22-02-2024, 07:00 AM
अब मैंने खुल कर कह दिया- मुझे आपको चोदना है. दीदी- उफ़… भैया तू ऐसे नहीं मानेगा ना, रुक मैं अभी मम्मी को फोन करके सब बताती हूँ. मैं डर गया और अपने रूम में जाने लगा. मैं अपने रूम में आकर लेट गया, मेरा लंड अभी भी टाइट था. थोड़ी देर बाद दीदी आईं और मेरे पास आकर बैठ गईं. दीदी मेरे सिर पे हाथ फिराने लगीं और बोलीं- भैया हम दोनों सगे भाई बहन हैं.. हम दोनों चुदाई कैसे कर सकते हैं..
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.