मम्मी को चुदाई दिखाई
मेरी नौकरी अपने शहर के बहार लग गई थी और मैं अपने घर पर हर शनिवार को आ जाता था और अपनी पत्नी के साथ सेक्स करता था / मेरी पत्नी भी मुझे बड़े प्यार से प्यार करती थी और चुदाई करवाने में पूरा पूरा सहयोग करती थी / वो भी मम्मी जैसी भरी भरी और बड़े बड़े मुम्मे वाली औरत थी और मम्मी जैसे ही सेक्स की भूखी थी / जबसे पापा बीमार हुए थे उनके सेक्स करने की ख्वाहिश अधूरी रहती थी और मुझे तो हमेशा ही मम्मी बहुत कामुक लगती है / मेरा आज बहुत दिल कर रहा था की मम्मी को भी अपने लौड़े का स्वाद चखाया जाए / फिर क्या था मैंने अपनी बीवी को मनाया और एक प्लान बना कर मम्मी को अपने हल्ल्बी लौड़े को दिखा कर मम्मी को मस्त करने का प्लान बनाया /
मेरी नौकरी अपने शहर के बहार लग गई थी और मैं अपने घर पर हर शनिवार को आ जाता था और अपनी पत्नी के साथ सेक्स करता था / मेरी पत्नी भी मुझे बड़े प्यार से प्यार करती थी और चुदाई करवाने में पूरा पूरा सहयोग करती थी / वो भी मम्मी जैसी भरी भरी और बड़े बड़े मुम्मे वाली औरत थी और मम्मी जैसे ही सेक्स की भूखी थी / जबसे पापा बीमार हुए थे उनके सेक्स करने की ख्वाहिश अधूरी रहती थी और मुझे तो हमेशा ही मम्मी बहुत कामुक लगती है / मेरा आज बहुत दिल कर रहा था की मम्मी को भी अपने लौड़े का स्वाद चखाया जाए / फिर क्या था मैंने अपनी बीवी को मनाया और एक प्लान बना कर मम्मी को अपने हल्ल्बी लौड़े को दिखा कर मम्मी को मस्त करने का प्लान बनाया /
// सुनील पंडित // yr):
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!


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