22-02-2024, 06:54 AM
बोलीं- क्या देखना है? मैंने कहा- जो भर गए हैं उन्हें पीने का मन हो रहा है! दीदी ने चूचे मेरी तरफ किए और इशारे से पूछा कि क्या मेरे दूध पीना चाहते हो? मैंने बड़े अश्लील भाव से जीभ को होंठों पर फिराई और उनको आँख मारते हुए उनकी जाँघों को सहला दिया. दीदी कुछ नहीं बोलीं तो मैंने कुछ देर उनकी जाँघों को सहलाया और उनकी रजामंदी सी दिखी तो उनकी चूची को दबा दिया. दीदी ने चिहुँक कर मेरा हाथ झटक दिया और पूछा- आखिर तू क्या चाहता है?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.