16-02-2024, 01:15 PM
(22-08-2022, 01:50 PM)neerathemall Wrote: मेरे से रहा नहीं गया और मैंने अपना लंड निकाल लिया और सोंटने लगा, ओह्ह्ह क्या लग रहा था यार, मुझे तो लग रहा था की मैं अपना टाइम क्यों खराब कर रहा हु, जाकर पेल देने का मन कर रहा था. पर मैं ऐसा कैसे कर सकता था. मैं काफी कामुक हो गया था. मेरे मुंह से सिसकियाँ निकल रही थी. मैं लंड को हिला रहा था. और मुंह से आह आह निकल रहा था. और मैंने आँख बंद कर लिया और जोर जोर से मैथुन करने लगा क्यों की मेरे निकलने बाला था. तभी मैं फिर आँख खोल कर देखा तो एक दम रूक गया, क्यों की दीदी मेरे सामने कड़ी थी.
वो भी नंगी. मैंने कहा सॉरी, दीदी बोली सॉरी की क्या बात बात है. आज तो मैं यही सोच कर आई. की मैं किसी जिगोलो से सेक्स क्यों करूँ,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.