25-01-2024, 10:11 PM
(This post was last modified: 27-01-2024, 06:09 PM by rajusethzee. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
फिर दीदी ने अपनी चूचियां ढक ली और .....
दीदी- बस अंकल मुझे कुछ होने लगा था .......अब बस करिये हम्म्म्म
मैं- अंकल दीदी को जोश चढ़ने लगा था .......इसलिए .....कोई बात नहीं पहले आप अपना लंड दिखाओ न .....
अंकल- साब आप को भी बाई सेक्स पसंद है क्या ह्म्म्मम्म
मैं- ह्म्मम्म्म्म बहोत .....आप दिखाओ न अपना लंड .....मैं और दीदी बाई सेक्स पोर्न बहोत देखते है क्यों दीदी ....
दीदी- शर्मा के मेरी तरफ आँख दिखाई ........क्या बोल रहे हो सबके सामने ह्म्मम्म्म्म
अंकल- कोई बात नहीं मैडम अब तो हम अच्छे दोस्त है और सबसे ख़ुशी की बात ये है की बाई सेक्स हम तीनो को पसंद है ह्म्म्मम्म ......मैडम कोई ज़बरदस्ती नहीं है आप को जहाँ तक ठीक लगे आप मज़े करिये जब आप कहेंगी तो मैं रुक जाऊंगा ह्म्मम्म्म्म आआह्ह्ह्हह
अब अंकल दीदी के सामने अपने पैंट की बटन खोलने लगे तो दीदी ने अंकल का हाथ पकड़ लीया .....
दीदी- शरमाते हुए .......नहीं नहीं अंकल मुझे शर्म आरही है मैं कभी किसी और को नहीं देखा ......
लेकिन मेरे कहने पे अंकल ने अपना लंड पैंट के बाहर निकाल लिए और दीदी शर्म से मुँह दूसरी तरफ करके हसने लगी ह्म्म्मम्म आअह्हह्ह्ह्हह
और अंकल ने दीदी का हाथ पकड़ के अपने लंड के तरफ ले जाने लगे लेकिन दीदी ने शर्मा के अपना हाथ खींच लिए ......
अंकल- क्या हुआ मैडम एक बार पकड़िए तो ह्म्म्मम्म आआअह्ह्ह
दीदी- शरमाते हुए .......नहीं नहीं अंकल मैं नहीं करुँगी .....मुझे शर्म आरही है ह्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह
मैं- आआआहहहहहहह अंकल आपका लंड तो बहुत शानदार है ह्म्मम्म्म्म आह्ह्ह्हह्ह वाओ ह्म्मम्म्म्म
दीदी- बस अंकल मुझे कुछ होने लगा था .......अब बस करिये हम्म्म्म
मैं- अंकल दीदी को जोश चढ़ने लगा था .......इसलिए .....कोई बात नहीं पहले आप अपना लंड दिखाओ न .....
अंकल- साब आप को भी बाई सेक्स पसंद है क्या ह्म्म्मम्म
मैं- ह्म्मम्म्म्म बहोत .....आप दिखाओ न अपना लंड .....मैं और दीदी बाई सेक्स पोर्न बहोत देखते है क्यों दीदी ....
दीदी- शर्मा के मेरी तरफ आँख दिखाई ........क्या बोल रहे हो सबके सामने ह्म्मम्म्म्म
अंकल- कोई बात नहीं मैडम अब तो हम अच्छे दोस्त है और सबसे ख़ुशी की बात ये है की बाई सेक्स हम तीनो को पसंद है ह्म्म्मम्म ......मैडम कोई ज़बरदस्ती नहीं है आप को जहाँ तक ठीक लगे आप मज़े करिये जब आप कहेंगी तो मैं रुक जाऊंगा ह्म्मम्म्म्म आआह्ह्ह्हह
अब अंकल दीदी के सामने अपने पैंट की बटन खोलने लगे तो दीदी ने अंकल का हाथ पकड़ लीया .....
दीदी- शरमाते हुए .......नहीं नहीं अंकल मुझे शर्म आरही है मैं कभी किसी और को नहीं देखा ......
लेकिन मेरे कहने पे अंकल ने अपना लंड पैंट के बाहर निकाल लिए और दीदी शर्म से मुँह दूसरी तरफ करके हसने लगी ह्म्म्मम्म आअह्हह्ह्ह्हह
और अंकल ने दीदी का हाथ पकड़ के अपने लंड के तरफ ले जाने लगे लेकिन दीदी ने शर्मा के अपना हाथ खींच लिए ......
अंकल- क्या हुआ मैडम एक बार पकड़िए तो ह्म्म्मम्म आआअह्ह्ह
दीदी- शरमाते हुए .......नहीं नहीं अंकल मैं नहीं करुँगी .....मुझे शर्म आरही है ह्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह
मैं- आआआहहहहहहह अंकल आपका लंड तो बहुत शानदार है ह्म्मम्म्म्म आह्ह्ह्हह्ह वाओ ह्म्मम्म्म्म