18-02-2024, 05:07 AM
उन्होंने मुझे फ़ोन नंबर दिया और मेने भी अपना नंबर उनको दिया और जाते टाइम उनकी वाइफ ने बोलै की भूलना मत आना जरूर तो मेने भी बोलै है आंटी जरूर आऊंगा ऐसे दोस्त कम ही मिलते है तो आंटी तपाक बोली में क्या आंटी लगती हूँ तुमको एक तरफ तो दोस्त बोल रहे हो और आंटी भी बोलते हो और हम तीनो हसने लगे और वो बोली की तुम मुझे सरला बोल सकते हो तो मेने स्माइल देके बोलै की जी ठीक है और बाय बोल के हम तीनो अपने अपने रस्ते चले गए।
में अपने लॉज आके कुछ देर आराम किया और फिर नहा के शॉर्ट्स पैंट और टीशर्ट पहन के बाहर निकल गया और कुछ देर में उनकी होटल पहुंच गया तब रात के 9 बज रहे थे मेने होटल की लॉबी से उनको कॉल किया तो भूपेश जी ने कॉल उठाया मेने बोलै की में आ गया हूँ लॉबी में तो उन्होंने कहा की २ मिनट में आया और कुछ देर में वो निचे आ गए मुझे लेने उन्होंने भी शार्ट पैंट और टीशर्ट पहनी हुयी थी मुझे देख के काफी खुश हुए और बोले आ जाओ में उनके साथ चलने लगा और लिफ्ट में होते हुए उनके फ्लोर पे आ गए। रूम का डोर खुला ही था तो हम अंदर आये और उन्होंने डोर बंद कर दिया अंदर आके देखा सरला जी मैक्सी पहनी हुयी थी बिना स्लीव्स वाली मुझे देख के स्माइल की और बोली आओ आओ मोंटी और काफी खुश दिख रही थी। और बोली अच्छा हुआ तुम टाइम पे आ गए तो वरना में तो इनके साथ बोर हो गयी थी। तो मेने पूछा अरे ऐसा क्यों तो बोली इनको तो न्यूज़ देखने से फुर्सत कहा और में अकेली किससे बात करू और हम तीनो हसने लगे।
भूपेश जी ने एक चेयर लाके दी और मुझे बैठने बोलै वो दोनों सोफे ेपे बैठे थे बिच में टेबल था। फिर भूपेश जी ने बोतले निकली और फ्रिज से सोडा और कुछ सामान निकला और कॉल करके स्टार्टर का और दे दिया साथ में खाने का भी और बोले की खाना बाद में लाना जब हम बोले। हम यहाँ वहा बात करने लगे कुछ देर बाद स्टार्ट लेके वेटर आ गया और सर्व करने के बाद वो चला गया। फिर भुवेश जी ने तीन पेग बनाये और हम तीनो अपना अपना पेग लेके चियर्स किया और पिने लगे और पीते यहाँ वहा की बाते करने लगे। बातो बातो में तीन चार पेग हो गए पता ही नहीं चला। और में देख रहा था सरला जी भी इतने ही पेग पे रही है तो मेने पूछ लिया आप भी काफी अच्छा ड्रिंक करती है तो वो बोली अरे नहीं नहीं में कभी कबार एक या दो पेग लेती हूँ आज तो बहार आये है और कोई झंझट नहीं तो बस ले लिए मेने भी और हसने लगी। बात करते हुए उनकी आवाज कुछ भारी हो रही थी और थोड़ी लड़खड़ा भी रही थी और वो सेफ पे मैक्सी हो थाइज तक चढ़ा के पैर पे पैर रखे के बैठी थी उससे उनकी टांगे और थोड़ी सी गोरी थिंग्स दिख रही थी बट मेने कुछ ध्यान नहीं दिया क्युकी मेने मन में वैसा कुछ था नहीं।
तभी सरलाजी ने उनके हस्बैंड से कहा की टॉयलेट जाना है तो भूपेश जी बोले अरे तुम अकेले मत जाओ कही लड़खड़ा के गिर न जाओ और उन्होंने मुझे बोलै की मोंटी जरा सरला की हेल्प कर दो बाथरूम तक जाने में बस हाथ पकड़के ले जाओ तो मेने बोलै जी जरूर और में उठे के सरला जी के पास गया और हाथ बढ़ा के बोलै आईये उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और बाथरूम के तरफ गए हम डोर के पास जाके में बोलै जाईये में में एहि रुकता हूँ । तो उन्होंने बोला अरे नहीं नहीं बाथरूम के अंदर पानी की फिसलन होगी रिस्क तो वही है प्लीज मुझे अंदर तक छोड़ो तो मेने कहा है ये बात सही है और मेने उनका हाथ पकड़ के बाथरूम के अंदर तक गया अंदर जाते टाइम उन्होंने डोर बंद कर दिया कमोड के पास ले जाके मेने बोला होने के बाद मुझे आवाज दे देना में आ जाऊंगा। तो उन्होंने बोला की अरे नहीं नहीं रुको एक मिनट बोल के मेरे सामने ही मैक्सी कमर तक उठा के कमोड पे बैठ गयी और टांगे फैला के सुसु करने लगी में तो एक दम से हक्का बक्का रह गया।
में अपने लॉज आके कुछ देर आराम किया और फिर नहा के शॉर्ट्स पैंट और टीशर्ट पहन के बाहर निकल गया और कुछ देर में उनकी होटल पहुंच गया तब रात के 9 बज रहे थे मेने होटल की लॉबी से उनको कॉल किया तो भूपेश जी ने कॉल उठाया मेने बोलै की में आ गया हूँ लॉबी में तो उन्होंने कहा की २ मिनट में आया और कुछ देर में वो निचे आ गए मुझे लेने उन्होंने भी शार्ट पैंट और टीशर्ट पहनी हुयी थी मुझे देख के काफी खुश हुए और बोले आ जाओ में उनके साथ चलने लगा और लिफ्ट में होते हुए उनके फ्लोर पे आ गए। रूम का डोर खुला ही था तो हम अंदर आये और उन्होंने डोर बंद कर दिया अंदर आके देखा सरला जी मैक्सी पहनी हुयी थी बिना स्लीव्स वाली मुझे देख के स्माइल की और बोली आओ आओ मोंटी और काफी खुश दिख रही थी। और बोली अच्छा हुआ तुम टाइम पे आ गए तो वरना में तो इनके साथ बोर हो गयी थी। तो मेने पूछा अरे ऐसा क्यों तो बोली इनको तो न्यूज़ देखने से फुर्सत कहा और में अकेली किससे बात करू और हम तीनो हसने लगे।
भूपेश जी ने एक चेयर लाके दी और मुझे बैठने बोलै वो दोनों सोफे ेपे बैठे थे बिच में टेबल था। फिर भूपेश जी ने बोतले निकली और फ्रिज से सोडा और कुछ सामान निकला और कॉल करके स्टार्टर का और दे दिया साथ में खाने का भी और बोले की खाना बाद में लाना जब हम बोले। हम यहाँ वहा बात करने लगे कुछ देर बाद स्टार्ट लेके वेटर आ गया और सर्व करने के बाद वो चला गया। फिर भुवेश जी ने तीन पेग बनाये और हम तीनो अपना अपना पेग लेके चियर्स किया और पिने लगे और पीते यहाँ वहा की बाते करने लगे। बातो बातो में तीन चार पेग हो गए पता ही नहीं चला। और में देख रहा था सरला जी भी इतने ही पेग पे रही है तो मेने पूछ लिया आप भी काफी अच्छा ड्रिंक करती है तो वो बोली अरे नहीं नहीं में कभी कबार एक या दो पेग लेती हूँ आज तो बहार आये है और कोई झंझट नहीं तो बस ले लिए मेने भी और हसने लगी। बात करते हुए उनकी आवाज कुछ भारी हो रही थी और थोड़ी लड़खड़ा भी रही थी और वो सेफ पे मैक्सी हो थाइज तक चढ़ा के पैर पे पैर रखे के बैठी थी उससे उनकी टांगे और थोड़ी सी गोरी थिंग्स दिख रही थी बट मेने कुछ ध्यान नहीं दिया क्युकी मेने मन में वैसा कुछ था नहीं।
तभी सरलाजी ने उनके हस्बैंड से कहा की टॉयलेट जाना है तो भूपेश जी बोले अरे तुम अकेले मत जाओ कही लड़खड़ा के गिर न जाओ और उन्होंने मुझे बोलै की मोंटी जरा सरला की हेल्प कर दो बाथरूम तक जाने में बस हाथ पकड़के ले जाओ तो मेने बोलै जी जरूर और में उठे के सरला जी के पास गया और हाथ बढ़ा के बोलै आईये उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और बाथरूम के तरफ गए हम डोर के पास जाके में बोलै जाईये में में एहि रुकता हूँ । तो उन्होंने बोला अरे नहीं नहीं बाथरूम के अंदर पानी की फिसलन होगी रिस्क तो वही है प्लीज मुझे अंदर तक छोड़ो तो मेने कहा है ये बात सही है और मेने उनका हाथ पकड़ के बाथरूम के अंदर तक गया अंदर जाते टाइम उन्होंने डोर बंद कर दिया कमोड के पास ले जाके मेने बोला होने के बाद मुझे आवाज दे देना में आ जाऊंगा। तो उन्होंने बोला की अरे नहीं नहीं रुको एक मिनट बोल के मेरे सामने ही मैक्सी कमर तक उठा के कमोड पे बैठ गयी और टांगे फैला के सुसु करने लगी में तो एक दम से हक्का बक्का रह गया।