22-02-2024, 03:11 PM
वो पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगीं और मैं अपनी मां का परिपक्व बदन देखे जा रहा था.
मेरी मां आज मेरे सामने नंगी हो रही थीं. ये देख कर मेरा बुल्ला टाइट हो रहा था.
मैं भी खड़ा हो गया और मेरी नाईटपैंट उतार दी.
मैं मां के सामने सिर्फ फ्रेंची में था.
मां ने मेरा फूला हुआ लौड़ा देखते हुए अपना पेटीकोट उतार दिया.
मेरा बुल्ला मेरी फ्रेंची से गुर्राता हुआ दिखाई दे रहा था.
मेरी मां रज्जी मेरा खड़ा लंड देखने लगीं.
मैं बेड पर बैठ गया और वो मेरे पास आने लगीं.
तो मैं बोला- जरा रुको मेरी जान … मुझे तुम्हें अच्छे से देखना है.
मां रुक गईं, मैं उन्हें नजर भर कर वासना से देखने लगा.
मेरी मां के गदराए पेट बार स्ट्रेच मार्क थे और पेट लटका हुआ था.
मैंने उन्हें पीछे घूमने को कहा तो वो घूम गईं. मैं मां की गोरी गांड देखने लगा.
उस पर भी स्ट्रेच मार्क थे. मैं वो देखने लगा और गांड को छूने लगा.
मैंने उनसे कहा- अब मेरे ऊपर आ जाओ.
वो अपनी दोनों टांगें मेरे दोनों तरफ डालती हुई मेरे बुल्ले पर अपनी चूत सैट करके बैठ गईं और मुझे बांहों में कस लिया.
मेरी मां आज मेरे सामने नंगी हो रही थीं. ये देख कर मेरा बुल्ला टाइट हो रहा था.
मैं भी खड़ा हो गया और मेरी नाईटपैंट उतार दी.
मैं मां के सामने सिर्फ फ्रेंची में था.
मां ने मेरा फूला हुआ लौड़ा देखते हुए अपना पेटीकोट उतार दिया.
मेरा बुल्ला मेरी फ्रेंची से गुर्राता हुआ दिखाई दे रहा था.
मेरी मां रज्जी मेरा खड़ा लंड देखने लगीं.
मैं बेड पर बैठ गया और वो मेरे पास आने लगीं.
तो मैं बोला- जरा रुको मेरी जान … मुझे तुम्हें अच्छे से देखना है.
मां रुक गईं, मैं उन्हें नजर भर कर वासना से देखने लगा.
मेरी मां के गदराए पेट बार स्ट्रेच मार्क थे और पेट लटका हुआ था.
मैंने उन्हें पीछे घूमने को कहा तो वो घूम गईं. मैं मां की गोरी गांड देखने लगा.
उस पर भी स्ट्रेच मार्क थे. मैं वो देखने लगा और गांड को छूने लगा.
मैंने उनसे कहा- अब मेरे ऊपर आ जाओ.
वो अपनी दोनों टांगें मेरे दोनों तरफ डालती हुई मेरे बुल्ले पर अपनी चूत सैट करके बैठ गईं और मुझे बांहों में कस लिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.