08-02-2024, 11:35 AM
बिना देरी के अपनी भोसड़ी में
घुसा लेने के लिए
.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
लंड के आगे सरीफी गायब हो गयी(ईद मे चुदाई)
|
« Next Oldest | Next Newest »
|