27-01-2024, 11:53 AM
(This post was last modified: 27-01-2024, 12:01 PM by mariesweet21. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
रात में , नहा के फ्रेश हो , हम शमशान की तरफ बढ़े
ठीक १०.30 पर हम वहां पहुँच गए
बाबा को प्रणाम किया
बाबा : कल की पूजा बहुत अछे से हुई , ७ विधि पूरी हुई , आज 4 विधि होगी
और हम , बाबा और मैं , कमरे के अंदर आ गए
आज मैं mentally पूरा तैयार थी , सब कुछ के लिए
हम दोनों अपने अपने आसन पे बैठ गए
तारक कहीं दिख नहीं रहा था
बाबा : तुमने कल पूरा सहयोग दिया , आज भी वैसे ही सहयोग देना
बाबा : आज कल की तरह हम गणेशजी और माँ तारा की पूजा पहले करेंगे
फिर ३ विधि कल की तरह होगी , फिर २ विधि और होगी
कल की विधि
1.योनिम सुधिकरण
2.लिंगम सुधिकरण
3.जीवम सुधिकरण
आज की विधि :
4.दूधम स्नानं , इतरं स्नानं
5.समागम सुधिकारा ( ७ आसन )
मैंने हाँ में सर हिलाया
पहले गणेशजी की पूजा हुई
फिर माँ तारा की पूजा हुई
बाबा : अब योनिम सुधिकरण
और तारक दिखा मुझे
तारक ने मुझे खड़ा होने इशारा किया
मैं समझ गयी , अब खेल सुरु हो रहा है
मैं खाड़ी हो , साड़ी , bra panty खोल नंगी हो गयी
तारक ने कल की तरह सब किया
पहले गीले गमछे से , फिर रोली से , फिर शहद से
तारक की उंगुली , मेरी chut के अंदर शहद लगा रही थी
बाबा ; अब लिंगम सुधिकरण
: आज , छोटे गुरु , तारक जी ,सब पूजा कराएँगे
मैं समझ गयी , आज तारक मुझे चोदेगा
तारक , जो एक कछे में था , अपना कच्छा खोल दिया
उसका lund भी बड़ा था , लेकिन थोरा पतला था
मैंने , नीचे हो , उसके lund को गीले कपरे से साफ़ किया
फिर रोली से , फिर शहद ले , उसके lund को ऊपर नीचे लगाने लगी
बाबा : अब जीवम सुधिकरण
मैं खडी हो गयी
तारक मेरे नीचे आ , मेरी chut को चूस के शहद साफ़ करने लगे
फिर वो खडा हो गया ,
मैं नीचे हो , उसके lund को मुह में ले , चूस के शहद साफ़ करने लगी
फिर हम दोनों अलग हो गए
अब तारक ने मुझे प्रसाद दिया , वही नीला liquid
आज प्रसाद थोरा ज्यादा था
मैं समझ गयी , मुझे नशे में लेन के लिए दे रहे है ,
मैं आज देखना चाहती थी अच्छी तरह से कोण क्या करता है
कमरे में अँधेरा था , इसलिए मैंने आज नज़र बचा उसे अपने सरीर पे डाल लिया
बाबा : अब दूधम स्नानं , इतरं स्नानं
दूध से पुरे शरीर का स्नान
तारक मुझे कमरे के एक कोने में ले गया और बैठने कहा
वहां दो बाल्टी रखी थी , शायद उसमे दूध था
तारक ने एक लोटे से दूध ले , मेरे माथे पे डाला
दूध सारे शरीर पे आ गया
पूरा शरीर दूध ही दूध हो गया
तारक ने मुझे खड़ा होने कहा
अब तारक , एक इतर की शीशी लाया
उसमे से इतर ले अपने हाथ से मेरे माथे पे लगाया
फिर boobs पे दोनों हाथों से लगाया
फिर chut पे लगाया , अंगुली से अंदर भी इतर लगाने लगा
chut के अंदर उसने हलके से चिकोटी काटी
अब बाबा उठ के आया
बाबा ने मुझे आवाज दी : कैसा लग रहा है
मैंने ऐसे किया , मनो पुरे नशे में हूँ
बाबा मुश्कुराए
तारक बोला : आज ज्यादा प्रसाद दिया है , भंग भी ज्यादा दी है
लगता है नशा सुरु हो गया
और बाबा इतर ले , मेरे पीछे आ गया
मेरी गर्दन , पीठ पे लगा मेरी गांड पे लगाने लगा
बाबा : अब कैसा लग रहा है
मैं नशे की एक्टिंग करते हुए कहा - hmmmmmmm
उनको विस्वास हो गया , मैं नशे में आ गयी हूँ
अब दोनों खुल के बात करने लगे
बाबा : इसकी गांड बहुत बड़ी है
और छेद में इतर लगाने लगा
तारक : chut भी मस्त है
बाबा : आज तू चोदना मजे से
अब तारक chut में अंगुली कर रहा था , और बाबा गांड में
फिर दोनों अलग हुए
अब बाबा सामने आ गया , तारक पीछे
बाबा chut चाटने लगा , तारक गांड के छेद को चूसने लगा
मैं पागल सी हो रही थी
बाबा : अब समागम
अब दोनों मुझे चटाई पे ले आये
मुझे लिटाया
अब तारक मेरे पैरों के पास आ , पैरों को फैला , मेरी chut में lund डाला
और चोदने लगा
बाबा : अब दूसरा आसन
अब मैं उठ गयी , तारक लेट गया
मैं उसके lund पे बैठ , ऊपर नीचे होने लगी
करीब 4-५ मिनट हुआ इस तरह chudai
बाबा : अब तीसरा आसन
अब मैं उठ कुतिया की तरह हुई
तारक पीछे से चोदने लगा
बाबा मेरे सामने आ गए , और अपने lund को मेरे मुह में डाला
मैं उसके lund को चूस रही थी और तारक पीछे से चोद रहा था
बाबा : छोटू , ये चुस्ती मस्त है यार , आज तक कोई इतना अच्छा नहीं चुसी
4-५ मिनट हुआ इस तरह
दोनों अब अलग हुए
बाबा : अबे तू बहुत चोद लिया अब , अब मैं भी चोद लूँ
अब बाबा ने मुझे खड़ा किया
और खडे खडे ही , sat के अपना lund मेरी chut में डाला
उसने मुझे खडे खडे ही चोदा
अब दोनों अलग हो गए
करीब 12.30 बज रहे थे
बाबा : अब इन दोनों की chudai देखते है , जा उसको अंदर ले आ
दोनों अपनी लुंगी , और कच्छा पहन लिए
मैं कुछ समझी नहीं
तारक ने दरवाज़ा खोल , राहुल को अंदर बुलाया
राहुल अंदर आ गया
बाबा ; पूजा की विधि सारी हो गयी है , अंतिम विधि बाकि है , मुझे विस्वास है , बच्चा पक्का होगा
राहुल : अंतिम विधि ?
बाबा : अब तुमको यहाँ समागम करना है , मैं मंत्रो का जाप करूँगा , उसके साथ
हम दोनों चौंक गए
तारक ने राहुल को इशारा किया
राहुल ने अपने सरे कपडे खोल दिया
बाबा : लिंगम स्नानं
तारक ने मुझे इशारा किया
मैंने गीले गमछे से राहुल को lund साफ़ किया , फिर रोली लगाई , फिर शहद लगाया
बाबा : जीवं स्नानं
अब मैं राहुल के lund से , मुह से शहद साफ़ करने लगी
थोरी देर यूँ ही चुस्ती रही
बाबा : अब , समागम
मैं चटाई पे लेट गयी
राहुल ने मेरी chudai शुरू की
दोनों , बाबा और तारक , हमारे दोनों तरफ खडे थे
और जोर जोर से मंत्रो का जाप कर रहे थे
गजब माहौल था , हम दोनों की chudai , दो लोगों के सामने हो रही थी , मंत्रो के साथ
थोरी देर यूँ ही हुआ
अब राहुल अलग हो गया
बाबा : पूजा पूरी ख़त्म हुई , सारे विधि विधान के साथ
तुमने समागम किया , मन्त्रों के बीच , बच्चा प्राप्ति के लिए , भगवन जरुर सुनेगा
बाबा : अब दक्षिणा विधी
राहुल : हाँ बाबा , कितने दूँ ?
बाबा : बेटा , इस विधि में पैसे नहीं होते , सिर्फ पूजा से ही दक्षिणा दी जाती है
राहुल : जरुर बाबा , आप बताएं , क्या विधि है
बाबा : अब ये दक्षिणा देगी , भगवन को याद करते हुए , दोनों गुरु को
राहुल ; जरुर बाबा
बाबा ; अब ये दोनों गुरु को , लिंगम विधि से , दक्षिणा देगी , तुम्हारे सामने , पूरी भक्ति से
मैं बुरी तरह चौंक गयी
अब क्या राहुल के सामने इन दोनों का चुसना होगा ?
तारक ने राहुल को इशारा किया
गजब , राहुल ने बाबा की लुंगी उतारी
बाबा पुरे नंगे हो गए
तारक ने मुझे इशारा किया
मुझे लगा , शहद लगाना है
तारक ने नहीं में इशारा किया
मैं नीचे बैठ , बाबा का lund चुसना सुरु किया
बाबा ने अपना हाथ मेरे सर पे राका , मनो आशीर्वाद दे रहे हो
और दोनों मंत्र पड़ते रहे
राहुल मुझे देख रहा था , बाबा का चूसते हुए
फिर बाबा ने राहुल को इशारा किया
अब राहुल ने तारक का कच्छा उतारा
वो भी नंगा हो गया
अब मैं तारक का lund चूसने लगी
तारक ने मेरेसिर पे आशीवाद के लिए हाथ रखा
और दोनों मंत्र पढते रहे
अब बाबा ने मुझे इशारा किया
और अब मैं , राहुल का lund चूसने लगी
दोनों मंत्र पढ़ते रहे
कमरे में , हम चारों नंगे ही थे
अब बाबा : पूजा अब समाप्त होती है
हम दोनों कपडे पहने , बाबा को प्रणाम किया
और होटल की तरफ बढ़े
इस तरह मेरा , शुद्धिकरण हुआ , तीन तीन के साथ मन्त्रों के बीच
एक ऐसा अनुभव , जो कभी नहीं भूलने वाला था , मुझे जिंदगी में
ठीक १०.30 पर हम वहां पहुँच गए
बाबा को प्रणाम किया
बाबा : कल की पूजा बहुत अछे से हुई , ७ विधि पूरी हुई , आज 4 विधि होगी
और हम , बाबा और मैं , कमरे के अंदर आ गए
आज मैं mentally पूरा तैयार थी , सब कुछ के लिए
हम दोनों अपने अपने आसन पे बैठ गए
तारक कहीं दिख नहीं रहा था
बाबा : तुमने कल पूरा सहयोग दिया , आज भी वैसे ही सहयोग देना
बाबा : आज कल की तरह हम गणेशजी और माँ तारा की पूजा पहले करेंगे
फिर ३ विधि कल की तरह होगी , फिर २ विधि और होगी
कल की विधि
1.योनिम सुधिकरण
2.लिंगम सुधिकरण
3.जीवम सुधिकरण
आज की विधि :
4.दूधम स्नानं , इतरं स्नानं
5.समागम सुधिकारा ( ७ आसन )
मैंने हाँ में सर हिलाया
पहले गणेशजी की पूजा हुई
फिर माँ तारा की पूजा हुई
बाबा : अब योनिम सुधिकरण
और तारक दिखा मुझे
तारक ने मुझे खड़ा होने इशारा किया
मैं समझ गयी , अब खेल सुरु हो रहा है
मैं खाड़ी हो , साड़ी , bra panty खोल नंगी हो गयी
तारक ने कल की तरह सब किया
पहले गीले गमछे से , फिर रोली से , फिर शहद से
तारक की उंगुली , मेरी chut के अंदर शहद लगा रही थी
बाबा ; अब लिंगम सुधिकरण
: आज , छोटे गुरु , तारक जी ,सब पूजा कराएँगे
मैं समझ गयी , आज तारक मुझे चोदेगा
तारक , जो एक कछे में था , अपना कच्छा खोल दिया
उसका lund भी बड़ा था , लेकिन थोरा पतला था
मैंने , नीचे हो , उसके lund को गीले कपरे से साफ़ किया
फिर रोली से , फिर शहद ले , उसके lund को ऊपर नीचे लगाने लगी
बाबा : अब जीवम सुधिकरण
मैं खडी हो गयी
तारक मेरे नीचे आ , मेरी chut को चूस के शहद साफ़ करने लगे
फिर वो खडा हो गया ,
मैं नीचे हो , उसके lund को मुह में ले , चूस के शहद साफ़ करने लगी
फिर हम दोनों अलग हो गए
अब तारक ने मुझे प्रसाद दिया , वही नीला liquid
आज प्रसाद थोरा ज्यादा था
मैं समझ गयी , मुझे नशे में लेन के लिए दे रहे है ,
मैं आज देखना चाहती थी अच्छी तरह से कोण क्या करता है
कमरे में अँधेरा था , इसलिए मैंने आज नज़र बचा उसे अपने सरीर पे डाल लिया
बाबा : अब दूधम स्नानं , इतरं स्नानं
दूध से पुरे शरीर का स्नान
तारक मुझे कमरे के एक कोने में ले गया और बैठने कहा
वहां दो बाल्टी रखी थी , शायद उसमे दूध था
तारक ने एक लोटे से दूध ले , मेरे माथे पे डाला
दूध सारे शरीर पे आ गया
पूरा शरीर दूध ही दूध हो गया
तारक ने मुझे खड़ा होने कहा
अब तारक , एक इतर की शीशी लाया
उसमे से इतर ले अपने हाथ से मेरे माथे पे लगाया
फिर boobs पे दोनों हाथों से लगाया
फिर chut पे लगाया , अंगुली से अंदर भी इतर लगाने लगा
chut के अंदर उसने हलके से चिकोटी काटी
अब बाबा उठ के आया
बाबा ने मुझे आवाज दी : कैसा लग रहा है
मैंने ऐसे किया , मनो पुरे नशे में हूँ
बाबा मुश्कुराए
तारक बोला : आज ज्यादा प्रसाद दिया है , भंग भी ज्यादा दी है
लगता है नशा सुरु हो गया
और बाबा इतर ले , मेरे पीछे आ गया
मेरी गर्दन , पीठ पे लगा मेरी गांड पे लगाने लगा
बाबा : अब कैसा लग रहा है
मैं नशे की एक्टिंग करते हुए कहा - hmmmmmmm
उनको विस्वास हो गया , मैं नशे में आ गयी हूँ
अब दोनों खुल के बात करने लगे
बाबा : इसकी गांड बहुत बड़ी है
और छेद में इतर लगाने लगा
तारक : chut भी मस्त है
बाबा : आज तू चोदना मजे से
अब तारक chut में अंगुली कर रहा था , और बाबा गांड में
फिर दोनों अलग हुए
अब बाबा सामने आ गया , तारक पीछे
बाबा chut चाटने लगा , तारक गांड के छेद को चूसने लगा
मैं पागल सी हो रही थी
बाबा : अब समागम
अब दोनों मुझे चटाई पे ले आये
मुझे लिटाया
अब तारक मेरे पैरों के पास आ , पैरों को फैला , मेरी chut में lund डाला
और चोदने लगा
बाबा : अब दूसरा आसन
अब मैं उठ गयी , तारक लेट गया
मैं उसके lund पे बैठ , ऊपर नीचे होने लगी
करीब 4-५ मिनट हुआ इस तरह chudai
बाबा : अब तीसरा आसन
अब मैं उठ कुतिया की तरह हुई
तारक पीछे से चोदने लगा
बाबा मेरे सामने आ गए , और अपने lund को मेरे मुह में डाला
मैं उसके lund को चूस रही थी और तारक पीछे से चोद रहा था
बाबा : छोटू , ये चुस्ती मस्त है यार , आज तक कोई इतना अच्छा नहीं चुसी
4-५ मिनट हुआ इस तरह
दोनों अब अलग हुए
बाबा : अबे तू बहुत चोद लिया अब , अब मैं भी चोद लूँ
अब बाबा ने मुझे खड़ा किया
और खडे खडे ही , sat के अपना lund मेरी chut में डाला
उसने मुझे खडे खडे ही चोदा
अब दोनों अलग हो गए
करीब 12.30 बज रहे थे
बाबा : अब इन दोनों की chudai देखते है , जा उसको अंदर ले आ
दोनों अपनी लुंगी , और कच्छा पहन लिए
मैं कुछ समझी नहीं
तारक ने दरवाज़ा खोल , राहुल को अंदर बुलाया
राहुल अंदर आ गया
बाबा ; पूजा की विधि सारी हो गयी है , अंतिम विधि बाकि है , मुझे विस्वास है , बच्चा पक्का होगा
राहुल : अंतिम विधि ?
बाबा : अब तुमको यहाँ समागम करना है , मैं मंत्रो का जाप करूँगा , उसके साथ
हम दोनों चौंक गए
तारक ने राहुल को इशारा किया
राहुल ने अपने सरे कपडे खोल दिया
बाबा : लिंगम स्नानं
तारक ने मुझे इशारा किया
मैंने गीले गमछे से राहुल को lund साफ़ किया , फिर रोली लगाई , फिर शहद लगाया
बाबा : जीवं स्नानं
अब मैं राहुल के lund से , मुह से शहद साफ़ करने लगी
थोरी देर यूँ ही चुस्ती रही
बाबा : अब , समागम
मैं चटाई पे लेट गयी
राहुल ने मेरी chudai शुरू की
दोनों , बाबा और तारक , हमारे दोनों तरफ खडे थे
और जोर जोर से मंत्रो का जाप कर रहे थे
गजब माहौल था , हम दोनों की chudai , दो लोगों के सामने हो रही थी , मंत्रो के साथ
थोरी देर यूँ ही हुआ
अब राहुल अलग हो गया
बाबा : पूजा पूरी ख़त्म हुई , सारे विधि विधान के साथ
तुमने समागम किया , मन्त्रों के बीच , बच्चा प्राप्ति के लिए , भगवन जरुर सुनेगा
बाबा : अब दक्षिणा विधी
राहुल : हाँ बाबा , कितने दूँ ?
बाबा : बेटा , इस विधि में पैसे नहीं होते , सिर्फ पूजा से ही दक्षिणा दी जाती है
राहुल : जरुर बाबा , आप बताएं , क्या विधि है
बाबा : अब ये दक्षिणा देगी , भगवन को याद करते हुए , दोनों गुरु को
राहुल ; जरुर बाबा
बाबा ; अब ये दोनों गुरु को , लिंगम विधि से , दक्षिणा देगी , तुम्हारे सामने , पूरी भक्ति से
मैं बुरी तरह चौंक गयी
अब क्या राहुल के सामने इन दोनों का चुसना होगा ?
तारक ने राहुल को इशारा किया
गजब , राहुल ने बाबा की लुंगी उतारी
बाबा पुरे नंगे हो गए
तारक ने मुझे इशारा किया
मुझे लगा , शहद लगाना है
तारक ने नहीं में इशारा किया
मैं नीचे बैठ , बाबा का lund चुसना सुरु किया
बाबा ने अपना हाथ मेरे सर पे राका , मनो आशीर्वाद दे रहे हो
और दोनों मंत्र पड़ते रहे
राहुल मुझे देख रहा था , बाबा का चूसते हुए
फिर बाबा ने राहुल को इशारा किया
अब राहुल ने तारक का कच्छा उतारा
वो भी नंगा हो गया
अब मैं तारक का lund चूसने लगी
तारक ने मेरेसिर पे आशीवाद के लिए हाथ रखा
और दोनों मंत्र पढते रहे
अब बाबा ने मुझे इशारा किया
और अब मैं , राहुल का lund चूसने लगी
दोनों मंत्र पढ़ते रहे
कमरे में , हम चारों नंगे ही थे
अब बाबा : पूजा अब समाप्त होती है
हम दोनों कपडे पहने , बाबा को प्रणाम किया
और होटल की तरफ बढ़े
इस तरह मेरा , शुद्धिकरण हुआ , तीन तीन के साथ मन्त्रों के बीच
एक ऐसा अनुभव , जो कभी नहीं भूलने वाला था , मुझे जिंदगी में