30-01-2024, 12:51 PM
![[Image: 35672573_021_3636.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/692/35672573/35672573_021_3636.jpg)
फिर मैंने उनके पैर छोड़े और उनके मस्त रसीले मम्मों को दबाना शुरू कर दिया. क्या मस्त चूचे थे, एकदम कड़क और पूरे गोल.. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. उन्होंने भी अपने पैरों से मुझे जकड़ लिया था, जैसे कोई अजगर अपने शिकार को पकड़ लेता है.
मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि कविता में इतना दम किधर से आ गया है. पर बहुत मजा आ रहा था.
अब मैंने उन्हें लिप किस करना शुरू किया, यहां एक हाथ से उनके मम्मों को जोर जोर से दबा रहा था, दूसरे हाथ से उनकी गांड जोर जोर दबा रहा था. इसके साथ ही मैं अपने लिंग को अन्दर बाहर कर रहा था.
वो भी भी पूरा साथ दे रही थीं, उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और जबरदस्त किस कर रही थीं, दीदी अपने दोनों हाथों से मेरे पीठ पर नोंच रही थीं.
उनके पैरों के बारे में तो पहले ही बता चुका हूँ. सेक्स करने में हम दोनों नए थे इसलिए जैसे जैसे हम आगे बढ़े… हम दोनों को और ज़्यादा मजा आने लगा. कुछ देर बाद दीदी झड़ गईं, पर मेरे लंड में अभी भी जान थी, मैं दीदी की चुदाई करता रहा.
मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि कविता में इतना दम किधर से आ गया है. पर बहुत मजा आ रहा था.
अब मैंने उन्हें लिप किस करना शुरू किया, यहां एक हाथ से उनके मम्मों को जोर जोर से दबा रहा था, दूसरे हाथ से उनकी गांड जोर जोर दबा रहा था. इसके साथ ही मैं अपने लिंग को अन्दर बाहर कर रहा था.
वो भी भी पूरा साथ दे रही थीं, उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और जबरदस्त किस कर रही थीं, दीदी अपने दोनों हाथों से मेरे पीठ पर नोंच रही थीं.
उनके पैरों के बारे में तो पहले ही बता चुका हूँ. सेक्स करने में हम दोनों नए थे इसलिए जैसे जैसे हम आगे बढ़े… हम दोनों को और ज़्यादा मजा आने लगा. कुछ देर बाद दीदी झड़ गईं, पर मेरे लंड में अभी भी जान थी, मैं दीदी की चुदाई करता रहा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
