20-02-2024, 01:07 PM
(This post was last modified: 20-02-2024, 01:10 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैंने कहा- मैं भी तेरी बड़ी तारीफ करती हूँ बेटा हनीफ़! तुम अगर मुझे अपना कसरती जिस्म दिखा दो मैं तेरी और तारीफ करने लगूंगी।
उसके गाल थपथपाकर मैंने यह बात कही.
वह बोला- अरे आंटी, इसमें क्या लो देख लो मेरा जिस्म … मैं अभी अपने कपड़े उतार देता हूँ।
उसने सच में अपने कपड़े उतार दिये और केवल एक चड्डी में मेरे आगे खड़ा हो गया।
मैंने उसके बदन पर हाथ फेरते हुए कहा- माशाल्ला, तेरा जिस्म तो बड़ा खूबसूरत है बेटा हनीफ़! तेरी चौड़ी छाती, बड़े बड़े चौड़े कंधे, मस्त भुजाएं और तेरी जाँघों की मसल्स सब कुछ बड़ा सेक्सी दिख रहा है। पर कुछ तो अभी भी छिपा हुआ है बेटा हनीफ, वह भी दिखा दो न मुझे!
वह मुस्कराता हुआ बोला- अरे आंटी, तब तो मैं नंगा हो जाऊंगा?
मैंने कहा- तो क्या हुआ? मैंने तो तुझे नंगा कई बार देखा है। एक बार और सही. मैं बहनचोद तेरी अम्मी के बराबर हूँ। मुझसे क्या शर्माना?
वह मेरी बातों में आ गया और अपनी चड्डी खोल कर फेंक दी।
मैंने जैसे ही उसका लण्ड देखा तो मेरे बदन में आग लग गयी; टूट पड़ी मैं उसके लण्ड पर!
मैंने लण्ड फ़ौरन अपनी मुठ्ठी में लिया और उसकी कई चुम्मियाँ ले लीं, पेल्हड़ भी चूमें।
मेरे पकड़ते ही लण्ड एकदम से तन कर खड़ा हो गया।
मुझे लण्ड पसंद आ गया।
मेरे मुंह से निकला- वाओ … क्या मस्त लौड़ा है तेरा यार! माँ चोदने वाला हो गया है तेरा भोसड़ी का लण्ड! कभी किसी की माँ चोदी है तूने बेटा हनीफ?
वह बोला- माँ तो नहीं चोदी लेकिन अपनी फूफी का भोसड़ा जरूर चोदा है।
उसके गाल थपथपाकर मैंने यह बात कही.
वह बोला- अरे आंटी, इसमें क्या लो देख लो मेरा जिस्म … मैं अभी अपने कपड़े उतार देता हूँ।
उसने सच में अपने कपड़े उतार दिये और केवल एक चड्डी में मेरे आगे खड़ा हो गया।
मैंने उसके बदन पर हाथ फेरते हुए कहा- माशाल्ला, तेरा जिस्म तो बड़ा खूबसूरत है बेटा हनीफ़! तेरी चौड़ी छाती, बड़े बड़े चौड़े कंधे, मस्त भुजाएं और तेरी जाँघों की मसल्स सब कुछ बड़ा सेक्सी दिख रहा है। पर कुछ तो अभी भी छिपा हुआ है बेटा हनीफ, वह भी दिखा दो न मुझे!
वह मुस्कराता हुआ बोला- अरे आंटी, तब तो मैं नंगा हो जाऊंगा?
मैंने कहा- तो क्या हुआ? मैंने तो तुझे नंगा कई बार देखा है। एक बार और सही. मैं बहनचोद तेरी अम्मी के बराबर हूँ। मुझसे क्या शर्माना?
वह मेरी बातों में आ गया और अपनी चड्डी खोल कर फेंक दी।
मैंने जैसे ही उसका लण्ड देखा तो मेरे बदन में आग लग गयी; टूट पड़ी मैं उसके लण्ड पर!
मैंने लण्ड फ़ौरन अपनी मुठ्ठी में लिया और उसकी कई चुम्मियाँ ले लीं, पेल्हड़ भी चूमें।
मेरे पकड़ते ही लण्ड एकदम से तन कर खड़ा हो गया।
मुझे लण्ड पसंद आ गया।
मेरे मुंह से निकला- वाओ … क्या मस्त लौड़ा है तेरा यार! माँ चोदने वाला हो गया है तेरा भोसड़ी का लण्ड! कभी किसी की माँ चोदी है तूने बेटा हनीफ?
वह बोला- माँ तो नहीं चोदी लेकिन अपनी फूफी का भोसड़ा जरूर चोदा है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.