10-02-2024, 01:59 PM
(16-08-2019, 10:26 AM)suneeellpandit Wrote: मैं चुप था, वो पैसे मांगने लगी लेकिन मैं कंजूस आदमी देने से इंकार कर दिया।
दोनों हिंजड़ो में से एक बिल्कुल लड़की की तरह दिख रही थी उसको देख कर मेरे अंदर चुदाई की प्यास जाग गयी। वो हिजड़ा मेरा लंड पकड़ ली और बोली पैसे निकाल नहीं तो आज इसको नहीं छोड़ने वाली, इसको शांत करना है तो बता मेरे पास छेद है।इतना बोल कर वो अपनी साड़ी उठा दी और मोबाइल की टॉर्च ऑन कर बोली ले देख चूतिये छेद है। उसकी योनि औरत के जैसे ही थी लेकिन विकसित नहीं हुई थी।
मैं बोला इसको कैसे चोदुँगा?
वो मुझे गली देते हुए बोली – अरे माधरचोद यहाँ तेरा लौड़ा जायेगा भी नहीं मेरी गांड में डालना पड़ेगा, बोल गांड मारेगा तो बता दोनों मेसे किसी को चुन ले जिसकी मरेगा
मैं बोला- तेरी लूंगा मैं,, लेकिन ऐसे चलती ट्रेन में कोई आ गया तो ?
वो बोली कोई नहीं आएगा हमारे और साथी है इस ट्रेन में सब जुगाड़ है तू चिंता मत कर लेकिन गांड मरवाने का 1000 रूपया लुंगी।
मैं ठहरा कंजूस मेरी 1000 रूपया सुन के लंड ढीला पड़ गया गया, मैं बोला 500 दूंगा बोल चलेगा ?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.