10-02-2024, 02:04 PM
(16-08-2019, 10:27 AM)suneeellpandit Wrote:
वो मान गयी, मैं अपना जीन्स नीचे सरका दिया और उसको मेरे ऊपर आने को बोला।
दूसरा हिजड़ा खड़ा देख रहा था अपने ब्लाउज से तेल का पाउच निकाला और मेरे लंड के ऊपर डाल के मलने लगा।
दूसरी वाली अपना साड़ी उठा कर मेरे लैंड पर बैठी, मेरा लंड सुरपपप से उसकी गांड में चला गया उसकी गांड मुलायम और गरम थी। वो ऊपर निचे हो कर झटके देने लगी।
ट्रेन के झटकों के साथ वो भी हिल रही थी उसके गांड गोरे गोरे हवा में ऊपर नीचे हो रहे थे, मैं उसको बोला ऐसे मजा नहीं आ रहा चूचियाँ दिखा दो एक बार छू कर देखना चाहता हूँ।
वो बोली इसके 100 रुपया और लगेगा, मैं जोश में था मान गया। वो आपने ब्लाउज खोल कर ब्रा उतार दी उसके बूब्स काफी बड़े और टाइट थे हवा में गोल गोल घूमने लगे मैं दोनों बूब्स पकड़ कर दबाने लगा, क्या मस्त मुलायम बूब्स थे मजा आ रहा था।
दूसरी वाली अपना बूब्स बाहर निकाल कर मेरे मुँह में डाल कर बोली ले मेरा मजा फ्री में लेले मजा आये तो कुछ दे देना मैं चुपचाप उसके बूब्स चूसने लगा। मेरी दोनों तरफ से मौज थी।
अब वो मेरे मुँह से बूब्स निकाल कर अपने साथी को बोली अरे रेशमा चल उठ मैं अब इसका लंड लुंगी।
पहली वाली मेरे लंड से उठ कर मेरे मुँह के ऊपर घुटनो के बल कुतिया बन कर चढ़ गयी। और दूसरी मेरे लंड पर जा बैठी और जोर जोर से गांड हिला हिला कर चोदने लगी पच पैच थप तहप की आवाज आ रही थी।
पहली वाली जिसे नाम रेशमा था, वो मेरे मुँह में अपना गांड रगड़ने लगी मुझे अच्छा नहीं लगा लेकिन जोश इतना था मैं उसके दोनों बूब्स हाथ से मसलते हुए उसकी गांड चाटने लगा।
10 -12 मिनट की चुदाई के बाद मेरा वीर्य छूटा और हिजड़े की गांड में भर गया। वो चमक कर खड़ी हुई और बोली अरे भोसड़ी के जब निकलने वाला था बताया क्यों नहीं साला गांड गन्दा कर दिया।
दोनों अपने कपडे ठीक करने लगी मैं अपना चड्डी और जीन्स ऊपर किया और लाइट चालू कर बैठ गया। मुझे ऐसे चुदाई में बहोत मजा आया था, आज मैं खुस ज्यादा था इसलिये मेरी कंजूसी का पता ही नहीं चला और मैं 1000 रुपये अपने खुसी से उन दोनो को दिया।
दोनों मुझे चुम्मा दे कर हाय हाय करती आगे चली गई किसी और से गांड मरवाने।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.