अजीब सी बात थी उस खुशबू में जो शायद अल्फ़ाज़ में बयान नहीं की जा सकती सिर्फ़ महसूस की जा सकती है। महसूस भी आप उसी वक़्त कर सकते हैं जब ब्रा हाथ में हो और ब्रा भी ऐसी जो चंद लम्हों पहले ही जिस्म से अलग हुई हो और ब्रा भी अपनी सग़ी बहन की हो उफफ्फ़ क्या अहसास था।
मैंने ब्रा में से अपनी सग़ी बहन के जिस्म की खुश्बू को एक तेज सांस के साथ अपने अन्दर उतारी तो मेरी आँखें बंद हो चुकी थीं और मेरा हाथ मेरे लण्ड पर बहुत तेज-तेज चलने लगा था। मैंने आपी की ब्रा के कप को अपने मुँह और नाक पर मास्क की तरह रखते हुए आँखें बंद कर लीं और चंद गहरी-गहरी साँसों के साथ उस कामुक महक को अपने अन्दर उतारने लगा।
फिर मैंने अपनी ज़ुबान को बाहर निकाला और आपी की ब्रा के कप में पूरी तरह ज़ुबान फेरने के बाद ब्रा के अन्दर के उस हिस्से को चूसने लगा जहाँ मेरी सग़ी बहन के निपल्स टच रहते हैं। मेरा मुँह नमकीन हो चुका था शायद वो आपी के उभारों का खुश्क (ड्राइ) पसीना था जो अब मेरे मुँह में नमक घोल रहा था।
मैं पागलों की तरह आपी की ब्रा को अपने चेहरे पर रगड़ रहा था। कभी चूसने लगता कभी चाटने लगता और तेज-तेज अपने हाथ को अपने लण्ड पर आगे-पीछे कर रहा था।
अजीब सी हालत थी मेरी, मेरी हालत का अंदाज़ा आपको उसी वक़्त हो सकता है जब आपके हाथ में आपकी अपनी सग़ी बहन का इस्तेमाल शुदा ब्रा हो और आप उसे चूम और चाट रहे हों और अपनी सग़ी बहन के जिस्म की खुशबू आपको उसकी याद दिला रही हो।
अचानक आपी ने दरवाज़ा खोला और अन्दर का मंज़र देख कर उनका मुँह खुल गया और वो जैसे जम सी गईं। वो अपनी ब्रा लेने ही वापस आई थीं लेकिन उन्हें जो देखने को मिला वो उनके वहमो-गुमान में भी नहीं था।
जब आपी ने देखा तो उनकी ब्रा मेरे बायें हाथ में थी और मैं कप के अन्दर ज़ुबान फेर रहा था। मैंने आपी को देखा लेकिन अब मैं अपनी मंज़िल के बहुत क़रीब था इसलिए अपने हाथ को रोक नहीं सकता था। वैसे भी आपी मुझे काफ़ी बार इस हालत में देख ही चुकी थीं तो अब छुपाने को था ही क्या। आपी को देख कर मैंने ब्रा वाला हाथ नीचे किया और ब्रा समेत अपने लेफ्ट घुटने पर रख लिया और सीधे हाथ से लण्ड को हिलाना जारी रखा।
‘उफ़फ्फ़ मेरे खुदा! तुम जानते हो कि तुम बेमर इंसान हो, लाओ मुझे वापस करो मेरी ब्रा’ उन्होंने अपने माथे पर हाथ मारते हुए चिल्ला कर कहा।
‘यहाँ आकर ले लें आप देख रही हो कि मैं बिजी हूँ’ मैंने अपने लण्ड पर तेज-तेज हाथ चलाते हुए उन पर एक नज़र डालने के बाद वापस स्क्रीन पर नजरें जमाए हुए कहा।
उनका चेहरा लाल हो चुका था लेकिन मैंने महसूस किया था कि गुस्से के साथ ही उनकी आँखों में वैसी ही चमक पैदा हो गई थी जैसी उस वक़्त न्यू सीडीज़ की खबर सुन कर हुई थी। आपी मेरे राईट साइड पर आईं और मेरे हाथ से अपना ब्रा खींचने की कोशिश की और एक भरपूर नज़र मेरे लण्ड पर भी डाली। मेरे लण्ड से जूस निकलने ही वाला था और मैं चाहता था कि वो इसे निकलते हुए देखें।
इसलिए मैंने उनकी ब्रा पकड़े हुए हाथ को 2-3 बार झटका दिया और जैसे ही मेरा लण्ड पिचकारी मारने वाला था मैंने ब्रा वाला हाथ लण्ड के क़रीब एक लम्हें को रोका और फ़ौरन आपी ने ब्रा को पकड़ लिया
और इसी वक़्त मेरे मुँह से एक ‘अहह’ निकली और मेरे लण्ड ने गर्म गर्म लावा फेंकना शुरू कर दिया।
काफ़ी सारे क़तरे आपी के नर्मो नाज़ुक हाथ और खूबसूरत बाज़ू पर भी गिरे।
‘एवववव! तुमम! खबीस शख्स.. ये क्या किया तुमने, गंदे’ उन्होंने अपना हाथ मेरी शर्ट से रगड़ कर साफ किया और भागती हुई कमरे से बाहर निकल गईं।
एक-डेढ़ घंटा आराम करने के बाद मैं दोबारा उठा और कंप्यूटर कुर्सी संभालते हुए मूवी स्टार्ट की।
अभी लण्ड को हाथ में पकड़ा ही था कि आपी दोबारा अन्दर दाखिल हुईं।
‘या खुदा! तुम क्या सारा दिन ये ही करते रहोगे?’
TO BE CONTINUED ....
मैंने ब्रा में से अपनी सग़ी बहन के जिस्म की खुश्बू को एक तेज सांस के साथ अपने अन्दर उतारी तो मेरी आँखें बंद हो चुकी थीं और मेरा हाथ मेरे लण्ड पर बहुत तेज-तेज चलने लगा था। मैंने आपी की ब्रा के कप को अपने मुँह और नाक पर मास्क की तरह रखते हुए आँखें बंद कर लीं और चंद गहरी-गहरी साँसों के साथ उस कामुक महक को अपने अन्दर उतारने लगा।
फिर मैंने अपनी ज़ुबान को बाहर निकाला और आपी की ब्रा के कप में पूरी तरह ज़ुबान फेरने के बाद ब्रा के अन्दर के उस हिस्से को चूसने लगा जहाँ मेरी सग़ी बहन के निपल्स टच रहते हैं। मेरा मुँह नमकीन हो चुका था शायद वो आपी के उभारों का खुश्क (ड्राइ) पसीना था जो अब मेरे मुँह में नमक घोल रहा था।
मैं पागलों की तरह आपी की ब्रा को अपने चेहरे पर रगड़ रहा था। कभी चूसने लगता कभी चाटने लगता और तेज-तेज अपने हाथ को अपने लण्ड पर आगे-पीछे कर रहा था।
अजीब सी हालत थी मेरी, मेरी हालत का अंदाज़ा आपको उसी वक़्त हो सकता है जब आपके हाथ में आपकी अपनी सग़ी बहन का इस्तेमाल शुदा ब्रा हो और आप उसे चूम और चाट रहे हों और अपनी सग़ी बहन के जिस्म की खुशबू आपको उसकी याद दिला रही हो।
अचानक आपी ने दरवाज़ा खोला और अन्दर का मंज़र देख कर उनका मुँह खुल गया और वो जैसे जम सी गईं। वो अपनी ब्रा लेने ही वापस आई थीं लेकिन उन्हें जो देखने को मिला वो उनके वहमो-गुमान में भी नहीं था।
जब आपी ने देखा तो उनकी ब्रा मेरे बायें हाथ में थी और मैं कप के अन्दर ज़ुबान फेर रहा था। मैंने आपी को देखा लेकिन अब मैं अपनी मंज़िल के बहुत क़रीब था इसलिए अपने हाथ को रोक नहीं सकता था। वैसे भी आपी मुझे काफ़ी बार इस हालत में देख ही चुकी थीं तो अब छुपाने को था ही क्या। आपी को देख कर मैंने ब्रा वाला हाथ नीचे किया और ब्रा समेत अपने लेफ्ट घुटने पर रख लिया और सीधे हाथ से लण्ड को हिलाना जारी रखा।
‘उफ़फ्फ़ मेरे खुदा! तुम जानते हो कि तुम बेमर इंसान हो, लाओ मुझे वापस करो मेरी ब्रा’ उन्होंने अपने माथे पर हाथ मारते हुए चिल्ला कर कहा।
‘यहाँ आकर ले लें आप देख रही हो कि मैं बिजी हूँ’ मैंने अपने लण्ड पर तेज-तेज हाथ चलाते हुए उन पर एक नज़र डालने के बाद वापस स्क्रीन पर नजरें जमाए हुए कहा।
उनका चेहरा लाल हो चुका था लेकिन मैंने महसूस किया था कि गुस्से के साथ ही उनकी आँखों में वैसी ही चमक पैदा हो गई थी जैसी उस वक़्त न्यू सीडीज़ की खबर सुन कर हुई थी। आपी मेरे राईट साइड पर आईं और मेरे हाथ से अपना ब्रा खींचने की कोशिश की और एक भरपूर नज़र मेरे लण्ड पर भी डाली। मेरे लण्ड से जूस निकलने ही वाला था और मैं चाहता था कि वो इसे निकलते हुए देखें।
इसलिए मैंने उनकी ब्रा पकड़े हुए हाथ को 2-3 बार झटका दिया और जैसे ही मेरा लण्ड पिचकारी मारने वाला था मैंने ब्रा वाला हाथ लण्ड के क़रीब एक लम्हें को रोका और फ़ौरन आपी ने ब्रा को पकड़ लिया
और इसी वक़्त मेरे मुँह से एक ‘अहह’ निकली और मेरे लण्ड ने गर्म गर्म लावा फेंकना शुरू कर दिया।
काफ़ी सारे क़तरे आपी के नर्मो नाज़ुक हाथ और खूबसूरत बाज़ू पर भी गिरे।
‘एवववव! तुमम! खबीस शख्स.. ये क्या किया तुमने, गंदे’ उन्होंने अपना हाथ मेरी शर्ट से रगड़ कर साफ किया और भागती हुई कमरे से बाहर निकल गईं।
एक-डेढ़ घंटा आराम करने के बाद मैं दोबारा उठा और कंप्यूटर कुर्सी संभालते हुए मूवी स्टार्ट की।
अभी लण्ड को हाथ में पकड़ा ही था कि आपी दोबारा अन्दर दाखिल हुईं।
‘या खुदा! तुम क्या सारा दिन ये ही करते रहोगे?’
TO BE CONTINUED ....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All

