22-02-2024, 10:42 AM
मैं मां को देखते हुए बोला कि करूं!
मां ने जोरों से सांस लेते हुए हां का इशारा कर दिया.
मैं मां के दोनों पैरों के बीच में जाकर बैठ गया और मां की मैक्सी और पेटीकोट ऊपर कर दिया.
मां अपने दोनों हाथ ऊपर करके पड़ी रहीं.
उन्होंने कुछ विरोध नहीं किया.
वो मेरी आंखों में देख रही थीं.
मैं उनकी पैंटी निकालने लगा तो वो थोड़ी सी कमर उठा कर मुझे सहयोग करने लगीं.
ये सब फ़्लैश लाइट में हो रहा था.
मैंने कुछ ही पलों में अपनी मां की पैंटी निकाल दी और उनके सिरहाने रख दी.
अब मैं उनकी टांगों के बीच में आ गया और अपनी नाइट पैंट निकाल कर उनके दोनों पैरों के बीच में बैठ गया.
मां ने जोरों से सांस लेते हुए हां का इशारा कर दिया.
मैं मां के दोनों पैरों के बीच में जाकर बैठ गया और मां की मैक्सी और पेटीकोट ऊपर कर दिया.
मां अपने दोनों हाथ ऊपर करके पड़ी रहीं.
उन्होंने कुछ विरोध नहीं किया.
वो मेरी आंखों में देख रही थीं.
मैं उनकी पैंटी निकालने लगा तो वो थोड़ी सी कमर उठा कर मुझे सहयोग करने लगीं.
ये सब फ़्लैश लाइट में हो रहा था.
मैंने कुछ ही पलों में अपनी मां की पैंटी निकाल दी और उनके सिरहाने रख दी.
अब मैं उनकी टांगों के बीच में आ गया और अपनी नाइट पैंट निकाल कर उनके दोनों पैरों के बीच में बैठ गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.