29-01-2024, 11:36 AM
(20-09-2023, 11:55 AM)suneeellpandit Wrote: कई बार तो मम्मी का दिल भी नहीं होता प्यार करने का (शायद थकावट या घर के काम कर कर के ) लेकिन मैं मम्मी को पीछे से पकड़ कर अपने टाइट लौड़े को मम्मी की भरी भरी गांड के दो पहाड़ों के बीच में दाल कर प्यार से उसके गर्दन पर चाटता हूँ तो मम्मी पिघल जाती है और फिर मुझे प्यार करने की इज़ाज़त दे देती है और फिर मेरी भी थकावट दूर हो जाती है /
Thanks
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.