22-02-2024, 10:20 AM
मां की गांड को अपने लौड़े पर सैट करके सोने लगा.
थोड़ी देर के बाद मेरी आंख लग गई.
फिर कुछ देर बाद मेरी आंख खुली और मैंने देखा कि मेरा बुल्ला टाइट हो गया था.
मैं लंड से बुल्ला कहता हूँ. आप भ्रमित न हों.
मेरा लंड नाईट पैंट में से उभरा हुआ था और मां की गांड पर सैट था.
मैंने थोड़ा साइड में सरक कर देखा, तो मां सोई हुई थीं और मुझे गर्मी लग रही थी क्योंकि थोड़ी बारिश के कारण लाइट चली गई थी.
मैंने मोबाइल में टाइम देखा तो 2:30 बजे हुए थे और मां गहरी नींद में सो रही थीं.
मैं चादर में ही मोबाइल खोलकर आवाज म्यूट करके पोर्न देखने लगा.
उसके कारण मेरा बुल्ला और बड़ा हो गया.
मैं मोबाइल रख कर पहले जैसे मां से सटकर सोने लगा.
मैंने लंड मां की गांड के बीच में सैट किया और डरते डरते मां के पेट पर हाथ रख दिया.
हाथ रखते ही मुझे मां का पेट नर्म लगा और मैं उसे भींच कर सोने लगा.
पर स्टेप मदर सेक्स के विचारों के कारण मुझे नींद नहीं आ रही थी.
फिर मैंने अपना मुँह मां की पीठ के पीछे की तरफ से उनकी मैक्सी के खुले हिस्से पर रखा और एक गहरी सांस ली.
जिसके कारण मुझे मां के पसीने की महक आई.
इससे मैं और भी उत्तेजित हो गया और मेरा बुल्ला अब और ज्यादा फड़ फड़ करने लगा.
मैंने लंड बाहर निकाला और मां की गांड पर सैट कर दिया.
इस बार मैं बिना डरे झटके मारने लगा.
मेरा एक हाथ मां के पेट पर था और मेरे झटके अचानक से इतने तेज हो गए कि मेरे मुँह से सिसकारियां और गर्म सांसें मां की पीठ पर लगने लगीं.
मेरे झटकों से मेरी मां हिलने तक लगी थीं.
इसी वजह से अचानक से मां की आंख खुली और वो एकदम से मुझसे अलग हो गईं.
फिर उठ कर खड़ी हो गईं.
मैंने जल्दी से मोबाइल का फ़्लैश ऑन किया, तो मां मुझे घूर रही थीं,
थोड़ी देर के बाद मेरी आंख लग गई.
फिर कुछ देर बाद मेरी आंख खुली और मैंने देखा कि मेरा बुल्ला टाइट हो गया था.
मैं लंड से बुल्ला कहता हूँ. आप भ्रमित न हों.
मेरा लंड नाईट पैंट में से उभरा हुआ था और मां की गांड पर सैट था.
मैंने थोड़ा साइड में सरक कर देखा, तो मां सोई हुई थीं और मुझे गर्मी लग रही थी क्योंकि थोड़ी बारिश के कारण लाइट चली गई थी.
मैंने मोबाइल में टाइम देखा तो 2:30 बजे हुए थे और मां गहरी नींद में सो रही थीं.
मैं चादर में ही मोबाइल खोलकर आवाज म्यूट करके पोर्न देखने लगा.
उसके कारण मेरा बुल्ला और बड़ा हो गया.
मैं मोबाइल रख कर पहले जैसे मां से सटकर सोने लगा.
मैंने लंड मां की गांड के बीच में सैट किया और डरते डरते मां के पेट पर हाथ रख दिया.
हाथ रखते ही मुझे मां का पेट नर्म लगा और मैं उसे भींच कर सोने लगा.
पर स्टेप मदर सेक्स के विचारों के कारण मुझे नींद नहीं आ रही थी.
फिर मैंने अपना मुँह मां की पीठ के पीछे की तरफ से उनकी मैक्सी के खुले हिस्से पर रखा और एक गहरी सांस ली.
जिसके कारण मुझे मां के पसीने की महक आई.
इससे मैं और भी उत्तेजित हो गया और मेरा बुल्ला अब और ज्यादा फड़ फड़ करने लगा.
मैंने लंड बाहर निकाला और मां की गांड पर सैट कर दिया.
इस बार मैं बिना डरे झटके मारने लगा.
मेरा एक हाथ मां के पेट पर था और मेरे झटके अचानक से इतने तेज हो गए कि मेरे मुँह से सिसकारियां और गर्म सांसें मां की पीठ पर लगने लगीं.
मेरे झटकों से मेरी मां हिलने तक लगी थीं.
इसी वजह से अचानक से मां की आंख खुली और वो एकदम से मुझसे अलग हो गईं.
फिर उठ कर खड़ी हो गईं.
मैंने जल्दी से मोबाइल का फ़्लैश ऑन किया, तो मां मुझे घूर रही थीं,
मुझे जागा हुआ देख कर मां कहने लगीं- ये तू क्या कर रहा था. पागल हो गया है क्या … मैं तेरी मां हूँ और तू मुझसे ही ये सब कर रहा है. कितना नीच है तू!
मैं- सॉरी मां, गलती से हो गई.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.