने उसको छुआ भी था?” मैंने अब उसके सामने खुले शब्दों का प्रयोग करने लगा जिससे वो और भी खुल जाये, वैसे मैंने सुना तो था कि वो बहुत आसानी से सभी लण्ड, चूत जैसे शब्द बोलती है,
सलोनी- “हाँ जानू, जब वो मुझे खुद से चिपकाता तो अपनी कमर भी मेरे से चिपका देता था, तो मुझे उसका अहसास तो होगा ना”
मैं- “अच्छा ! कहाँ लगा उसका लण्ड तुम्हारे?”
सलोनी- “ओह… अब ज्यादा क्यों परेशान कर रहे हो, मेरी जांघ के ऊपर के भाग पर…… पर मैं एकदम दूर हो गई, बस अब आप जल्दी तैयार हो जाओ, मैं भी फटाफट तैयार हो आपका नाश्ता लगाती हूँ”
मैं- “अच्छा जानू”
उसके बाथरूम में जाते ही सबसे पहले मैंने अपना रिकॉर्डर पेन ओन कर उसके पर्स में डाला और यह भी सोचने लगा कि यार कैसे आज इनकी उस शॉपिंग को देखा जाए, मैंने एक बार फिर बिल पर से उस दुकान का पता नोट किया और सलोनी से उसका जाने के समय के बारे में जानने कि सोचने लगा तभी सलोनी भी बाथरूम से बिल्कुल नंगी नहाकर बाहर आ गई…
सलोनी में ये दो आदते हैं कि एक तो वो कपड़े हमेशा कमरे में आकर ही पहनती थी इसलिए बाथरूम से हमेशा नंगी या केवल तौलिया लपेट कर ही बाहर आती थी और रात को सोते हुए मेरे लण्ड पर अपना हाथ रखकर ही सोती थी और ये दोनों आदतें मुझे बहुत पसन्द थी, उसने हल्का सा गाउन ही डाला और हम दोनों ने नाश्ता किया फिर मैं उसको चूमकर अपने मन में अच्छी तरह सब कुछ सोच विचार कर मैं घर से ऑफिस के लिए निकल गया…
TO BE CONTINUED ......
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!

Love You All  Heart Heart
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रंगीली बीबी - by KHANSAGEER - 18-02-2024, 02:17 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 19-02-2024, 10:11 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 20-02-2024, 12:42 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 20-02-2024, 06:09 PM
RE: रंगीली बीबी - by KHANSAGEER - 22-02-2024, 04:22 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 22-02-2024, 08:58 PM
RE: रंगीली बीबी - by sri7869 - 23-02-2024, 12:54 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 25-02-2024, 05:12 PM
RE: रंगीली बीबी - by Vamp - 26-02-2024, 04:53 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 01-03-2024, 04:19 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 02-03-2024, 11:12 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 06-03-2024, 06:58 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 06-03-2024, 08:05 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 10-03-2024, 02:08 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 11-03-2024, 10:33 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 12-03-2024, 02:53 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 12-03-2024, 05:54 PM
RE: रंगीली बीबी - by Vnice - 18-03-2024, 09:06 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 18-03-2024, 09:29 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 19-03-2024, 07:07 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 26-03-2024, 09:25 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 28-03-2024, 07:28 AM
RE: रंगीली बीबी - by Vnice - 28-03-2024, 08:26 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 31-03-2024, 10:13 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 01-04-2024, 04:26 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 24-04-2024, 02:04 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 24-04-2024, 10:52 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 28-04-2024, 10:14 PM
RE: रंगीली बीबी - by Samar78 - 29-04-2024, 04:18 PM
RE: रंगीली बीबी - by Apkeliya - 20-05-2024, 10:08 AM
RE: रंगीली बीबी - by urb0nd - 23-05-2024, 02:00 PM



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